35 करोड़ टैक्स चोरी मामले का खुलासा: सेलटैक्स विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत हो रही प्रमाणित
▪️RTI से हुआ खुलासा, कार्यकर्ता पंकज सिंघई ने किया
सागर ,25 जून ,2023 : वाणिज्य कर विभाग सर्किल 1 जबलपुर के अधिकारियों व विभागीय कर्मचारियों की मिलीभगत से 35 करोड़ के प्रवेश कर व वैट टैक्स की चोरी का खुलासा हुआ है। सूचना अधिकार आवेदन के जवाब से प्राप्त जानकारी अनुसार फर्जी व बोगस फर्मों के विभागीय सहयोग से हुएँ पंजीयन उपरान्त मप्र जबलपुर की तीनो फर्म क्रमशः हनुमान ट्रेडर्स अशोक एजेंसी व साईनाथ, हार्डवेयर्स जबलपुर द्वारा 01/04/2012 से 31/03/2013 मे जनता से संग्रहित किये गये प्रांतीय एवं प्रवेश कर राशि की मांग एवं उनके द्वारा सरकारी खजाने मे जमा करने की दिनांक सहित जानकारी के जवाब में हुये खुलासे से यह स्पष्ट है कि उपरोक्त तीनों फर्मों द्वारा 35 करोड़ से अधिक के कर की चोरी की। आरटीआई कार्यकर्ता पंकज सिंघई ने इस मामले में आरटीआई लगाई थी। जिसमे इसका खुलासा हुआ।
बताया जाता है कि उक्त फर्मों के एसेसमें ईयर रिपोर्ट से यह स्पष्ट है कि व्यवसाईयों एवं कामर्शियल टैक्स अधिकारी जिन्होंने फ़ार्म एफ व फार्म सी जारी किये थे उनकी आपस मे मिलीभगत है। फर्म की आडिट एसेसमेंट ईयर रिपोर्ट स्वयं सिद्ध दस्तावेज है फार्म जारी करने की नस्ती का गुम होना भी रिपोर्ट मे उल्लेखित है। जो की बोगस व फर्जी पंजीयन के आधार वाले कारोबारियों व विभागीय मिलीभगत का पुख्ता प्रमाण है। आरटीआई कार्यकर्ता पंकज सिंघई ने तात्कालिक पदेन अधिकारी व व्यवसायियों के खिलाफ धोखाधड़ी जालसाजी के तहत रासुका जैसी गंभीर धाराओ में प्राथमिकी दर्ज कराने के आशय का पत्र प्रदेश के वाणिज्यकर कमिश्नर लोकेश जाटव इंदौर, प्रमुख सचिव वित्त भोपाल के साथ साथ आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ जबलपुर इकाई ( eow ) को भेजा है। उन्होंने आर्थिक अनियमितता के इस गंभीर मामले में दोषी व्यक्तियों के खिलाफ शीघ्र कार्रवाई की मांग की है।
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