SAGAR: जिला लोक अभियोजक के बेटे का सड़क दुर्घटना में गुमा मोबाइल
▪️फोन तलाशने के एवज में लिए 500 रुपए लिए100 डायल पुलिस ने , पुलिस में हुई शिकायत
सागर,29 जनवरी 2023. 100 डायल पुलिस सेवा पीड़ितों की मदद करने की बजाय अवेध वसूली करने में भी जुटी है। इसका ताजा प्रमाण सागर के जिला लोक अभियोजक रामवतार तिवारी के बेटे के साथ घटना है। उनके बेटे का सड़क दुर्घटना में मोबाइल फोन गुमा तो 100 डायल ने मदद करने के एवज में 500 रुपए भी वसूल किए। वह भी आनलाईन ट्रांजेक्शन के जरिए। इसकी शिकायत एसपी तरुण नायक से लोक अभियोजक रामवतार तिवारी ने की है और दोषियों पर कार्यवाई की मांग की है।
एसपी को की गई शिकायत के मुताबिक 25 जनवरी 2023 की रात्रि 2 से 2:30 बजे के मध्य मेरा बेटा शुभम तिवारी (M.B.A.) उम्र लगभग 27 वर्ष अपने दोस्त अंकुर अग्रवाल परिवार की शादी में होटल दीपाली से सम्मिलित होकर घर वापिस आ रहा था। रिलायंस मार्ट (दीनदयाल नगर मकरोनियां ) के सामने शुभम मोटर साइकिल सहित स्लिप होकर चोटिल हो गया। जिसे चेहरे में एवं पैरों में गंभीर चोट आई । उसी समय 100 डायल ड्राईवर जो कि लाल कलर की स्वेटर पहने हुये था। दो वर्दीधारी आरक्षक सहित! 100 डायल से उतरकर मेरे बेटे के दवारा पूरा परिचय पिता के नाम एवं पद सहित परिचय उन लोगों को दिया गया । मेरे बेटे का मोबाइल भी उसके गिर जाने के पश्चात अंधेरे में गुम हो गया. बेटे ने आरक्षकों से एवं ड्राईवर से मदद की गुहार लगाई। 100 डायल के ड्राईवर ने जिसका मोबाईल नं. 8770755890 जिसका TRUE CALWER पर नाम: केशलाल मार्को आ रहा है, ने बेटे के मोबाइल पर मिस काल किये।
मोबाइल मिला तो मांगे रुपए,आन लाईन पेमेंट हुआ
इस दौरान शुभम कोमोबाइल मिल गया ।दोनों आरक्षकों ने मेरे बेटे से पैसों की मांग की । वह 300 (तीन सॉ) का आनलाईन उन्हें देने को तैयार हुआ। परंतु दोनों आरक्षक व ड्राइवर ने 500 (पांच) सौ रुपये मांगे जाने का दबाव बनाया और. 500 सौ का आनलाईन मोबाइल नं. 780484420S (TRVE CALLER पर जिसका नाम : अर्पित सिंह / मुकेश आ रहा है) पेमेन्ट प्राप्त किया, जिसका स्क्रीनशाट' संलग्न है।
घायल बेटे को घटना स्थल पर छोड़कर 100 डायल मकरोनिया चौराहे की ओर चली गई पुलिस ने उसे अस्पताल नहीं भिजवाया और न ही उसकी कोई मड्ड की, न ही घायल बेटे के परिजनों (परिचितों) को सूचना दी।
दुखी है लोक अभियोजक रामवतार तिवारी
लोक अभियोजक रामवतार इस घटना से दुखी है। उन्होंने शिकायती पत्र में लिखा कि सर. क्या यही देशभक्ति- जन- सेवा है। जिस घायल बेटे का बाप जीवनः भर पुलिस विभाग की सेवा करता रहा उसे आपकी पुलिस 100 अपल ड्राईवर + २ आरक्षक में पुरुस्कृत किया. जिससे मैं अत्यंत दुखित हूँ. अमानवीयता, अधर्म, निर्भयता से पूर्ण कृत्य किये जाने की मैं निंदा करता हू।
उन्होंने तीनों ड्राईवर + २ आरक्षक की पहचान एवं बस्दीक कर एवं स्मार्टसिटी के cctv. केमरा से फुटेज निकलवा कर उन्हे सेवा से पृथक किये जाने की कार्यवाही की अपेक्षा जताई है। ताकि भविष्य में पीडितों एवं वंचितों के साथ अन्याय न हो।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें