बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज सागर पहुंची चिकित्सा एवं चिकित्सक बचाओ यात्रा

बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज सागर पहुंची चिकित्सा एवं चिकित्सक बचाओ यात्रा


सागर। बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज प्रांगण में शनिवार को चिकित्सा एवं चिकित्सक बचाओ यात्रा पहुंची मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन एवं मेडिकल ऑफिसर्स एसोसिएशन के संयुक्त तत्वाधान में होने वाली इस यात्रा में यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि क्यों सरकारी अस्पताल में वो ही लोग इलाज करवाते है। जो मजबूर रहते है। गवर्नमेंट को हैल्थ पॉलिसी आईएएस अफसर तय करते हैं। ओल्ड पेंशन स्कीम एवं समय आधारित प्रमोशन की व्यवस्था नहीं है। इस यात्रा की शुरुआत 27 जनवरी को ग्वालियर से हुई थी जो सात फरवरी तक पूरा प्रदेश का चक्कर लगा कर भोपाल में समाप्त होगी। शनिवार को बीएमसी प्रागण में यात्रा का स्वागत किया गया और यात्रा में शामिल डाक्टरों की प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया।


इस दौरान यात्रा के संयोजक डा. राकेश मालवीय ने बताया कि मध्य प्रदेश के चिचकत्सा स्तर का देश की सूची में लगातार निचले पायदान में आना, लगातार चिकित्सकों का शासकीय चिकित्सालयों मेडिकल कालेजों से नौकरी छोड़ना, हर स्तर (गांव, ब्लाक, तहसील, जिला मेडिकल कालेज) पर विषय विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी, उचित इलाज से वंचित प्रदेश की जनता, पिछले 20 वर्षों से कार्यस्थल में उचित चिकित्सीय आधारभूत संसाधनों की कमी एवं करियर उन्नयन से वंचित व असंतुष्ट चिकित्सीय संवर्ग तथा प्रदेश के गौरवशाली चिकित्सा संस्थानों में नान टेक्निकल (चिकित्सीय) प्रशासकों का हस्तक्षेप एवं उपेक्षा से साल दर साल पतन की ओर जा रहे है। शासकीय स्वशासी चिकित्सक महासंघ ने विगत 7 जनवरी को समस्त प्रशासनिक अधिकारियों एवं विभागवार मंत्री को वार्ता एवं उचित निर्णय के लिए 1 माह का समय प्रदान किया है। पिछले 10 वर्षों से विभिन्न चिकित्सीय संगठनों द्वारा लगातार को भोपाल में होगा। अनेक पत्रों, समाचार पत्रों के लेखों, टेलीविजन वार्ता एवं वरिष्ठजनों द्वारा उक्त विषयों पर प्रशासन के ध्यानाकषण की पुरजोर कोशिश की गई। परंतु आज तक किसी जिम्मेदार का वार्ता के लिए निमंत्रण नहीं आया। विवश होकर महासंघ के बैनर तले प्रदेश के चिकित्सा स्तर को बेहतर करने समस्त शासकीय स्वशासी चिकित्सकों ने 27 जनवरी 2023 से ग्वालियर से प्रदेशव्यापी चिकित्सक संपर्क यात्रा निकालने का निर्णय लिया। यात्रा का समापन 7 फरवरी को होगा।


38 जिलों में होगी यात्रा

यात्रा ग्वालियर मुरैना, अम्बाह भिन्ड, दतिया, शिवपुरी, ओरछा, निवारी, छत्तरपुर, पन्ना, सतना, रीवा, सीधी, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, मंडला, जबलपुर, कटनी, सिवनी, छिंदवा बैतूल, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, धार, सलाम, मंदसौर, उज्जैन, शाजापुर, देवास, इंदौर, ब्यावरा, विदिशा, सागर दमोह रायसेन होते हुए मप्र के 38 जिलों के सीएचसी, पीएचसी, जिला अस्पतालों एवं 13 मेडिकल कालेजों से गुजरते हुए भोपाल पहुंचेगी। इस दौरान वार्ता ना होने पर या निष्कर्ष विहीन वाता होने की स्थिति में फरवरी माह के प्रथम सप्ताह के पश्चात प्रदेश व्यापी चिकित्सीय कार्यबंद आंदोलन का मजबूरन निर्णय लिया जाएगा। आप सभी के माध्यम से पिछले 20 दिनों से भी लगातार समाचार पत्रों में लेख एवं पत्राचार से वार्ता के लिए आग्रह किया गया है। उम्मीद है प्रशासन जागेगा और प्रदेश के चिकित्सा स्तर को देश ही नहीं अपितु विश्व में सर्व श्रेष्ठ बनाने के लिए उचित निर्णय लेगा।


शहर के डॉक्टरों ने लिया भाग

चिकित्सा एवं चिकित्सक बचाओ यात्रा का स्वागत कार्यक्रम बीएमसी प्रगण में रखा गया। इस दौरान बीएमसी से मुख्य रूप से डॉ. रमेश पांडे, डॉ. अमर गंगवानी, डॉ. तल, डॉ. मनीष जैन, डॉ. आशीष जैन, डॉ. शैलेंद्र पटेल, डॉ. सुमित, डॉ. अतुल जैन, डॉ. राघवेंद्र चौबे, डॉ. शाहद मार्कों एवं आईएमए से डॉ. मनीष झा, डॉ. मनोज साह, डॉ. अरुण दवे, डॉ. राजेंद्र जैन, डॉ. प्रवीण कोहली, डॉ. संजीव मुखराया, डॉ. प्रदीप चौहान, डॉ. पीएस ठाकुर  उपस्थित रहे। कार्यक्रम के संयोजक और कार्यक्रम के संचालक डॉ. उमेश पटेल थे।



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एडिटर: विनोद आर्य
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+91 94244 37885

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