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सीबीके एजुकेशनल एण्ड वेलफेयर सर्विसेस निकला फर्जी शिक्षण संस्थान▪️युवाओं से लाखो रुपए की ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश▪️एमपी और यूपी के कई जिलों में किया फर्जीवाड़ा

सीबीके एजुकेशनल एण्ड वेलफेयर सर्विसेस निकला फर्जी शिक्षण संस्थान
▪️युवाओं से लाखो रुपए की ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश
▪️एमपी और यूपी के कई जिलों में किया फर्जीवाड़ा

सागर,23 जनवरी ,2023. सागर पुलिस ने एक फर्जी शिक्षण संस्थान को पकड़ा है। जो युवाओं से नोकरी के नाम पर  ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करने में सफलता पाई है। यह गिरोह एमपी और यूपी के कई जिलों में यह गोरखधंधा चला रहा  था। सागर में इस गिरोह के सदस्य अपना  नाम  और जाति बदलकर काम कर रहे थे। इनके पास से 
कई मोबाइल फोन, सील, प्रमाणपत्र आदि बरामद किए है।  एसपी तरुण नायक  ने आज मिडिया के सामने पूरा खुलासा किया। 

पुलिस के मुताबिक 13 जनवरी को  थाना बहेरिया पर फरियादीगण पंकज पटेल और  17 अन्य के संयुक्त आवेदन पर सीबीके एजुकेशनल एण्ड वेलफेयर सर्विसेस नाम की फर्जी संस्था के संचालकगण के विरुद्ध अ धारा 420, 467, 468, 34 ता. हि का पंजीबद्ध किया गया था।  विवेचना के दौरान नगर पुलिस अधीक्षक मकरोनिया श्री शेखर दुबे के मार्गदर्शन मे उक्त संस्थान के संबंध में बारीकी से छान बीन पुलिस द्वारा प्रारंभ की गई ।  

नोकरी की भर्ती के लिए वसूल की फीस

संस्था मे सेंटर डेवलपमेन्ट आफीसर सेंटर मेनेजर, फील्ड मेनेजर, वालंटियर टीचर की भर्ती कर रजिस्ट्रेशन शुल्क 950 रुपया प्रति व्यक्ति सुरक्षा शुल्क 4000 रुपया प्रति व्यक्ति से जमा कराये जा रहे है। संस्था के संचालक राहुल राजपूत एवं अंकुर विश्वकर्मा के संबंध मे पड़ताल करने पर पाया गया कि ये दोनों नाम छद्म है। राहुल राजपूत जो कि वास्तव में शैलेष शर्मा है तथा अंकुर विश्वकर्मा वास्तव में आकाश पासवान है दोनो निवासी गोरखपुर 3020 के हैं। उक्त दोनो व्यक्तियों को पुलिस अभिरक्षा में लेकर पूछताछ करने पर फर्जी संस्थान का खुलासा हुआ ।  संस्थान को संचालित करने वाले अपने वास्तविक नाम बदलकर किसी अन्य नाम का आधार कार्ड कूट रचना कर बना लेते है। ताकि कभी पकड़े जाये तो वास्तविक अपराधी तक कोई पहुच न सके,।संस्थान संचालन में प्रयुक्त मोबाईल नम्बर भी इनके स्वयं की सिम नही होना पाया गया।
यूपी में फैला जाल, हेड ऑफिस भी

इस संस्था को अभियुक्तगण द्वारा योजनावद्ध तरीके से इस प्रकार संचालित किया जा रहा था जिससे किसी को संस्था की विश्वसनीयता पर संदेह न हो, संदेह हो भी तो वास्तविक ढंग तक पहुंचना काफी मुश्किल हो इस संस्था का हेड ऑफिस इटावा उ0प्र0 में बनाये जाने की जानकारी प्राप्त हुई तथा उ0प्र0 के ललितपुर, झांसी, उरई, इटावा, अन्य कई जिलों में संस्था के संचालित होने की जानकारी प्राप्त हुई। एमपी में सागर के सीमावर्ती जिलो छतरपुर, विदिशा, दमोह एवं ग्वालियर में भी संचालित होने की जानकारी प्राप्त हुई।

सागर में बहेरिया में था आफिस

सागर में यह संस्थान दद्दा धाम कालोनी बहेरिया के पास संचालित किया जा रहा था मकान किराये पर लेने के लिये आरोपी शैलेश शर्मा ने अपनी फर्जी नाम राहुल राजपूत का आधार कार्ड लगाकर किराया नामा, एग्रीमेन्ट आदि बनवाया था।  फर्जी शिक्षण संस्थान के रूप मे लोगो से विभिन्न पदो पर भर्ती कर अभी तक लाखो रुपयों की ठगी कर चुका है। उक्त संस्थान के संचालक श्यामू प्रजापति मृत्युंजय उर्फ बिटटू यादव दोनो निवासी गोरखपुर . 30प्र0 है ।जिनको पुलिस ने गिरफतार कर लिया है। पुलिस द्वारा आरोपीगण श्यामू प्रजापति.. बिटटू उर्फ मृत्युंजय यादव से सघन पूछताछ की जा रही है । कार्यवाही में अभी तक उक्त स्थान के संचालक एवं कर्मचारीगण कुल 04 नफर अभियुक्तों को गिरफ्तार किया जा चुका है। 

ये है गिरफतार आरोपी
01- शैलेश पिता घनश्याम शर्मा निवासी जंगल डुमरी 02 टोला बंगला गोरखपुर
उ0प्र0 
02- आकाश पिता तुफानी पासवान निवासी लक्ष्मीपुर टोला जंगल कोडिया थाना पीपीगंज जिला गोरखपुर उ0प्र0
03- श्यामू पिता जगदीश प्रजापति उम्र 38 साल निवासी सेमरा थाना गुलरिहा जिला गोरखपुर 3090 14- मृत्युजय उर्फ बिट्टू भैया पिता हीरालाल यादव उम्र 28 साल निवासी 21 तारामण्डल थाना रामगढताल जिला गोरखपुर उ0प्र0


ये हुआ जब्त

फर्जी आधार कार्ड 05 नग टच स्क्रीन मोबाईल 06 नग 01 कीपैड मोबाईल, 01 अर्टिका कार क्रमाकं यूपी 53 ई के 0106, एक फोर्ड इन्डेवर कार क्रमांक यूपी 32 एमबी 9800 एवं . एक ई.एस.सी रसीद कटटा 02 बीटी रसीद कटटा फेस लगे प्रमाण पत्र, लैपटाप 3 नग प्रिंटर 01 नग ब्लैक आधार कार्ड 234 नग 01 व्हील चेयर 4 नग फ्रेम लगे प्रमाण पत्र, 8 नग सीले, 02 नग सील पैड, 2 नग विज्ञापन पत्र 5 फायवर चेयर रैक, अलमारी, 2 टेबिल 4 नग, बैनर सीवीके एजुकेशनल एण्ड वैलफेयर सर्विसिज 883 नग, वालेंटियर टीचर के भरे हुये फार्म 88 नग फील्ड मैनेजर के भरे हुये फार्म, 12 नग सेंटर मैनेजर के भरे हुये फार्म निस्तारण पंजिया, कार्यालयीन रजिस्टर 09 नग 50 नग शिक्षण किट 43 नग वालटेयर टीचर रसीद कट्टा 19 नग फील्ड मैनेजर रसीद कट्टा, नग सेंटर मैनेजर रसीद कट्टा, खाली फार्म वालेटियर टीचर, फील्ड मैनेजर, सेटर मैनेजर, के एक कार्ड स्वेनपिंगमशीन, नगदी 380000 रुपया।


 इनकी भूमिका रही सराहनीय

कार्यवाही में भूमिका उप निरीक्षक दिव्य प्रकाश त्रिपाठी प्रआर 1005 रवींद्र प्रआर 398 सौरभ । आरक्षक 1616 सत्येंद्र सिंह आरक्षक 1185 आरक्षक आरक्षक 1058 दिनेश की भूमिका सराहनीय रही। 

नौकरी देने एवं पैसा दोगुना करने वालों की जांच कर ही आगे बढ़े: DIG
 तरुण  नायक


सागर पुलिस उपमहानिरीक्षक एवं सागर जिले के पुलिस अधीक्षक श्री तरुण नायक ने सागर जिले वासियों से अपील की है कि कोई भी व्यक्ति शासकीय  नौकरी दिलाने एवं अपना पैसा डबल करने के लिए किसी भी कंपनी के बहकावे में ना आएं।श्री नायक ने अपनी अपील में कहा है कि यदि इस प्रकार की कोई कंपनी आप को प्रलोभन देती हैं तो आप तत्काल उसकी जांच पड़ताल करें एवं जिला प्रशासन ,पुलिस प्रशासन को इसकी सूचना दें।  उन्होंने कहा कि शासकीय नौकरी के लिए शासन अपने स्तर पर विज्ञापन सूचना जारी करती है एवं पैसा डबल करने के लिए बैंक से परामर्श अवश्य लें ।उन्होंने कहा कि कोई भी जिले वासीयो को यदि इस प्रकार की कोई कंपनी का पता चलता है तो इसकी सूचना तत्काल दें ।    

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