Sagar: मामा निकला सौतेले भांजे का हत्यारा
▪️ मामा ही गया था घटना की शिकायत करने थाने, किया था पुलिस को गुमराह
सागर,7 मई,2023 : सागर जिले के बंडा थाना क्षेत्र के ग्राम मोकलमऊ में युवक की हत्या मामले में पुलिस ने आरोपी मामा को गिरफ्तार किया है। आरोपी मामा ने ही अपने सौतेले भांजे की गर्दन पर कुल्हाड़ी मारकर हत्या की थी। हत्या करने के बाद आरोपी खुद थाने पहुंचा और मामले की शिकायत की। साथ ही पुलिस के साथ घूमकर गुमराह करता रहा। लेकिन पुलिस ने जब मामले की सूक्ष्मता से जांच की तो आरोपी की पोल खुल गई। पूछताछ में आरोपी ने अपना अपराध कबूल लिया है।भांजे द्वारा थप्पड़ मारे जाने से मामा नाराज था।
बंडा एसडीओपी शिखा सोनी ने बताया कि 3 मई को ग्राम मोकलमऊ में गांव की गली में समरजीत सिंह लोधी शव खून से लथपथ अवस्था में मिला था। घटना की सूचना मृतक के मामा रज्जू पुत्र विश्राम सिंह लोधी उम्र 37 साल निवासी ग्राम पटनाखुर्द (दमोह) ने बरा चौकी पुलिस को दी थी। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू की। जांच के दौरान आरोपी मामा रज्जू ने गांव के ही कलू और घूमन समेत दो अन्य पर पुरानी रंजिश में भांजे की हत्या का आरोप लगाया। पुलिस ने हत्या का प्रकरण दर्ज कर मामले में जांच शुरू की। डॉग स्क्वॉड और एफएसएल टीम को बुलाया गया। वारदातस्थल से साक्ष्य जुटाए। वहीं परिवार वालों के बयान लिए। इसके अलावा पुलिस ने कलू और घूमने से पूछताछ शुरू की। लेकिन दोनों के खिलाफ वारदात में शामिल होने का कोई साक्ष्य नहीं मिला।
लग्न कार्यक्रम से लाया साथ और कर दी थी हत्या
जिसके बाद पुलिस को फरियादी मामा रज्जू पर संदेह हुआ। इसी बीच पुलिस को जानकारी मिली कि रज्जू सिंह मृतक समरजीत सिंह का सौतेला मामा है। समरजीत के पिता की पहली पत्नी से मृतक के अलावा दो बेटियां और दूसरी पत्नी और रज्जू की बहन से एक बेटा और बेटी है। इस पर पुलिस ने वारदातस्थल का दोबारा मुआयना किया और साक्ष्य जुटाए तो रज्जू सिंह ही संदेह के घेरे में आया।
लोगों से पूछताछ में पता चला कि 1 मई को ग्राम खजरी विलानी दमोह में रज्जू अपने बहनोई मोकलमऊ वालों की बहन के बेटे के लग्न कार्यक्रम में शामिल होने के लिए खजरी विलानी गया था। जहां उसे मृतक भांजा समरजीत सिंह मिला। आरोपी रज्जू कार्यक्रम से भांजे को अपनी बाइक पर बैठाकर घर लाया था। गांव में दोनों ने शराब पी थी। जिसके बाद उसका शव मिला था। संदेह होने पर पुलिस ने रज्जू को हिरासत में लिया और सख्ती से पूछताछ की तो वह टूट गया और भांजे की हत्या करना कबूल लिया।
थप्पड़ मारने का बदला और सगे भांजे को संपत्ति दिलाने हत्या की
थाना प्रभारी नवल आर्य के अनुसार नशे की हालत में भांजे समरजीत ने अपने सौतेले मामा रज्जू को थप्पड़ मार दिया था। जिसके बाद समरजीत घर जाकर सो गया था। रज्जू पास में रहने वाले अपने दूसरे बहनोई हनुमत के घर चला गया। मामा रज्जू थप्पड़ का बदला लेने के साथ ही अपनी बहन के बच्चों को संपत्ति का वारिस बनाने की नियत से देर रात दोबारा समरजीत के पास पहुंचा। यहां फिर समरजीत ने उसे दोबारा थप्पड़ मार दिया। जिस पर मामा रज्जू भड़क गया और कुल्हाड़ी उठाकर समरजीत की गर्दन पर वार कर हत्या कर दी।
वारदात के दौरान आरोपी खुद थाने पहुंचकर मामले में फरियादी बना था । उसने पुलिस को गुमराह करते हुए झूठी कहानी लिखाई। उसने शिकायत में बताया था कि वह 3 मई के करीब सुबह 4 बजे बाथरुम करने उठा। घर के बाहर आया तो कलू लोधी, घूमन लोधी और दो अन्य लोग दिखे जो भांजे समरजीत लोधी को उठाकर दौलत सरपंच के घर के पास गली में फेंके रहे थे। मैंने उन लोगों को आवाज लगाई तो उन्होंने पीछे मूड़कर देखा। जिनमें मैंने कलू लोधी और घूमन लोधी को लाइट के उजाले में पहचान लिया। अन्य दो लोगों को नहीं पहचान पाया। जिसके बाद वे मौके से भाग गए।
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