श्री सीताराम नाम जप महायज्ञ: सपत्नीक शामिल हुये परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत
▪️शिव जी का किया नर्मदा जल से अभिषेक महायज्ञ में दी आहुतियां
सागर , 27 अप्रैल 2023: सुरखी विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत राजघाट स्थित माँ शारदा देवी मंदिर प्रागण में चल रहे विश्व कल्याण हेतु श्री सीताराम नाम जप 1008 कुण्डीय महायज्ञ में गुरूवार को सुबह 06 बजे शिव जी का रूद्र अभिषेक किया गया जिसमें राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत अपनी धर्मपत्नि पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष सविता सिंह राजपूत के साथ पहुुंचे जहां विधि विधान, मंत्र उच्चारणों के साथ शिव जी का रूद्र अभिषेक तद्उपरांत 12 बजे से यज्ञ शाला में सभी यजमानों के साथ राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने बाल्मिकी रामायण के दौरान यज्ञ आहुतियां दी।
आचार्य पीठ पर पंडित धीरेन्द्र मनीषी द्वारा सभी यजमानों से रामायण तथा श्लोकों एवं मंत्रों द्वारा आहुतियां दिलाई गईं। पंडित धीरेन्द्र मनीषी ने कहा कि किसी भी प्रकार का पाप हो बाल्मिकी रामायण के श्रवण, महायज्ञ में शामिल होने से कट जाता है। बाल्मिकी रामायण, महायज्ञ का आज प्रथम दिवस था। जिसमें 1100 यजमानों ने बैठकर आहुतियां दी एवं विश्व कल्याण की कामना की।
शुक्रवार को शिव जी का अभिषेक गन्ने के रस से किया जायेगा जिसको लेकर आचार्य पंडित धीरेन्द्र मनीषी ने सभी यजमानों को आवश्यक जानकारी दी एवं अंत में यज्ञ शाला पर आरती के बाद सभी यजमानों ने गुरू पूजन किया। इस अवसर पर अरविंद सिंह टिंकू राजा, कुंवर सिंह ठाकुर, राजकुमार बरकोटी, मूरत सिंह राजपूत सहित यज्ञ समिति के सदस्यों द्वारा सारी व्यवस्थाओं का निरीक्षण एवं श्रद्धालुओं के साथ पुण्य लाभ लिया।
यज्ञशाला के परिक्रमा के लिये उमणा जन सेलाब
श्री सीताराम नाम जप 1008 कुंडीय महायज्ञ की विशाल यज्ञशाला जहां 1100 यजमान बैठकर एक साथ हवन कर रहे हैं वेदों के अनुसार यज्ञशाला की परिक्रमा का महत्व बताया गया है जिसको लेकर यज्ञशाला की परिक्रमा के लिये सेकड़ों श्रद्धालु पहुंचे जिसमें कई भजन मंडलियां शामिल रहीं। भक्ति में डूबे श्रद्धालुओं ने यज्ञ शाला की परिक्रमा की, भजन मंडलियों ने भजन गाते हुये अपनी टोलियों के साथ परिक्रमा की एवं रामायण पाठ का श्रवण किया।
सैकड़ों श्रद्धालुओं ने किये भोजन
महायज्ञ के आयोजन में निरंतर श्रद्धालुओं के लिये भोजन प्रसादी की व्यवस्था की गई है दूरदराज से आने वाले श्रद्धालुओं को भोजन के लिये अलग से व्यवस्था की गई है जहां सैकड़ों श्रद्धालु रोज भोजन प्राप्त करते हैं साथ ही जो यजमान यज्ञ में बैठे हैं उनके परिजनों के लिये भी यहां भोजन की व्यवस्था की गई है। समिति के सदस्यों द्वारा भोजन प्रसादी का वितरण किया जाता है जो देर शाम तक चलता रहता है।
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