अतिथि विद्वानों के नियमितीकरण मुद्दे पर सत्ता में आई भाजपा,अब भूल रही विद्वानों को
▪️मंत्रीऔर विधायक करें सीएम से चर्चा :अतिथि विद्वान
सागर,2 जुलाई ,2023 : जैसे तैसे चुनाव नज़दीक आ रहा है वैसे ही सूबे के सरकारी महाविद्यालयों में वर्षों से रिक्त पदों के विरुद्ध सेवा देने वाले महाविद्यालयीन अतिथि विद्वानों ने अपनी वर्षो पुरानी नियमितीकरण भविष्य सुरक्षित की मांग और तेज़ कर दी है। इसी को लेकर आज़ प्रदेश स्तरीय मीटिंग अतिथि विद्वानों की सागर में हुई और संघ ने मीडिया से चर्चा की।
अतिथि विद्वानों के अनुसार अतिथि विद्वानों के मुद्दे पर ही प्रदेश में सत्ता परिवर्तन हुआ था।अतिथि विद्वानों के मुद्दे पर ही केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे तो वहीं विपक्ष में रहते हुए वर्तमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ख़ुद अतिथि विद्वानों के आंदोलन में शिरकत करते हुए नियमितीकरण भविष्य सुरक्षित का वादा किए थे । ख़ुद कैबिनेट मंत्री गोपाल भार्गव,भूपेंद्र सिंह,गोविंद सिंह राजपूत अतिथि विद्वानों के आंदोलन में शामिल होकर नियमितीकरण का वादा किए थे। जो अभी तक वादा पूरा नहीं किए।
संयोजक डॉ राजू सेन एवं डॉ मनोज जैन ने कहा कि सरकार इतना झूठ कैसे बोल सकती है इसका अंदाजा नहीं था,अतिथि विद्वानों के मुद्दे पर सत्ता में आई भाजपा अब उन्ही अतिथि विद्वानों को भूलती दिख रही है।सरकार अपना वादा पूरा करे नहीं तो परिणाम उल्टा हो सकता है।
विद्वानों के पास अनुभव योग्यता दोनों फिर भी भविष्य सुरक्षित नहीं
प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए डॉ चंद्र शेखर(कमेटी सदस्य)एवं डॉ प्रह्लाद सिंह,जिलाध्यक्ष ने बताया कि अतिथि विद्वानों के पास 25,26 वर्षों का अच्छा खासा अनुभव है योग्यता है फिर भी भविष्य सुरक्षित नहीं।इन्होंने आगे कहा किvप्रवेश, परीक्षा,प्रबंधन, अध्यापन, मूल्यांकन,नैक,रुसा आदि समस्त कार्य अतिथि विद्वान ही करते हैं फिर भी सरकार शोषण कर रही है जो समझ से परे है।सरकार अपना वादा पूरा करे।
वहीं डॉ बिप्पू रजक ने बताया कि आज़ भी लगभग 300 अतिथि विद्वान फालेंन आउट हैं लेकिन सरकार के अंदर मानवता नहीं दिख रही की वो इनको व्यवस्था में ले जिससे रोज़ी रोटी चलती रहे।
एक दो दिन होता है अतिथि यहां तो वर्षों से अतिथि बनाकर रखी है भाजपा
भोपाल से आए डॉ देवराज सिंह,डॉ आशीष पांडेय ने कहा कि अतिथि कोई 2,4 दिन होता है यहां तो सरकार पूरी उमर ही अतिथि बनाकर रख दी।अतिथि विद्वानों के नाम से शोषणकारी अतिथि नाम नही हटा पाई सरकार जो इनकी असंवेदनशीलता दिखाती है।मुख्यमंत्री,मंत्री,विधायक संवेदनशीलता दिखाते हुए अतिथि विद्वानों का भविष्य सुरक्षित कर नियमित करें सीएम से बात करें।आगे इन्होंने कहा की ध्यान रखे सरकार 15 लाख युवा वोटर विद्यार्थियों का नेतृत्व अतिथि विद्वान करते हैं जो की निर्णायक होगा आगामी चुनाव में।
इस प्रदेश स्तरीय मीटिंग में डॉ अविनाश मिश्रा,डॉ दुर्गेश,डॉ राजेश परिहार,डॉ धार्मिक,डॉ अनिल जैन,डॉ साधना अवस्थी,डॉ संगीता जग्गी,डॉ रेखा राय आदि सैकड़ों अतिथि विद्वानों ने शिरकत किया।
एमएलए शैलेंद्र जैन से मिले अतिथि विद्वान
अतिथि विद्वानों ने आज सागर विधायक शैलेंद्र जैन के निवास पर आकर सामूहिक रूप से अपनी मांग पत्र के संबंध में ज्ञापन सौंपा। विधायक श्री शैलेंद्र जैन ने अतिथि विद्वानों की मांगों को प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के समक्ष रखने का विश्वास दिलाया।
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