सागर 25 जनवरी 2023.सागर जिले के विकासखण्ड देवरी के ग्राम पनारी की श्रीमती राखी प्रजापति का परिवार खेतीहर मजदूरी करके अपना जीवन यापन कर रहा थी। महिला समूहों के साथ जुड़कर राखी ने स्वयं सहायता समूह में दुग्ध उत्पादन का पाठ सीखा। उनके घर में पहले से दो गायें थीं, जिनसे काम चलाउ दूध मिलता था। उन्होंने एक अच्छी गाय समूह से पैसा लेकर खरीदी। धीरे-धीरे गायों की संख्या बढ़ाते हुए, वे प्रतिदिन 40 लीटर दूध बीएमसी को भेजने लगीं। समूह ने उनके पति को मिल्क संग्रहण का काम भी दे दिया है।
इसके लिए 8 लाख 10 हजार रूपये ऋण लेकर छोटा वाहन खरीदा और वे मढ़पिपरिया जमुनिया, किशनपुरा, समनापुर समेत आठ गांव के बेल्ट से दूध संग्रहित करने लगे। इस काम से उन्होंने गाड़ी के लिए लिया गया। अपना बैंक लोन चुकता कर लिया। राखी बताती हैं कि पहले उनकी गाड़ी 8 गांव के इस बेल्ट से प्रतिदिन, प्रति गांव 30 से 35 लीटर दूध उठाती थी लेकिन अब उनके पति प्रतिदिन प्रति गांव 100 लीटर से अधिक दूध उठा रहे हैं। लोगों को उनके डोर स्टेप पर दूध पहुंचाने में आसानी हुई। दूध की सही कीमत मिलने के कारण नवीन उत्पादक पशुओं का आगमन हुआ और वे पशु पालन के माध्यम से घर बैठे अपनी रोटी कमाने का आसान जरिया मिल गया ।
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