पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह 11 अप्रैल को तीन दिवसीय दौरे पर सागर आयेंगे
▪️शहर विकास के दावे सब-के सब खोखले : राजकुमार पचौरी
सागर, 8 अप्रैल 2023 : मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह 11 अप्रैल को तीन दिवसीय दौरे पर सागर पहुंच रहे हैं। वे यहां आकर भाजपा के कब्जे वाली विधानसभा सीटों पर पहुंचकर कार्यकर्ताओं में जोश व ऊर्जा भरने का काम करेंगे। उनके सागर जिले में दौरे को लेकर मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव सागर जिले के प्रभारी अवनीश भार्गव ने यहां आकर मैदानी मोर्चा संभाल लिया है। वही स्थानीय स्तर पर जिला कांग्रेस के ग्रामीण व शहर अध्यक्ष द्वय डॉ आनंद अहिरवार तथा राजकुमार पचौरी ने बैठकों के दौर के साथ तैयारी शुरू कर दी है। दिग्विजय सिंह की ओर से सचिन वत्स और योगेंद्र सिंह परिहार भी सागर पहुंचकर कार्यक्रम का जायजा ले रहे हैं।
प्रदेश कांग्रेस के सागर जिला प्रभारी अवनीश भार्गव ने गत दिवस देर शाम यहां पहुंचकर स्थानीय पदाधिकारियों से चर्चा कर तैयारियों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने जिला अध्यक्ष द्वय आनंद अहिरवार व राजकुमार पचौरी के साथ ही सचिन वत्स और योगेंद्र सिंह परिहार की मौजूदगी में प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष सुरेंद्र चौधरी, पूर्व अध्यक्ष रेखा चौधरी, प्रदेश महासचिव मुकुल पुरोहित, शैलेंद्र तोमर, अवधेश तोमर, सिंटू कटारे आदि से सागर व नरयावली के कार्यक्रम को लेकर चर्चा की। शनिवार को उन्होंने जिलाध्यक्ष डॉ आनंद अहिरवार व सचिन वत्स और योगेंद्र सिंह परिहार के साथ सुरखी के जैसीनगर पहुंचकर पूर्व मंत्री प्रभुसिंह ठाकुर, बुंदेल सिंह बुंदेला, अनिल सोनी, प्रमिला राजपूत, विनोद यादव, आदि से चर्चा की तथा कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण किया।
बाद में उन्होंने नरयावली, खुरई तथा बीना विधानसभा क्षेत्र में पहुंचकर स्थानीय कांग्रेसजनो से मुलाकात की तथा तैयारियों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय नेता दिग्विजय सिंह जी सागर जिले के कार्यकर्ताओं के स्वाभिमान की रक्षा को लेकर काफी चिंतित हैं। जिसके चलते ही उन्होंने भाजपा के कब्जे वाली विधानसभा सीटों को फोकस किया है। उन्होंने श्री दिग्विजय सिंह के दौरा कार्यक्रम को बेहद अनुशासित व व्यवस्थित तरीके से पूरा करने के निर्देश भी दिए।
ये रहा कार्यक्रम
प्रवक्ता डॉ संदीप सबलोक ने उक्त संबंध में बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री तथा राष्ट्रीय महासचिव श्री दिग्विजय सिंह 11, 12 एवं 13 अप्रैल को सागर जिले में रहेंगे। वे 11 अप्रैल को यहां आकर बीना तथा खुरई विधानसभा क्षेत्र में मंडलम सेक्टर पदाधिकारियों की बैठक लेंगे। इस दौरान वे स्थानीय नेताओं पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं के साथ ही मीडिया से भी अलग अलग मुलाकात करेंगे। श्री दिग्विजय सिंह इसी दिन रात्रि में सुरखी विधानसभा क्षेत्र पहुंचकर यहां रात्रि विश्राम करेंगे तथा अगले दिन सुबह बैठकें व पत्रकार वार्ता में हिस्सा लेंगे। वे दोपहर में यहां से रवाना होकर सागर विधानसभा क्षेत्र के मंडलम सेक्टर पदाधिकारियों की मोतीनगर स्थित सरस्वती गार्डन में बैठक लेने के बाद वरिष्ठ नेताओं, पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं से चर्चा करेंगे। इसके बाद वे रात्रि विश्राम नरयावली विधानसभा क्षेत्र में करने के बाद अगले दिन 13 अप्रैल को नरयावली व रहली विधानसभा क्षेत्र के कार्यक्रमों में उपरोक्त अनुसार ही हिस्सा लेने के बाद रात्रि में दमोह जिले के हटा विधानसभा क्षेत्र को प्रस्थान करेंगे।
प्रदेश कांग्रेस के सागर जिला प्रभारी श्री अवनीश भार्गव ने बताया कि जिले के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में श्री दिग्विजय सिंह के आगमन पर कार्यक्रम स्थलों के चयन को लेकर जिला कांग्रेस के अध्यक्ष द्वय आनंद अहिरवार तथा राजकुमार पचौरी के साथ-साथ प्रदेश पदाधिकारियों तथा स्थानीय नेताओं से चर्चा कर अंतिम रूप दिया जा रहा है।
स्मार्ट सिटी के नाम पर महापौर, विधायक, सांसद द्वारा जो विकास के दावे किए जा रहे सब-के सब खोखले : राजकुमार पचौरी
पिछले 3 दशक से काबिज भाजपा और उनके जनप्रतिनिधि शहरी विकास के नाम पर जनता की आंखों में धूल झौंकने का काम कर रहे हैं। स्मार्ट सिटी में चल रही धांधलियों पर विधायक, सांसद और विभागीय मंत्री तक चुप्पी साधे हुए हैं। जनता का गाढ़ी कमाई का दुरुपयोग किया जा रहा है। यह आरोप जिला कांग्रेस अध्यक्ष राजकुमार पचौरी ने लगाया है। उन्होंने कहा कि एक-एक करके सभी प्रोजेक्ट की स्थिति जनता के सामने लाई जाएगी।
अध्यक्ष पचौरी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी शहर के सौंदर्यीकरण, सुव्यवस्थित विकास और सुविधाओं की पक्षधर है। लेकिन पं मोतीलाल नेहरू के नाम पर बनी म्युनिसिपल स्कूल में ट्रैफिक सुधार की आड़ में मल्टी लेवल पार्किंग और व्यापारिक कांपलेक्स बनाकर महापौर द्वारा ना केवल पंडित मोतीलाल नेहरु के नाम को बल्कि म्युनिसिपल स्कूल का भी अस्तिव खत्म करने की साजिश की जा रही है। जबकि हकीकत यह है कि नगर निगम द्वारा पिछले 5 सालों में जिन भी कमर्शियल बिल्डिंग को अनुमित दी गई है, अगर उनके नक्शों की जांच कर ली जाए हकीकत खुद सामने आ जाएगी। नक्शों में पार्किंग दिखाई दी जाती है, लेकिन हकीकत में वहां दुकानें चल रही हैं, क्योंकि नगर निगम के कुछ भ्रष्ट कर्मचारी उन पर कार्रवाई करने नहीं जाते। इसलिए सड़कों पर वाहनों की पार्किंग की जाती है और ट्रैफिक बाधित होता है। उन्होंने कहा कि कटरा बाजार में सड़क से हुए जितने भी घर हैं, उनके वाहन भी सड़क पर पार्क किए जाते हैं, नगर निगम, पुलिस, प्रशासन उन पर कार्रवाई करने से क्यों बच रहा है। प्रवक्ता डॉ संदीप सबलोक ने आरोप लगाया है कि केंद्र की मोदी सरकार से लेकर प्रदेश और स्थानीय सरकार तक देश की प्राचीन धरोहर और सार्वजनिक संपत्तियों को विकास के नाम पर बेचने का काम कर रही है। इसी तर्ज पर सागर नगर निगम द्वारा स्वतंत्रता आंदोलन की विरासत से जुड़ी हुई सागर की ऐतिहासिक और गौरवशाली पं मोतीलाल नेहरू स्कूल को व्यवसायिक कॉन्प्लेक्स और पार्किंग में बदल रही है। उन्होंने कहा कि यह सही है किस सागर में पार्किंग की सख्त जरूरत है लेकिन इसके लिए उन्होंने सवाल उठाया है कि पं मोतीलाल नेहरू स्कूल ही क्यों? नगर निगम को अलग पार्किंग बनाना ही है तो कटरा में निर्माणाधीन दीनदयाल कॉम्पलेक्स तथा इसके सामने टपरा मार्केट व बख्शीखाना के पहले से स्थापित दुकानदारों को पक्की दुकानें बनाकर देने के साथ मल्टी लेवल पार्किंग बना लें।
कछुआ गति से चल रहे हैं स्मार्ट सिटी के काम
जिला शहर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष राजकुमार पचौरी ने शहर में कछुआ चाल से चल रहे कामों को लेकर कहा कि महापौर श्रीमती संगीता तिवारी, विधायक शैलेंद्र जैन, सांसद राजबहादुर सिंह जो विकास के नाम पर वाहवाही लूट रहे हैं, उनके सभी दावे खोखले हैं। अलग ऐसा है तो उन्हें जनता के स्पष्ट करना चाहिए। उन्होंने कहा कि शहर में पिछले 3 साल से चल रहे शहर की धरोहर लाखा बंजारा झील के काम अभी तक क्यों अधूरे बने हुए हैं। 92 करोड़ की लागत से चल रहे झील सौंदर्यीकरण की स्थिति को देखकर आप खुद अंजादा लगा सकते है कि इसका सौंदर्यीकरण हुआ है या फिर रुपयों की बंदरबांट। न तो झील में ठीक से डिसिल्टिंग हुई, न ही घाटों का निर्माण हुआ और न ही झील सुंदर हो पाई है। शहर के जनभावनाओं से जुड़ी हुई झील की बुरी तरह से र्दुदशा हो गई हैं।
गरीबों ने उधार लेकर मकान के रुपए भरे, लेकिन मकान नहीं मिला
जिला शहर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष राजकुमार पचौरी ने कहा कि नगर निगम सागर के आवास योजना के तहत कनेरादेव और किशोर न्यायालय के पास मकान तैयार किए जा रहे है। जिनके हितग्राहियों से कोरोना के पहले से 20 हजार रुपए जमा करा लिए, लेकिन अभी तक उनको मकान नहीं मिला है। कुछ हितग्राही तो ऐसे है कि उन्होंने 20 हजार की राशि उधार लेकर भरी थी, जिसका ब्याज वे अभी तक चुका रहे है। बीएलसी की योजना के भी ऐसे ही हालात है। कई ऐसे मकानों के लिए बीएलसी का लाभ दिया गया है, जिनके पक्के मकान हैं। जबकि जरूरतमंदों की किस्तें अंतिम किस्तें अभी तक जारी नहीं हुई हैं।
स्मार्ट सिटी के नाम पर की जाएगी वसूली
पचौरी ने कहा कि जब से खेल परिसर बना है, उसमें विधायक, सांसद और महापौर ट्रॉफी ही रही है। अगर सभी जनप्रतिनिधियों को शहर के होनहार खिलाड़ियों की इतनी ही चिंता है तो आम लोगों को लिए स्टेडियम क्यों नहीं खेल देते, लेकिन ऐसा इसलिए नहीं कर सकते हैं, क्योंकि अभी तक स्टेडियम का ठेका नहीं हुआ है। जब ठेका होगा, उसमें इंट्री फीस के नाम पर जनता से वसूली की जाएगी। यहीं हालात स्मार्ट टायलेट और महिला सुविधा गृह के हैं, जिनके पूरे होने के बाद उनको अभी तक खोला नहीं गया। हालांकि हाल में नगर निगम ने इनका भी ठेका कर दिया है। अब वसूली के लिए उन्हें खोल दिया जाएगा।
अध्यक्ष पचौरी ने बताया कि नगर निगम ने हाल में ही बजट पेश किया। उसमें करवृद्धि न करने की वाहवाही लूटी गई, जबकि बैक डोर से नामांतरण फॉर्म और फीस समेत विवाह पंजीयन के फॉम की राशि बढ़ा दी। इस मुद्दों को बजट सत्र के अंत में रखा, ताकि विरोध न हो सके। चुपके-चुपके इस वृद्धि पर भी सहमति ली गई।
हरीसिंह गौर के अस्तिव खत्म करने में जुटी भाजपा
जिला शहर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष राजकुमार पचौरी ने बताया कि भाजपा दोहरीनीति अपनाती है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण महान शिक्षाविद् डॉ. हरीसिंह गौर हैं। दानवीर सर डॉ. गौर के जन्म दिवस पर भाजपा ने गौर दिवस को धूमधाम से मनाया और दूसरी और उनका अस्तित्व धीरे-धीरे खत्म करने की तैयारियां भी कर ली। पूर्व महापौर अभय दरे के कार्यकाल में पहले परकोटा स्थित गौर टॉवर का हटाया। अब वर्तमान महापौर संगीता तिवारी स्टेडियम के सामने बने डॉ हरीसिंह गौर पार्क को हटाने की प्लानिंग कर रहीं हैं।
कमलनाथ सरकार ने डीपीआर तक तैयार करा ली थीं, यहां सीएम से मिलने के बहाना बना रहे जनप्रतिधि
24 घंटे पानी देने की योजना तैयार कर ली, लेकिन (फेज-2) में राजघाट की ऊंचाई बढ़ाने के लिए जनप्रतिनिधि अब क्यों मुख्यमंत्री के पास जा रहे है। जबकि पिछले विधानसभा में विधायक शैलेंद्र जैन के संकल्प पत्र में इसका उल्लेख किया गया है। जबकि कमलनाथ सरकार ने तत्कालीन जिला कांग्रेस अध्यक्ष रेखा चौधरी की मांग पर शहर की चिंता करते हुए इस योजना की तत्काल मंजूरी के साथ डीपीआर तैयार कराते हुए 100 करोड़ रुपए की राशि की मंजूरी भी प्रदान कर दी थी। इसके लिए सांधिकार समिति की बैठक भी हुई थी। लेकिन श्रेय लूटने की राजनीति के चलते अब भाजपा के जिला प्रभारी मंत्री ही सागर आकर कह रहे है कि बांध की ऊंचाई बढ़ाने के लिए हम सभी मुख्यमंत्री से मिलेंगे
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