▪️फायर सेफ्टी को देखा दिए निर्देश
▪️सरकारी भवनों का इलेक्ट्रिक ऑडिट करायें सभी कलेक्टर, कमिश्नर के निर्देश
तीनबत्ती न्यूज
सागर 14 जून 2023: भोपाल के सतपुड़ा भवन में लगी आग और सरकारी फाइलों के जलने जैसी घटना के बाद प्रदेशभर में प्रशासन सचेत हुआ है। सागर में कमिश्नर वीरेंद्र सिंह रावत और कलेक्टर दीपक आर्य ने अलग अलग सरकारी भवनों को देखा ।फायर सेफ्टी और अन्य सुविधाओं को देखा और जरूरी निर्देश दिए। कमिश्नर रावत ने सागर संभाग के सभी कलेक्टर को इलेक्ट्रिक आडिट कराने के निर्देश दिए है।
कमिश्नर पहुंचे बीएमसी में
संभागायुक्त डॉ. वीरेंद्र सिंह रावत ने आज बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज पहुंचकर वहां के फायर सेफ्टी सहित अन्य सुविधाओं को देखा एवं आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इस अवसर पर नगर निगम कमिश्नर श्री चंद्रशेखर शुक्ला, बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज की अधिष्ठाता डॉ. आर.एस. वर्मा, अधीक्षक सुनील पिप्पल, डॉ. उमेश पटेल सहित फायर सेफ्टी एवं अन्य सुविधाओं से जुड़े अधिकारी एवं डॉक्टर मौजूद थे ।
संभागायुक्त डॉ. वीरेंद्र सिंह रावत ने भोपाल स्थित सतपुड़ा भवन में आग लगने की घटना के बाद बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज पहुंचकर वहां फायर सेफ्टी की सुविधाओं की जानकारी प्राप्त की। मौके पर ही उनको उपयोग कराकर देखा भी। उन्होंने बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के फायर सेफ्टी कंट्रोल रूम में जाकर वहां मौजूद व्यवस्थाओं एवं फायर सेफ्टी अधिकारी से उपकरणों के संबंध में उनको संचालित करने एवं रखरखाव की जानकारी प्राप्त की।
उन्होंने बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज की कैंटीन, लॉन्ड्री, दवा के स्टोर रूम, टॉयलेट, एक्सरे, सोनोग्राफी कक्ष, ओपीडी काउंटर, एयर कंडीशन कंट्रोल रूम, ऑक्सीजन कंट्रोल रूम सहित अन्य व्यवस्थाओं को देखा।
उन्होंने निर्देश दिए कि बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में पर्याप्त मात्रा में दवा का स्टॉक रखें एवं समय के पूर्व ऑर्डर देकर दवा की आपूर्ति कराएं। उन्होंने निर्देश दिए कि फायर सेफ्टी कंट्रोल रूम, एयर कंडीशन कंट्रोल रूम एवं ऑक्सीजन कंट्रोल रूम में 24 घंटे तीन पारियों में कर्मचारी तैनात करें, जिससे कहीं भी कोई असुविधा का सामना करना पड़ा। उन्होंने निर्देश दिए कि बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के समस्त एयर कंडीशन को चेक कराएं एवं खुली हुई वायरिंग को भी ठीक कराएं। उन्होंने कहा कि उपयोग न होने वाले सामानों को अलग करें।
उपकरण चालू हालत में रखे
संभागायुक्त डॉ. रावत ने निर्देश दिए कि सभी फायर सेफ्टी के हाइडेंट एवं फायर सेफ्टी उपकरण चालू हालत में रखें। साथ में जनरेटर की अलग से व्यवस्था बनाएं। संभागायुक्त ने लॉन्ड्री में पहुंचकर वहां साफ सुविधा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कैंटीन में पहुंचकर बन रहे भोजन को देखा एवं निर्देश दिए कि प्रतिदिन शाम सबेरे वितरित होने वाले खाने की टेस्टिंग करें। उन्होंने कैंटीन में स्वच्छता बनाने के निर्देश दिए। संभागायुक्त डा. रावत ने कहा कि भीषण गर्मी के समय लगातार विद्युत उपकरणों की टेस्टिंग की जावे और जहां आवश्यक हो वहां सुधार कार्य तत्काल करें।
मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना में हुआ 98.5 प्रतिशत सफल भुगतान
कलेक्टर दीपक आर्य ने कार्यालयों का किया निरीक्षण, दिए निर्देश
कलेक्टर दीपक आर्य ने कार्यालयों का किया निरीक्षण, दिए निर्देश
भपाल के सतपुड़ा भवन में हुई अग्नि दुर्घटना के पश्चात कलेक्टर श्री दीपक आर्य ने कलेक्टर कार्यालय के विभिन्न कक्षों का निरीक्षण कर अग्नि सुरक्षा के प्रबंधो को देखा एवं आवश्यक निर्देश दिए। इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्रीमती सपना त्रिपाठी, अनु विभागीय अधिकारी श्री विजय डेहरिया, तहसीलदार श्री रोहित रघुवंशी सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
कलेक्टर श्री दीपक आर्य ने नवीन कलेक्टर कार्यालय एवं पुराने कलेक्टर कार्यालय के विभिन्न कक्षों में जाकर अग्नि सुरक्षा के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने अग्निशामक संयंत्र को देखा एवं उसे स्वयं चलाकर भी देखा। उन्होंने निर्देश दिए कि रिकॉर्ड रूम बंद होते समय बाहर सी.एम.सी.वी. सील बंद की जाए, जिससे संपूर्ण रिकॉर्ड रूम की लाइट बंद की जा सके। उन्होंने कहा कि संपूर्ण रिकॉर्ड रूम में अतिरिक्त अग्निशामक संयंत्र रखे जाये एवं बाल्टी में रेत रखें। उन्होंने निर्देश दिए कि संपूर्ण परिसर में विद्युत तारों की चैकिग कराएं एवं जहां आवश्यक हो, वहां तत्काल उनको बदलने का काम करें ।
कलेक्टर श्री दीपक आर्य ने कहा कि नये कलेक्टर कार्यालय एवं पुराने कलेक्टर कार्यालय के समस्त कक्षों में आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाए, जिससे कि अग्नि की दुर्घटनाओं को रोका जा सके। कलेक्टर श्री दीपक आर्य ने बताया कि सागर जिले के समस्त कार्यालय के विभाग प्रमुखों को निर्देशित किया गया है कि सभी अपने-अपने कार्यालयों में अग्निशामक यंत्र रखें। विद्युत व्यवस्था भी सुचारू रूप से संचालित हो सके इसके लिए पुराने तारों को तत्काल बदला जाये कहीं भी शॉर्ट सर्किट की आशंका न हो, यह भी सुनिश्चित किया जावे।
आगजनी की घटनाओं को रोकने सरकारी भवनों का इलेक्ट्रिक ऑडिट करायें सभी कलेक्टर
- संभागायुक्त डा. रावत
रिकार्ड रूम का स्वयं निरीक्षण करें, बोरवेल भी तत्काल बंद करवायें
संभागायुक्त डॉ. वीरेंद्र सिंह रावत ने संभाग के समस्त कलेक्टर्स को निर्देश दिए हैं कि वर्तमान परिदृश्य में घटित हुई आगजनी की घटनाओं के संबंध में विशेष ध्यान देने योग्य तथ्य के संबंध में आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करें। डॉ. रावत ने कहा कि आगजानी की घटनाओं को रोकने हेतु, प्रत्येक सरकारी भवनों का इलेक्ट्रिक ऑडिट कराया जाना सुनिश्चित करें और आवश्यकतानुसार सुधार भी किया जाये। जिन भवनों में अग्नि - सुरक्षा संयंत्र स्थापित है, उनका मॉक- ड्रिल किया जाये। प्राइवेट भवनों में जहां फायर NOC जारी की गई है वहाँ सभी प्रकार के आवश्यक प्रोटोकॉल्स के पालन संबंधी निरीक्षण, संबंधित नगरीय निकाय / राजस्व अधिकारियों के माध्यम से कराया जाये। प्रायः यह देखने में आता है कि हस्तचालित अग्नि शामक यंत्र क्रियाशील नहीं होते हैं और उनके संचालन के संबंध में संबंधित कर्मचारियों को जानकारी नहीं होती है। ऐसे मामलों में SDRF के माध्यम से कर्मचारियों का प्रशिक्षण भी कराया जाये ।
डॉ. रावत ने कहा कि कलेक्टर स्वयं अपने ज़िले के रिकॉर्ड रूम का निरीक्षण कर अग्नि सुरक्षा संबंधी आवश्यक कार्यवाही संपन्न करें, अन्य रिकॉर्ड रूम के निरीक्षण हेतु संबंधित को निर्देशित करें। संभागायुक्त डॉ. रावत ने कहा कि समस्त बोर वेल (सरकारी/प्राइवेट) यदि उपयोग में नहीं हैं तो तत्काल बंद किए जायें। बंद इस प्रकार से किए जायें जिसे आसानी से खोला न जा सके। पूर्व में इस संबंध में निर्देशित किया गया था परंतु इसकी निरंतर मॉनिटरिंग किया जाना आवश्यक है ।
संभागायुक्त डॉ. रावत ने निर्देश दिये कि कई बार यह भी देखने में आता है कि कुँओं में जगत नहीं बनायी जाती है, जिससे दुर्घटना की संभावना बनी रहती है। उन कुओं पर कम से कम 2.5 फीट की जगत पंचायत अथवा भूमि स्वामी के माध्यम से बनाया जाना सुनिश्चित करें। उपरोक्त सभी बिंदुओं के संबंध में पालन प्रतिवेदन 7 दिवस में प्रस्तुत करना सुनिश्चित करें।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें