राष्ट्रीय कार्यशाला वसतोत्सव : राग वसंत पंचम से आनंद सातवे आसमां पर

राष्ट्रीय कार्यशाला वसतोत्सव : राग वसंत पंचम से आनंद सातवे आसमां पर

सागर।डा० हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय के संगीत विभाग  में आयोजित राष्ट्रीय कार्यशाला वसतोत्सव का द्वितीय एवं समापन दिवस रहा। कार्यशाला  का शुभारंभ मां सरस्वती की वंदना  से हुआ। कार्यशाला के मुख्य  अतिथि कथक गुरू श्रीमति रागिनी श्रीवास्तव, सुबोध श्रीवास्तव, डॉ विभूति मालिक, डॉ सिद्धार्थ शुक्ला सहित  कार्यशाला संयोजक डा० राहुल स्वर्णकार, सह संयोजक डा. अवधेश प्रताप सिंह तोमर ने मां सरस्वती पूजन एवं दीप प्रज्वलन किया। शहर की कथक कलाकार आरोही श्रीवास्तव के द्वारा पं विरजू महाराज कृत गुरू वंदना एवं भगवती वंदना प्रस्तुत की गई. अनोपचारिक सत्र पूर्व चर्चा एवं मार्गदर्शन में डॉ अवधेश तोमर ने राग बागेश्री बंदिश और अभ्यास करने का ढंग सिखाया।
 शोधार्थी यशगोपाल श्रीवास्तव के निर्देशन में आदर्श संगीत महाविद्यालय एवं संगीत विभाग, सागर विश्वविद्यालय के बाल एवं युवा कलाकारों के द्वारा राग झिंझोटी की धमार" होली खेलत नंद लाल"  एवं राग भूपाली में निबद्ध बंदिश "जब से तुम संग लागली" की मनमोहक प्रस्तुति दी गई, तबले पर संगत आशुतोष
श्रीवास्तव के द्वारा की गई जिसमें अथर्व(उम्र 3वर्ष) से लेकर रक्षा ( अथर्व की माँ) के साथ श्रेया, जिज्ञांश, सिद्धि,इंद्रा,शिवांश, वंशिका, साक्षी, पूरब,अंशुल, अनन्या, निखिल, अतुल, अक्षत, शुभी ,कुलदीप ने प्रस्तुति दी।
प्रस्तुति के क्रम में अगली प्रस्तुति निखिल सोनी की रही, उन्होंने राग तोड़ी में विलंबित एवं द्रुत ख्याल ' मुरलिया बाजे रें" की प्रस्तुति दी, तत्तपश्चात गगन राज ने तीनताल में अपना एकल वादन प्रस्तुत किया, अप्रचलित बंदिशे गेंद-उछाल गत, रेला गत आदि बंदिशों की प्रस्तुति दी, हारमोनियम पर संगत अतुल पथरौल ने की। कार्यशाला के मुख्य कलाकार संगीत शोध संस्थान के स्कालर एवं प.
बुद्धदेव दास गुप्ता के शिष्य पं समरजीत सेन जी रहे ।     


       पंडित समरजीत का विभागीय सदस्यों के द्वारा सम्मान किया गया पं.समरजीत जी ने छात्रों को सितार की बारीकियों से अवगत कराया। शास्त्रीय संगीत की उपयोगिता एवं महत्व से विद्यार्थियों को अवगत कराया। राग बसंत पंचम की के अंतर्गत पंडित जी ने, धुपद अंग का जोड़ आलाप, ख्याल, झाला आदि बंदिशों की  प्रस्तुति दी। डॉ राहुल स्वर्णकार ने सुयोग्य संगत की।
वर्ष की द्वितीय कार्यशाला में इस वर्ष 2022-23 की अंतिम और बहुप्रतिक्षित सप्त दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला " तनाव प्रबन्ध हेतु संगीत चिकित्सा" की घोषणा की गई।

यह ugc द्वारा प्रायोजित फरवरी 18 से 24, 2023 को संगीत विभाग द्वारा आयोजित की जाएगी।इनमें दिल्ली, बड़ोदा, बंगलुरू सहित सम्पूर्ण देश से विशेषज्ञ और प्रतिभागी आएंगे।
सभा का समापन डॉ अवधेश तोमर के विभाग की ओर से माननीय कुलपति प्रो नीलिमा गुप्ता, रजिस्ट्रार श्री संतोष सोहगौरा, डीन डॉ ललित मोहन सहित सभी आगंतुकों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापन से हुआ। कार्यशाला में पं. विभूति मलिक, श्री अमित मिश्रा, श्री सिद्धार्थ शुक्ला  भुवनेश्वर प्रसाद तिवारी, साहित अनेक गणमान्य सदस्य उपस्थित रहे।



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एडिटर: विनोद आर्य
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+91 94244 37885

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