Sagar: जिला अस्पताल की गंभीर लापरवाही , मर्चुरी में रखे शव की आंख कुतरकर खा गए चूहे
▪️ जांच के आदेश, मानव अधिकार आयोग ने लिया संज्ञान
सागर-।मध्यप्रदेश के सागर जिला अस्पताल की मर्चुरी के लिए रखे गए एक शव की आंख चूहों द्वारा कुतरकर खाने का मामला मामला समाने आया हैं। सुबह पीएम के बाद भी डॉक्टरों ने परिजन को इसकी जानकारी नहीं दी। जब शव परिजन के हवाले किया गया और उनकी नजर पड़ी तो मर्चुरी में हंगामा मच गया। बता दें कि यहां दो फ्रीजर हैं, लेकिन वे बंद पड़े हैं। शव को खुले में रखन पड़ता है। मामला उजागर होने के बाद अस्पताल प्रबंधन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी बचते नजर आ रहे हैं। इस घटना का मानv अधिकार आयोग ने संज्ञान लिया है और एक माह में रिपोर्ट मांगी है।
जानकारी अनुसार सागर के निकट स्थित आमेट गांव में 32 वर्षीय मोतीलाल पिता बारेलाल गौंड दो दिन पहले धवा गांव में खेती का काम कर रहा था, वह अचानक बेहोश होकर वहीं गिर गया था। परिजन उसे जिला अस्पताल ले कर आए। ओपीडी में ही डॉक्टर ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए मर्चुरी में रखवाया गया था। यहां पर खुले प्लेटफॉर्म पर शव को रखा गया था।
सुबह जब पोस्टमॉर्टेम के लिए डॉ. देवेश पटैरिया पहुंचे तो मृतक मोती गौंड के शव की एक आंख गायब थी, उसकी आंख को नोच लिया गया था। बावजूद इसके परिजन को जानकारी नहीं दी गई। जब शव पीएम के बाद परिजन को सौंपा गया तो उन्होंने चेहरा खोलकर देखा तो घटना का पता चला। इसके बाद परिजनों से मौके पर हंगामा कर दिया।
डॉक्टरों ने परिजन के सामने आशंका जताते हुए बताया कि संभव है कि चूहों ने आंख को कुतर लिया होगा। बाद में पुलिस ने जाकर मामले को शांत कराया।
चूहों ने आंख कुतर ली है, फ्रीजर खराब पड़े हैं
पीएम कक्ष में शव रखने के बाद उसे शाम को बंद कर दिया जाता है। वहां रात में कोई आता—जाता नहीं है। वहां चूहे पहुंच जाते हैं। संभव है चूहों ने शव की आंख को कुतर लिया होगा। हमारे यहां फ्रीजर हैं, लेकिन तकनीकि कारण से बंद हैं। मामले में जांच कराई जा रही है। इसको लेकर पीएम भी कराया है। इसकी जांच रिपोर्ट में पूरा मामला सामने आ जाएगा
: — डॉ सुधीर जैन प्रभारी सिविल
सर्जन, जिला अस्पताल सागर
मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने लिया संज्ञान
उधर आयोग ने जिला अस्पताल सागर के पोस्टमार्टम कक्ष में एक युवक के शव की आॅख चूहे द्वारा कुतर दिये जाने की घटना पर संज्ञान लिया है। जिले के आमेट गांव के मोती पिता बारेलाल गौंड के शव को पोस्टमार्टम कक्ष में रखा गया था। कक्ष में रखे दोनों फ्रीजर खराब होने के कारण शव को खुले में ही रख दिया गया था। अगले दिन सुबह जब पोस्टमार्टम के लिये डाक्टर पहुंचे, तो शव की एक आंख नहीं थी, उससे खून निकल रहा था। आरएमओ का कहना है कि घटना की जांच की जा रही है। *मामले में आयोग ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, सागर से घटना की जांच कराकर पोस्टमार्टम कक्ष की सुरक्षा व्यवस्था एवं मृतकों के शवों को सम्मानपूर्वक रखना सुनिश्चित करते हुये की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन एक माह में तलब किया है।
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें