हथकरघा केंद्र ऐसा लगता है कि जेल नहीं बल्कि सुधार गृह है: शैलेंद्र जैन
सागर। केंद्रीय जेल सागर में सकल दिगंबर जैन समाज सागर के द्वारा श्री 1008 सिद्धचक्र महामंडल विधान का भव्य आयोजन आज से किया जा रहा है जो 3 मार्च तक चलेगा। मुख्य अतिथि के रुप में पधारे न्यायमूर्ति मनोहर ममतानी अध्यक्ष मानव अधिकार आयोग मध्यप्रदेश ने अपने उद्बोधन में कहा केंद्रीय जेल सागर में जैन समाज के द्वारा आचार्य विद्यासागर जी महाराज के आशीर्वाद से जो हथकरघा उद्योग स्थापित किया गया है निश्चित रूप से मानवता के लिए बहुत बड़ा कार्य है। उन्होंने कहा हमें अपराधी से नहीं अपराध से घृणा करना चाहिए। जेल में भी मानवता होती है अतः हथकरघा उद्योग के माध्यम से बंदियो को जेल से छूटने के बाद अपना स्वयं का रोजगार स्थापित करने का अवसर मिलेगा एवं समय-समय पर धार्मिक अनुष्ठानों से उनके भावो में निर्मलता आएगी, अपने द्वारा किए हुए अपराधों को पश्चाताप करने का उन्हें अवसर मिलेगा। और भविष्य में दोबारा गलती ना करें इन धार्मिक संस्कारों से उनको ऊर्जा मिलती रहेगी।
विशिष्ट अतिथि विधायक शैलेंद्र जैन ने कहा जब भी जेल के कार्यक्रम में आता हूं तो हथकरघा केंद्र में कैदियों से मिलता हूं तो भाव विभोर हो जाता हूं। हथकरघा केंद्र को देख कर ऐसा लगता है की यह जेल नहीं बल्कि सुधार ग्रह है। नगर विधायक शैलेंद्र जैन ने केंद्रीय जेल सागर में टीन शेड के निर्माण के लिए 10 लाख रुपए की राशि की स्वीकृति प्रदान की ।
इस अवसर पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश उज्जैन अरविंद जैन ने कहा कि विगत 5 वर्ष पूर्व आचार्य भगवन जब जेल में पधारे थे तब उन्होंने बंदी भाइयों के बारे में सोचा और कहा कुछ ऐसे भी बंदी भाई होंगे जिनके परिवार में इनके अलावा दूसरे भाई ना हो और उनकी मां बहन बेटियां रोजगार के अभाव में आजीविका के लिए परेशान होती होगी। ऐसे में इन बंदियों के लिए कुछ किया जाना चाहिए तभी हथकरघा उद्योग स्थापित करने का आचार्य भगवान ने आशीर्वाद दिया और ब्रह्मचारिणी रेखा दीदी नीलम दीदी एवं समाज के सहयोग से इस हथकरघा उद्योग को स्थापित किया गया आज जेल में 54 हथकरघा लगे हुए हैं। जिससे सैकड़ों बंदियो को रोजगार सीखने का,भविष्य में रोजगार करने का अवसर प्राप्त होगा है।
अनिल जैन नैनधरा ने बताया कि आज 1008 सिद्धचक्र महामंडल महामंडल विधान के मंगलाचरण पर ध्वजारोहण रमेश कुमार जी महेश कुमार जी संतोष कुमार जी बिलहरा परिवार ने किया ।इस विधान में मुख्य पात्र सौधर्म इंद्र अरुण जैन आरोही, कुबेर श्री संतोष बिलहरा ,महायज्ञ नायक मनीष जैन नेहा नगर ,श्रीपाल मनोज जैन ऑटोमोबाइल, सनत इंद्र प्रियेश जैन सी ए, ईशान इंद्र अखिल जैन सी ए, भरत चक्रवर्ती पवन जैन, बाहुबली अनिल जैन नैनधरा, महेंद्र दीपांशु जैन ,मल्लप्पा चंद्र कुमार जैन , ब्रह्म इंद्र चक्रेश जैन ,लांतव इंद्र धर्म चंद जैन रहे ।आज की शांति धारा श्री महेश जी बेलहरा संजीव दिवाकर मनीष जैन यह नगर शैलेंद्र जैन गौरझामर डॉ महेंद्र जैन द्वारा की गई। बंदियों के द्वारा विभिन्न प्रस्तुतियां दी गई बजे जी नृत्य गायन एवं दिल्ली से पधारे कंठ कला नाटक मंडली के द्वारा अपराध मुक्त होने हेतु नाटिका का प्रदर्शन किया गया।
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