केंद्रीय राज्य मंत्री प्रहलाद पटेल ने लौटाई दमोह पुलिस की सुरक्षा: सांसद प्रतिनिधि पर केस दर्ज होने से नाराजगी जताई
▪️गृहमंत्री ने दिए सीआईडी जांच के आदेश
तीनबत्ती न्यूज: 29 जून ,2023
बंगले पर पहुंचे कार्यकर्ता,बताई घटना
केंद्रीय राज्य मंत्री प्रहलाद पटेल के दमोह स्थित बंगले पर गुरुवार को धर्मपुरा वार्ड के लोग पहुंचे थे उन्होंने केंद्रीय मंत्री के समक्ष नगरपालिका में सांसद प्रतिनिधि यशपाल ठाकुर पर पुलिस प्राथमिकी दर्ज किए जाने का विरोध जताया था। लोगो ने कहा कि यशपाल पर झूठा मामला दर्ज किया गया है। वह निर्दोष है। जिसके बाद केंद्रीय मंत्री ने पुलिस एवं पुलिस अधीक्षक द्वारा तत्काल की गई कार्रवाई का विरोध जताया है।
क्या है मामला
करीब 5 दिन पूर्व बजरिया वार्ड 3 निवासी राशन दुकान के सेल्समैन विक्की उर्फ विक्रम रोहित के द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी और दो पेज का सुसाइड नोट भी मिला था। जिसमे दमोह नगर पालिका के सांसद प्रतिनिधि यशपाल ठाकुर, भाजपा नेता मोंटी रैकवार, नर्मदा सूर्यवंशी एवं नरेंद्र परिहार पर प्रताड़ित किए जाने का आरोप लगाया था।
मृतक के परिजनों ने अस्पताल चौराहे पर प्रदर्शन किया था और पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन दिया था। इसके बाद जांचकर धारा 306 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया। सुसाइड नोट में मंत्री प्रहलाद पटेल का जिक्र करते हुए लिखा था कि आरोपी गण मंत्री का नाम लेकर प्रताड़ित कर रहे है।
पुलिस ने नही दिखाई गंभीरता : प्रहलाद पटेल
मीडिया से चर्चा में केंद्रीय राज्य मंत्री प्रहलाद पटेल का कहना है कि यशपाल ठाकुर मेरे सम्मानित जनप्रतिनिधि हैं। लेकिन पुलिस ने मामले की गंभीरता से जांच नहीं की। इस कार्यप्रणाली के विरुद्ध पुलिस अधीक्षक और दमोह पुलिस से मैं असंतुष्ट हूं। मैंने पहले भी कहा था की मृतक एवं उसके परिजनों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। इस मामले की गहराई से जांच की जाए सुसाइड नोट की हैंडराईटिंग एक्सपर्ट से जांच कराई जाए, लेकिन जो लोग इस तरह के झूठे मुकदमे दर्ज करा कर अपने मंसूबे में सफल होना चाहते हैं। वह कान खोल कर सुन ले कि उनके मंसूबे पूरे नहीं होंगे।
मेरा नाम भी सुसाइड नोट में मुझपर भी मामला दर्ज करे
उन्होंने स्पष्ट बोला की दमोह पुलिस ने जो किया है मैं उस कार्रवाई के खिलाफ, पुलिस अधीक्षक के खिलाफ हूं। यह जल्दबाजी में किया गया फैसला है। यशपाल मेरे कार्यकर्ता है, जिम्मेदार जनप्रतिनिधि है। मैं हर कीमत पर उनके साथ हूं। उसमें बाकी लोग भी हैं जिनके नाम लिखे हुए हैं, उसमें मेरा भी नाम है फिर तो मेरे खिलाफ भी मुकदमा दर्ज होना चाहिए। मैंने कहा था इसकी बारीकी से जांच होना चाहिए। मैं दमोह पुलिस की कोई भी सेवा नहीं लूंगा। मेरे निजी सुरक्षा गार्ड के अलावा दमोह पुलिस के किसी भी कर्मचारी की मैं सेवा नहीं लूंगा।
गृहमंत्री ने दिए सीआईडी जांच के आदेश
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सीआईडी जांच के आदेश देते हुए कहा कि केंद्रीय राज्यमंत्री श्री प्रहलाद पटेल जी हमारी पार्टी के सम्माननीय और वरिष्ठ नेता हैं। उनकी भावनाओं का सम्मान करना हमारी जिम्मेदारी है।
दमोह का जो मामला संज्ञान में आया है उसे हमने गंभीरता से लिया है और तत्काल ही उसकी सीआईडी जांच के आदेश हो चुके हैं। जो जिम्मेदार होगा उसे बख्शा नहीं जाएगा ।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें