जरूरतमंद को भोजन कराना नारायण सेवा है :राजेंद्र चौरे
▪️सत्य साई सेवा संगठन सागर-दमोह का भक्त सम्मेलन
सागर। नारायण सेवा का अर्थ केवल गरीब ही नहीं बल्कि वह है जिसको भोजन की जरूरत है। यह एक पवित्र कार्य है। सभी माताएं-बहनें प्रतिदिन एक मुठ्ठी आटा, चावल और दाल अवश्य इसके नाम से निकालें। यह बात राज्य नारायण सेवा प्रभारी राजेन्द्र चौरे ने सागर-दमोह जिला के भक्त सम्मेलन को संबोधित करते हुए रविवार को कही।
भाग्योदय रोड स्थित सिंधी धर्मशाला में आयोजित सम्मेलन में जबलपुर से आई पुनीता उपाध्याय ने कहा कि बच्चों को प्रार्थना, मौन, भजन सिखाएं। किरण खरे और मुकुंद नायडू ने कहा कि इच्छाओं का त्याग नहीं नियंत्रण करें, लोगों से सत्संग के फायदे पूछे। इंदौर से आई पुष्पा खंडेलवाल ने प्रार्थना कर भगवान को मनाने कां गीत ध्यान कराया। डॉ माधवी पटेल ने कहा कि बर्तन की तरह मन को भी अंदर सफाई की जरूरत होती है। सुनील अंबासेलकर ने 'सो मम हित लागी' को समझाते हुए कहा पवित्र भाव से स्वयं से प्रेम करने वाला ही प्रेम का विस्तार कर सकता है।
नरसिंहपुर से आए चैतन्यपुरी गोस्वामी और निक्की गोस्वामी ने कहा कि गांवों में शिक्षा और स्वास्थ्य पर काम करने की काफी जरूरत है। उज्जैन से आए संजय तिवारी ने प्रदेश के अधिक से अधिक गांवों में पौधों का रोपण, पोषण और संरक्षण-संवर्धन पर जोर दिया।
इस दौरान सागर समिति के जिलाध्यक्ष श्रीराम दुबे और दमोह के राकेश कुर्मी समेत 318 भक्त उपस्थित थे। कार्यक्रम में आभार- महामंगल आरती अनिरुद्ध पिंपलापुरे ने की व संचालन बीके गुरु ने किया।
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