स्टेट बैंक कार्यालय भोपाल के तत्वाधान में मनाया गया विश्व दिव्यांग दिवस
भोपाल। दिव्यांग लोगों के अधिकारों को बढ़ावा देने और उनके योगदान को सम्मानित करने के उद्देश्य से 03-12-2022 को अंतर्राष्ट्रीय विकलांग व्यक्ति दिवस (IDPD) पर आज भारतीय स्टेट बैंक, स्थानीय प्रधान कार्यालय में हमारे दिव्यांगजन सहयोगियों एवं शहर के सम्मानित दिव्यांग ग्राहकों का अभिनंदन समारोह आयोजित किया गया। इस अंतर्राष्ट्रीय विकलांग व्यक्ति दिवस का थीम "समावेशी विकास के लिए परिवर्तनकारी समाधान: एक सुलभ और न्यायसंगत दुनिया को बढ़ावा देने में नवाचार की भूमिका है।"
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में मण्डल के मुख्य महाप्रबंधक श्री बिनोद कुमार मिश्रा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी एवं कर्मचारी शामिल हुए। इस अवसर पर श्री बिनोद कुमार मिश्रा जी ने अपने उद्बोधन में बताया कि प्रति वर्ष 3 दिसंबर को दुनियाभर में विश्व दिव्यांग दिवस मनाया जाता है। दिव्यांग दिवस का उद्देश्य, दिव्यांग व्यक्तियों के आत्म सम्मान और उनके जीवन को बेहतर बनाने का समर्थन करना है। उन्हो ने कहा कि दिव्यांगता कोई अभिशाप नहीं है। दिव्यांगता को भूलकर आगे बढने का जज्बा ही आपको समाज में अलग खड़ा करता है।
इस कार्यक्रम में केंद्रीय विद्यालय भोपाल के डा दिव्यता गर्ग, डा ँ अमित गर्ग, लक्ष्मी बाई महाविद्यालय भोपाल सहायक के प्राधायपक प्राध्यापक एवं डा राधेश्याम परवलिया, शिक्षा विभाग के हरगोविंद यादव सहित भारतीय स्टेट बैंक के लगभग 35 दिव्यांग कर्मचारी सम्मलित हुये, जिनका मुख्य महाप्रबंधक श्री बिनोद कुमार मिश्रा एवं मण्डल विकास अधिकारी, श्री दीपक कुमार झा द्वारा स्वागत एवं अभिनंदन किया एवं कहा कि हमारा बैंक आप सभी दिव्यांग जनों को सम्मानित कर के अपने आप को गौरवान्वित महसूस कर रहे है।
गणमान्य दिव्यांगजन एवं कर्मचारी इस कार्यक्रम में भाग लेकर खुश थे और उन्होंने अपने विचार, साझा किये एवं भारतीय स्टेट बैंक को ऐसे कार्यक्रम के लिए धन्यवाद दिया।
इस कार्यक्रम में श्री दीपक कुमार झा मंडल विकास अधिकारी एवं उच्च प्रबंधन के समस्त पदाधिकारी अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहें। कार्यक्रम का संचालन जनसंपर्क एवं सामाजिक सेवा बैंकिग विभाग के सहायक महाप्रबन्धक श्री अनिल कुमार श्रीवास्तव एवं श्री राघव कुमार सिंह के द्वारा सफलतापूर्वक किया गया।
कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन श्री दीपक कुमार झा, मंडल विकास अधिकारी ने किया अपने उद्बोधन में उन्होंने दिव्यांगजन कर्मचारियों द्वारा विपरीत परिस्थितियों पर काबू पाने में दिखाए गए असाधारण साहस और धैर्य की भावना की तारीफ की।