MP: तीन हजार की रिश्वत लेते सर्जन डॉक्टर गिरफ्तार, कोर्ट में गवाही बदलने के एवज में मांगे थे रुपये
ग्वालियर, 21 जनवरी 2023. भिंड जिला अस्पताल के सर्जन डा. जीआर शाक्य को लोकायुक्त ने तीन हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए ग्वालियर में रंगेहाथ पकड़ा है। वह झोलाछाप डाक्टर से रिश्वत मांग रहा था। झोलाछाप डाक्टर को अवैध रूप से क्लीनिक चलाते हुए तीन साल पहले पकड़ा गया था। इस मामले में सर्जन गवाह था, इस मामले में झोलाछाप डाक्टर के पक्ष में गवाही देने के लिए उसने रुपये मांगे और रुपये लेते ही पकड़ा गया।
ग्वालियर के मुरार स्थित अशोक कालोनी में रहने वाला डा. जीआर शाक्य भिंड जिला अस्पताल में सर्जन हैं। 2019 में झोलाछाप डाक्टर मुन्नालाल कुशवाह को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अवैध रूप से क्लीनिक का संचालन करते हुए पकड़ा था। इस टीम में डा. जीआर शाक्य भी शामिल थे।
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उन्हें इस प्रकरण में गवाह बनाया गया। इस मामले में डा. शाक्य की गवाही होनी है। मुन्नालाल कुशवाह के पक्ष में गवाही देने के लिए उसने पांच हजार रुपये की रिश्वत मांगी। एसपी लोकायुक्त रामेश्वर यादव ने बताया कि दो हजार रुपये वह ले चुका था। मुन्नालाल ने इसकी शिकायत लोकायुक्त पुलिस के कार्यालय आकर की। शिकायती आवेदन लेकर जांच शुरू करवाई गई। लोकायुक्त निरीक्षक रानी लता और उनकी टीम को पड़ताल में लगाया। टीम ने मुन्नालाल को वाइस रिकार्डर दिया। जिसमें उसकी बातचीत रिकार्ड हो गई, इसमें उसने दो हजार रुपये लेने की बात स्वीकार की। बातचीत रिकार्ड होने के बाद मुन्नालाल को तीन हजार रुपये लेकर डा. शाक्य के घर भेजा। शुक्रवार शाम को जैसे ही मुन्नालाल घर पहुंचा तो उसने पहले रुपये हाथ में लिए, फिर उसे कुछ शक हुआ तो रुपये खिड़की में रखने के लिए कहा। जैसे ही कमरे की खिड़की पर रुपये रखे तो लोकायुक्त पुलिस की टीम पहुंच गई और रुपये बरामद कर लिये। इसके बाद भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत एफआइआर दर्ज की गई। इस कार्रवाई के बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों में भी खलबली मच गई। अब रिश्वतखोर डाक्टर पर विभागीय कार्रवाई भी होगी
लोकायुक्त पुलिस के सामने बोला- मैंने नहीं लिए रुपये: जब लोकायुक्त पुलिस यहां पहुंच गई और रुपये बरामद कर लिए तो डा. शाक्य घबरा गया। वह बोला उसे फंसाने के लिए मुन्नालाल ने यह रुपये रखे हैं। उसने रुपये नहीं मांगे न ही हाथ में लिये।
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