पितृ छाया वाटिका का शुभारंभ अपरिहार्य कारणों से स्थिगित :30 जुलाई को था पौधरोपण ▪️प्रोजेक्ट अटकने को लेकर गर्माया मामला

पितृ छाया वाटिका का शुभारंभ अपरिहार्य कारणों से स्थिगित :30 जुलाई को था पौधरोपण 
▪️प्रोजेक्ट अटकने को लेकर  गर्माया मामला 

फाइल फोटो: वाटिका पर चल रहे कार्य की

तीनबत्ती न्यूज :29 जुलाई ,2023
सागर। अपने पूर्वजों की स्मृति में पौधे लगाने के लिए नगर निगम एवं सीताराम रसोई द्वारा संयुक्त रूप से न्यू आरटीओ ऑफिस के पास 30 जुलाई को होने वाला पितृ छाया वाटिका का शुभारंभ 
अपरिहार्य कारणों से स्थगित हो गया है। शुभारंभ के एक दिन पहले प्रोजेक्ट अटकने से मामला गर्माया हुआ है। इसकी आलोचना भी सोशल मिडिया में हो रही है। 


जमा राशि को लौटाना शुरू

समाजसेवी प्रकाश चौबे ने बताया इस आयोजन को लेकर शहरवासियों से जो सहयोग मिला, वह प्रेणादायक है। 535 लोग अग्रिम रूप से पैसे जमा कर अपने पूर्वजों की स्मृति में पौधे रोपने के लिए आगे आ चुके थे। इसके अलावा और भी बड़ी संख्या में लोगों ने हमसे सहयोग किया था। 450 लोगों की राशि हम लोगों ने शनिवार को ही वापस कर दी। शेष की भी वापस करने की प्रक्रिया जारी है। इस आयोजन को लेकर जिस तरह का सहयोग लोगों का मिला, वह पर्यावरण के प्रति लोगों की सजगता, संवेदनशीलता जाहिर करता है। 


10 लाख रुपए हुए खर्च

महापौर प्रतिनिधि डॉ. सुशील तिवारी ने बताया अपरिहार्य कारणों के चलते कार्यक्रम स्थगित किया है। शहरवासियों के सहयोग के लिए हम आभारी हैं।


प्रोजेक्ट अटकने की आलोचना

पितृ वाटिका का कार्यक्रम स्थगित होने से राजनेतिक माहोल भी गर्म हो गया। दरअसल शुभारंभ होने के ठीक एक दिन पहले ज्ञापन जैसी बाते सामने आई ।जबकि पिछले तीन महीने से तैयारिया चल रही थी। 10 लाख से अधिक रुपए खर्च भी हो गया। तीन लाख के पौधे भी मगा लिए  गए थे।


इस मामले में विधायक प्रदीप लारिया के पास गांव के कुछ लोग मिलने गए थे। जिन्होंने जगह की कमी बताई और कार्यक्रम पर आपत्ति जताई। विधायक ने सारी स्थिति प्रशासन को बताई ।जिसके चलते पौधरोपण कार्यक्रम स्थगित हो गया।  पौधरोपण कार्यक्रम प्रोजेक्ट अटकने की सोशल मिडिया पर आलोचना भी जमकर हुई। पर्यावरण संरक्षण की दिशा में हो रहा एक बेहतरीन प्रोजेक्ट पितृ वाटिका  राजनेतिक कारणों के चलाते अटक गया। इस घटना को लेकर स्माजसेवियो से लेकर अनेक लोगो ने दुख भी व्यक्त किया है। लोगो का मानना था कि एक बढ़िया स्थान पर्यावरण की दृष्टि से विकसित हो जाएगा। जिसकी जरूरत है।


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