झील में पानी के बीच दिखने लगा एलीवेटेड कॉरिडोर का आकार
▪️कॉरिडोर के नीचे से आसानी से निकल सकेंगी नावें व डोंगी
▪️एलीवेटेड कॉरिडोर में 125 गर्डर लांच के साथ लगभग 395 मीटर डेक स्लैब का कार्य हुआ पूरा
सागर.16 जनवरी 2023. सागर स्मार्ट सिटी लिमिटेड की महत्वपूर्ण परियोजना चकराघाट से दीनदयाल चौराहा तक एलीवेटेड कॉरिडोर का झील में पानी के बीच वृहद आकार अब दिखने लगा है। कुल 1.264 किलोमीटर लम्बे एवं दोनों ओर 1.2 मीटर पाथ-वे सहित 14 मीटर चौड़े बनाए जा रहे इस एलीवेटेड कॉरिडोर के पाइल व पिलर निर्माण का कार्य लगभग पूर्ण किया जा चुका है और अब इन पिलरों पर गर्डर लांच व डेक स्लैब डालकर एलीवेटेड कॉरिडोर की सड़क निर्माण का कार्य प्रगति पर है। दीनदयाल चौराहे की ओर से एलीवेटेड कॉरिडोर के लांच किए जा चुके गर्डरों पर डेक स्लैब डालकर ऊपरी सतह का निर्माण कार्य 395 मीटर तक पूर्ण किया जा चुका है।
कॉरिडोर की मजबूती का रखा गया विशेष ध्यान
झील के बीच दलदली क्षेत्र में एलीवेटेड कॉरिडोर मजबूती के साथ निर्मित करने हेतु कई परीक्षण किए गए और विभिन्न स्थलों पर तकनिकी कुशलता के साथ 5 मीटर से 27 मीटर गहराई तक पाइल बोर किए गए। इन पाइल बोर में मानक अनुसार लोहा, सीमेंट, गिट्टी, रेत एवं अन्य निर्माण सामग्री का प्रयोग करते हुए कुल 348 पाइल निर्मित किए गए। 6-8 पाइलों पर सीसी पाइल कैप तैयार कर कुल 46 पीयर(पिलर) तैयार किए गए हैं इन 46 पीयर में से 43 पर पेडस्ट्रल सहित पीयर कैप तैयर किए जा चुके हैं। इसके ऊपर गर्डर रख कर डेक स्लैब डालने का कार्य किया जा रहा है। कुल 180 गर्डर में से 145 कास्ट किए जा चुके हैं और 125 गर्डर लांच किए गए हैं। कुल 1050 मीटर डेक स्लैब तैयार किया जाना है जिसमें से 395 मीटर डेक स्लैब तैयार किया जा चुका है। कुल 1.264 किलोमीटर एलीवेटेड कॉरिडोर में 1050 मीटर डेक स्लैब के बाद शेष हिस्से में कॉरिडोर के दोनो छोर तक लगभग 280 मीटर रिटेनिंग वॉल बना कर अप्रोच रोड तैयार की जा रही है।
निर्माण के विभिन्न स्तरों पर ये किए गए परीक्षण
सब साइल इन्वेस्टीगेशन, डायनामिक लेटरल पाइल लोड टैस्ट, वर्टिकल लोड टैस्ट, पाइल सोनिक इंटीग्रीटी टैस्ट, आरसीसी क्यूब कंप्रेशन टैस्ट, सीब ऐनालिसीस टैस्ट, फ़ाईन एग्रीगेट टैस्ट, क्रशिंग वेल्यू टैस्ट, इक्पेक्ट वेल्यू टैस्ट, सिल्ट कंटेंट टैस्ट, स्टील का केमिकल एवं फिजिकल टैस्ट, अल्ट्रासोनिक पल्स वेलोसिटी टैस्ट आदि अन्य टैस्ट गवर्नमेंट इंजीनियारिंग कॉलेज लैब एवं एनएबीएल मान्यता प्राप्त संस्थानों से किए गए हैं।
ऐसी होगी सुरक्षा एवं प्रकाश व्यवस्था
14 मीटर कुल चौड़ाई के इस एलीवेटेड कॉरिडोर के दोनों किनारों पर 1100 एमएम ऊचाई के आरसीसी क्रेस बैरियर तैयार किए जायेंगे। कॉरिडोर में पैदल यात्रियों को सुरक्षित आने-जाने हेतु दोनों ओर 1.2 मीटर के पाथ-वे का निर्माण किया जाएगा। 3.75 - 3.75मीटर चौड़ाई की दो लेन सड़क कैरिज-वे निर्माण से वाहन सुगमता से आवागमन कर सकेंगे। पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कॉरिडोर पर लगभग 20-20 मीटर दूरी पर दोनों ओर पोल लगाकर स्मार्ट स्ट्रीट लाइट्स लगाई जाएंगी। जिन्हें इंटिग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से कंट्रोल किया जाएगा।आवश्यकतानुसार जेब्रा क्रॉसिंग, केट आई, रोड स्टडस आदि लगाकर सुव्यवस्थित रोड-मार्किंग की जाएगी। साइनेजेस लगाएं जायेंगे।
कॉरिडोर के नीचे से आसानी से निकल सकेंगी नावें व डोंगी
झील के फुल टैक वॉटर लेवल से एलीवेटेड कॉरिडोर की ऊंचाई पीयर 4 से लेकर पीयर 33 तक लगभग 3 मीटर है। और दोनों छोरो की ओर क्रमशः ऊचाई घटती गई है। क्योंकि शहर के सड़क लेवल से रोटरी निर्माण कर एलीवेटेड को जोड़ा जाना है। एलीवेटेड कॉरिडोर निर्माण हेतु मुरम डाल कर एप्रोच रोड बनाई गई है ताकि बड़े वाहन एवं मशीनों को आसानी से कार्यस्थल तक पहुंचा कर कार्य पूर्ण किया जा सके।एलीवेटेड कॉरिडोर का निर्माण कार्य पूर्ण होते ही झील से मुरम निकाल कर एप्रोच रोड को हटाया जाएगा। जिसके बाद झील के पूरी तरह भरे होने पर भी आसानी से नाव और डोंगी आदि कॉरिडोर के नीचे से गुजर सकेंगी।
एलीवेटेड कॉरिडोर के निर्माण से ये होगा लाभ
इस एलीवेटेड कॉरिडोर के निर्माण से शहर के एक छोर पर बसे वार्ड- बड़ा बाजार, पुरव्याउ, बरिया घाट, लक्ष्मीपुरा, काकागंज आदि को सीधे दीनदयाल चौराहे से जोड़कर दूरी को कम किया जा सकेगा। साथ ही परकोटा सड़क आदि पर पड़ने वाले ट्रैफिक दबाव को 40-60 प्रतिशत तक कम किया जा सकेगा। इस एलीवेटेड कॉरिडोर पर ट्रैफिक का एक बड़ा हिस्सा डायवर्ट होने से परकोटा सड़क पर आए दिन लगने वाले जाम से निजात मिलने के साथ ही ध्वनि प्रदूषण व वायु प्रदूषण में भी कमी आएगी। लोग कम समय में जिला हॉस्पिटल, मेडिकल कॉलेज सहित अन्य इमरजेंसी वाले स्थानों तक पहुंच सकेंगे। इस एलीवेटेड कॉरिडोर पर पैदल यात्रियों के लिए बनाए जा रहे पाथ-वे पर घूमते हुए झील के सुंदर नजारे का भी पथिक आनंद ले सकेंगे।
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