Sagar: कन्या हाईस्कूल भवन की हालत जीर्णशीर्ण, मानव अधिकार आयोग ने लिया संज्ञान
▪️ पढ़ती है एक हजार से अधिक छात्राएं
सागर। मप्र मानव अधिकार आयोग ने सागर जिले के शासकीय कन्या उमावि, गौरझामर में’ एक अत्यन्त जीर्णशीर्ण भवन में विद्यालय भवन लगने के कारण विद्यार्थियों को अपनी जान जोखिम में डालकर विद्या अध्यन करने के लिये मजबूर होने तथा शासन से मांग करने पर भी नई बिल्डिंग न बन पाने के मामले में संज्ञान लिया है। मामले में आयोग ने ’कलेक्टर तथा जिला शिक्षाधिकारी, सागर से प्रकरण की जांच कराकर इस संबंध में अबतक की गई कार्यवाही और नई प्रस्तावित कार्यवाही के संबंध में एक माह में जवाब-तलब किया है।
ये है मामला : जीर्ण-शीर्ण भवन में लग रही स्कूल
शासकीय उच्चतर माध्यमिक कन्या विद्यालय गौरझामर में इस समय करीब 1000 छात्राएं अध्ययनरत हैं जिनका भविष्य उचित हायर सेकंडरी स्कूल बिल्डिंग नहीं होने के कारण अधर में लटका हुआ है. वर्तमान में जो भी क्लासे यहां पर लगाई जा रही है वह यहां उपलब्ध एक खंडहर नुमा अतिपुरानी जीर्ण शीर्ण हालत की बिल्डिंग है जिसमें बैठकर छात्राएं विद्या अध्ययन मजबूरी एवं अपनी जान जोखिम में डालकर कर रही हैं. यह पुरानी बिल्डिंग इस समय काफी जर्जर हालत में होने से छात्राओं को शासकीय माध्यमिक कन्या विद्यालय की बिल्डिंगों में मजबूरन पढ़ाई करने को विवश होना पड़ रहा है. गौरझामर में कन्या हायर सेकेंडरी भवन नहीं होने के कारण विद्यालय, शाला विकास समिति, अभिभावकों, ग्राम वासियों, अभिभावकों, जनप्रतिनिधियों द्वारा समय-समय लटकी हुई है. पर शासन प्रशासन उच्च शिक्षा विभाग सभी को आवेदन निवेदन किए जा चुके हैं लेकिन 5 दशकों में यह गंभीर व चिंताजनक समस्या का हल नहीं होना वर्तमान सरकार की असफलता को दर्शाता है.
गौरझामर के शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की नई बिल्डिंग अभी भी अधर में लटकी है।
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