शतरंज खेलने से एकाग्रता की प्राप्ति होती है : शैलेश केशरवानी
सागर,10 अप्रैल 2023 । स्वदेश चैस एकेडमी द्वारा एक दिवसीय शतरंज टूर्नामेंट प्रदेश कार्यसमिति सदस्य श्री शैलेश केशरवानी के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुआ।
टूर्नामेंट में 6 वर्ष की आयु से लेकर 20 वर्ष की आयु तक के बच्चों ने भाग लिय। जिसमें बालक बालिका दोनों उपस्थित थे। यह प्रतियोगिता डिस्टिक चेस एसोसिएशन सागर के सानिध्य में हुई। टूर्नामेंट में पारस विद्या विहार स्कूल से शिवांश तिवारी प्रथम, अवतार जैन द्वितीय स्वास्तिक माथुर तृतीय स्थान पर रहे। टूर्नामेंट में बालिका वर्ग से यशस्विनी तिवारी प्रथम स्थान पर रही। सभी विजई हुए प्रतिभागियों को प्रदेश कार्यसमिति सदस्य शैलेश केशरवानी द्वारा पुरस्कृत किया गया। टूर्नामेंट के आयोजकों ने बताया कि विजय हुए प्रतिभागी आगामी मई माह में पुणे महाराष्ट्र में होने जा रहे इंटरनेशनल टूर्नामेंट में खेलेंगे।
इस अवसर पर टूर्नामेंट को संबोधित करते हुए प्रदेश कार्यसमिति सदस्य श्री शैलेश केशरवानी ने कहा कि छोटे-छोटे बच्चों द्वारा शतरंज जैसे खेल में इतना शानदार प्रदर्शन किया जा रहा है जिसे देखकर मैं आश्चर्यचकित हूं। शतरंज ऐसा खेल है शतरंज खेल बच्चों की सोचने की क्षमता को एक नए आयाम पर ले जाता है। पहले शतरंज खेल को ज्यादा महत्व नहीं दिया जाता था परंतु आज कल प्रत्येक राज्यों में बड़े लेबल पर शतरंज प्रतियोगिता का आयोजन किया जाने लगा है। साथ ही देश स्तरीय प्रतियोगिताएं भी आयोजित होने लगी है।
टूर्नामेंट में 6 वर्ष की आयु से लेकर 20 वर्ष की आयु तक के बच्चों ने भाग लिय। जिसमें बालक बालिका दोनों उपस्थित थे। यह प्रतियोगिता डिस्टिक चेस एसोसिएशन सागर के सानिध्य में हुई। टूर्नामेंट में पारस विद्या विहार स्कूल से शिवांश तिवारी प्रथम, अवतार जैन द्वितीय स्वास्तिक माथुर तृतीय स्थान पर रहे। टूर्नामेंट में बालिका वर्ग से यशस्विनी तिवारी प्रथम स्थान पर रही। सभी विजई हुए प्रतिभागियों को प्रदेश कार्यसमिति सदस्य शैलेश केशरवानी द्वारा पुरस्कृत किया गया। टूर्नामेंट के आयोजकों ने बताया कि विजय हुए प्रतिभागी आगामी मई माह में पुणे महाराष्ट्र में होने जा रहे इंटरनेशनल टूर्नामेंट में खेलेंगे।
इस अवसर पर टूर्नामेंट को संबोधित करते हुए प्रदेश कार्यसमिति सदस्य श्री शैलेश केशरवानी ने कहा कि छोटे-छोटे बच्चों द्वारा शतरंज जैसे खेल में इतना शानदार प्रदर्शन किया जा रहा है जिसे देखकर मैं आश्चर्यचकित हूं। शतरंज ऐसा खेल है शतरंज खेल बच्चों की सोचने की क्षमता को एक नए आयाम पर ले जाता है। पहले शतरंज खेल को ज्यादा महत्व नहीं दिया जाता था परंतु आज कल प्रत्येक राज्यों में बड़े लेबल पर शतरंज प्रतियोगिता का आयोजन किया जाने लगा है। साथ ही देश स्तरीय प्रतियोगिताएं भी आयोजित होने लगी है।
टूर्नामेंट के आयोजक अभिजीत अवस्थी रहे जिन्होंने बताया शतरंज से मानसिक विकास होता है शतरंज का खेल व्यक्तियों के जीवन में धैर्य कौशल को बढ़ाता है और उनको आगे बढ़ने में मार्गदर्शन देता है।
टूर्नामेंट की अध्यक्षता नितिन चौरसिया सचिव डिस्ट्रिक्ट चैस एसोसिएशन सागर ने की। इस टूर्नामेंट के मुख्य निर्णायक मुरारीलाल और अरविंद यादव रहे। इस अवसर पर डॉ रविंद्र केशरवानी,विष्णु साहू,पवन ठाकुर,अब्बी साहू,बच्चों के अभिभावक और एकेडमी का स्टाफ उपस्थित रहा।
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