SAGAR: मर्चुरी में शव कुतरे जाने का मामला▪️ कलेक्टर ने बनाई जांच कमेटी, बीएमओ को हटाया

SAGAR: मर्चुरी में शव कुतरे जाने का मामला

▪️ कलेक्टर ने बनाई जांच कमेटी, बीएमओ को हटाया


तीनबत्ती न्यूज

सागर,5 अप्रैल ,2023. सागर जिले के बीना में सिविल अस्पताल में में मर्चुरी में रखे शव को चूहों द्वारा कुतरे जाने की घटना के मामले में जिला प्रशासन अब कार्यवायी में जुटा है। कलेक्टर ने तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित करने के साथ ही बीएमओ को हटा दिया है। 

खंड चिकित्सा अधिकारी को हटाया गया

बीना सिविल अस्पताल के मर्चरी में शव क्षत-विक्षत होने की घटना के तत्काल पश्चात कलेक्टर श्री दीपक आर्य ने खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजीव अग्रवाल को तत्काल प्रभाव से हटाने का आदेश दिए। कलेक्टर श्री आर्य ने डॉ. संजीव अग्रवाल के स्थान पर डॉ. अरविद गौर चिकित्सा अधिकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राहतगढ़ को आगामी आदेश तक खंड चिकित्सा अधिकारी बीना, आगासोद के पद पर पदस्थ करने के आदेश जारी किए हैं।
                                             
जांच समिति गठित,विकासखंड खंड चिकित्सा अधिकारी को कारण बताओ नोटिस

बीना सिविल अस्पताल के मर्चरी में शव  क्षत-विक्षत होने की घटना के तत्काल पश्चात कलेक्टर श्री दीपक आर्य ने तीन सदस्यीय जांच समिति गठित की गई। कलेक्टर श्री आर्य ने कहा कि जांच समिति दो दिवस में जांच कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करें। जांच समिति में डॉ. जे.एस. धाकड़, डॉ शेखर श्रीवास्तव, डॉ विकास यादव शामिल है।
कलेक्टर श्री आर्य ने बताया कि खंड चिकित्सा अधिकारी को संपूर्ण घटना के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है नोटिस का जवाब एक दिवस में चाहा गया है।

क्या है मामला

जिले का सिविल अस्पताल लापरवाही को लेकर चर्चाओं में बना रहता है। वहीं अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही ने सारी हदों को पार कर दिया। जिसके चलते पोस्टमार्टम के मर्चुरी रूम मे रखे शव सड़ने से कीड़े पड़ गए और बदबू से परेशान लोग भाग खड़े हुए जानकारी के अनुसार तीन दिन पूर्व बीना थाना पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए एक अज्ञात युवक का शव मर्चुरी रूम में रखवाया था।

 लापरवाह कर्मचारियों ने शव को करीब 15 दिनों से खराब फ्रीजर में रख दिया और जब पोस्टमार्टम के लिए शव को फ्रीजर से निकाला तो मौके पर मौजूद कर्मचारियों सहित अस्पताल में मौजूद मरीज बदबू से भागते नजर आए। वहीं पुलिस के जवान भी भाग खड़े हुए, क्योंकि शव पूरी तरह से सड़ चुका था जिसमें कीड़े पड़ चुके थे। जिसके बाद इसी हाल में पोस्टमार्टम कराया गया।
नगरपालिका कर्मचारी जो शव को दफनाने लेने आए वह भी भाग गए। । जिसके बाद पुलिस के समझाइश के बाद कर्मचारी शव को लेकर दफनाया गया। अस्पताल में मौजूद मरीजों का भी बदबू से बैठना दुश्वार हो गया। मामले में बीएमओ डॉ संजीव अग्रवाल का कहना है कि उन्हें फ्रीजर खराब होने की जानकारी कर्मचारियों ने नहीं दी। थाना प्रभारी कमल निगवाल का कहना है कि मर्चुरी रूम की जवाबदारी अस्पताल प्रबंधन की है। अस्पताल प्रबंधन को ध्यान रखना चाहिए था। अब सवाल यह है कि इस दुर्दशा का जिम्मेदार कौन है? 
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