वैश्विक मंच पर भारत का महत्व लगातार बढ रहा है :मंत्री मोहन यादव
▪️राज्य स्तरीय चित्रकला एवं निबंध प्रतियोगिता के छात्र-छात्राओं का सम्मान
सागर 3 फरवरी 2023 ।मध्यप्रदेश शासन के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने आजादी का अमृत महोत्सव के तहत सागर में महाकवि पदमाकर सभागार आयोजित कार्यक्रम में राज्य स्तरीय चित्रकला एवं निबंध प्रतियोगिता के छात्र छात्राओं को सम्मानित किया। यह राज्य स्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन आर्ट एडं कामर्स कालेज में संपन्न हुई। जिसमें प्रदेश के 8 संभागों से 24 छात्र छात्राओं ने भाग लिया। उच्च शिक्षा मंत्री ने आजादी का अमृत महोत्सव प्रदर्शनी का उदघाटन किया। प्रदर्शनी में स्वतंत्रता संग्राम के अमर शहीदो के साथ सागर संभाग के 30 स्वतंत्रता संग्राम सेनानियो एवं शहीदों और उनके योगदान को प्रदर्शित किया गया था। कार्यक्रम में उच्च शिक्षा मंत्री ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी श्री ताराचंद जैन को शाल, श्रीफल और स्मृति चिन्ह भेंट सम्मान किया।
इस अवसर पर विधायक श्री शैलेन्द्र जैन, महापौर संगीता सुशील तिवारी, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री हीरा सिंह राजपूत, गौरव सिरोठिया, शैलेश केशरवानी, पूर्व विधायक नारायण प्रसाद कबीर पंथी श्याम तिवारी, लक्ष्मण सिंह, अनिल तिवारी, श्री जीएस रोहित, अन्य जनप्रतिनिधि 8 संभागों से आये हुए महाविद्यालय के छात्र-छात्राएं, प्राचार्य और शिक्षक-शिक्षाकाएं उपस्थित थे।
आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के समय प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में भारत जी 20 देशों की अध्यक्षता कर रहा है। यह वैश्विक मंच पर भारत के बढते महत्व को दर्शाता है। इसके लिए भारत ने एक धरती एक परिवार की थीम दी है। उन्होंने कहा कि प्राचीन काल से ही भारत ज्ञान विज्ञान में अग्रणी रहा है। दुनिया को शुन्य से परिचत भारत ने ही कराया था।
डॉ. यादव ने कहा कि बुन्देलखंड महावीरों की धरती है। स्वतंत्रता संग्राम में स्वाधीनता की ललक यहां सबसे अधिक देखी गई। शहीदों ने अपना बलिदान देकर देश को स्वतंत्र कराया। अंग्रेजों के शासन में कवि माखन लाल चतुर्वेदी ने पुष्प की अभिलाषा के माध्यम से शहीदों के प्रति सम्मान व्यक्त किया। उन्होंने युवाओ से कहा कि स्वाधीनता से स्वतंत्रता की ओर बढे। खुली आंखों से दुनिया को देखे। अपनी सभ्यता और सांस्कृति को आगे बढाते हुए, मानवता के कल्याण के लिए कार्य करें।
कार्यक्रम में विधायक श्री शैलेन्द्र जैन ने कहा कि देश में 1857 से स्वतंत्रता संग्राम 90 वर्ष चला और उसके बाद स्वतंत्रता मिली। हमारे कुछ सेनानी ऐसे थे जिन्होंने 1857 के पहले ही अंग्रेजों के विरूध्द संघर्ष का बिगुल बजा दिया था। उन्होंने मधुकर शाह बुंदेला का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने बुंदेला विद्रोह की शुरूवात की थी। उन्हे अंग्रेजों ने सागर जेल में कैद किया था और फांसी की सजा दी थी। उनकी समाधि को स्मार्ट सिटी के द्वारा सहेजा गया है।
कार्यक्रम को महापौर संगीता सुशील तिवारी ने कहा कि आज हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे है। यह सब देश के शहीदों, बलिदानियों के कारण हो सका है। उन्होंने बुंदेंला विद्रोह और संभाग के विभिन्न जिलों में स्वतंत्रता संग्राम के संघर्ष पर भी प्रकाश डाला।
प्रतियोगियों को किया सम्मानित
कार्यक्रम मेंं उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा निबंध और चित्रकला प्रतियोगिता में भाग लेने वाले छात्र-छात्राओं को पुस्तकों का किट देकर सम्मानित किया गया। इन छात्र-छात्राओं में विवेक विश्वकर्मा, सपना कुशवाहा, राहुल सिंह, दीपिका कसेरा, मनीष कुमार, मोहित वर्मा, कु. अंशि सेठिया, राखी यादव, तुलसी कुशवाहा, स्नेहा धाकड, मयंक विश्वकर्मा, शिवानी सनाडय, सोनम सोनी, गरिमा मरावी, विजय लक्ष्मी सिकरवार, नूतन झारिया, दीपिका सिंह, नेहा त्रिपाठी, नेन्सी नामदेव, वंदना अहिरवार, तनु जैन, हेमश्री अहिरवार, ऋतु यादव और प्रकाश उज्जैनी शामिल है।
प्रदर्शनी का आयोजन
पदमाकर सभागार में सत्यम कला एवं संस्कृति संग्रहालय समिति के श्री दामोदर अग्नीहोत्री ने प्रदर्शनी लगाकर लोगों को स्वतंत्रता आंनदोलनो के कर्णधार वीर सपूतों एवं महापुरूषों की स्मृति में जारी सिक्के, डाक टिकिटों के बारे में अवगत कराया।
कार्यक्रम में ओएसडी श्री धीरेन्द्र शुक्ला ने कार्यक्रम की रूप रेखा तथा प्रतिवेदन डॉ. भावना यादव ने प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन श्री अरविंद जैन और आभार नोडल अधिकारी आजादी का अमृत महोत्सव तथा पुस्तक स्वाधीनता और स्वतंत्रता के लेखक डॉ. विश्वास चौहान ने व्यक्त किया।
पदमाकर सभागार में सत्यम कला एवं संस्कृति संग्रहालय समिति के श्री दामोदर अग्नीहोत्री ने प्रदर्शनी लगाकर लोगों को स्वतंत्रता आंनदोलनो के कर्णधार वीर सपूतों एवं महापुरूषों की स्मृति में जारी सिक्के, डाक टिकिटों के बारे में अवगत कराया।
कार्यक्रम में ओएसडी श्री धीरेन्द्र शुक्ला ने कार्यक्रम की रूप रेखा तथा प्रतिवेदन डॉ. भावना यादव ने प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन श्री अरविंद जैन और आभार नोडल अधिकारी आजादी का अमृत महोत्सव तथा पुस्तक स्वाधीनता और स्वतंत्रता के लेखक डॉ. विश्वास चौहान ने व्यक्त किया।
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