SAGAR : शेयर मार्केट के नाम पर 5 करोड़ ठगने वाले 3 आरोपी गिरफ्तार, दो लोग दुबई भागने में कामयाब
सागर। सागर पुलिस को एक बड़ी सफलता हासिल हुई है । जिसमे शेयर बाजार के नाम पर धोखाधडी करने वाले गिरफ्तार हुए है। आनलाईन फ्राड करने वालो को पकड़ने में सफलता मिली। सागर एसपी तरुण नायक और एसएसपी विक्रम कुशवाहा ने आज मिडिया के सामने खुलासा किया।
पुलिस के मुताबिक दिनांक 31.10.2022 को फरियादी वैभव कुमार गुप्ता नि० राजीवनगर वार्ड, भोपाल रोड थाना मोतीनगर जिला सागर के साथ अज्ञात व्यक्ति द्वारा आवेदक को कॉल करके शेयर मार्केट के नाम पर खाता खुलाने के लिये प्रेरित किया गया, जिसके झांसे में आकर फरियादी ने 8,000/- रूपये Global Enterprises Company नामक शेयर मार्केट कंपनी में पैसा लगाना प्रारंभ किया। जिसमें प्रॉफिट दिखने पर लगातार फरियादी क्रमशः स्वयं, माता, पत्नि, बच्चे तथा भाई के खाते से उक्त कंपनी में शेयर के लिए करीबन 1 करोड़ 70 लाख रूपये लगा दिये गए। फरियादी को पैसो की आवश्यकता पड़ने पर उक्त जमा रकम में से 40 लाख रूपये वापस माँगने पर आरोपी द्वारा 10 लाख रूपये की माँग की गई तथा बताया की राशि जमा करने के उपरांत 40 लाख रूपये वापस प्राप्त हो जायेंगे। फरियादी द्वारा राशि प्राप्त करने के काफी प्रसास किये गए, जो न हो पाने के उपरांत शंका हुई कि उसके साथ धोखाधड़ी की जा रही है। जिसपर से फरियादी द्वारा याना मोतीनगर में दिनांक 04.12.2022 को रिपोर्ट की गई जिसपर से थाना मोतीनगर जिला सागर में धारा 420 भादंवि का अपराध पंजीबद्ध किया जाकर विवेचना में लिया गया।
उक्त प्रकरण की गंभीरता को दृष्टिगत रखते हुए श्री तरूण नायक, पुलिस अधीक्षक के निर्देशन तथा श्री विक्रम सिंह कुशवाहा अति. पुलिस अधीक्षक सागर के मार्गदर्शन में साइबर सेल एवं थाना मोतीनगर की संयुक्त विशेष पुलिस टीम गठित की गई। टीम द्वारा लगातार तकनीकी एनालिसिस के माध्यम से प्रकरण में आवश्यक जानकारी संबंधित बैंक एवं कंपनियों से प्राप्त की गई, जिसके परिणामस्वरूप घटना के आरोपियों को पते मे लाने तथा गिरफ्तार करने में महत्वपूर्ण सफलता हासिल की गई।
ये आरोपी पकड़े गए
पुलिस ने बैंक खातों और मोबाइल के आधार पर गुजरात के सूरत की जानकारी मिली । सूरत से पुलिस ने 03 आटोपीगणों को गिरफ्तार किया।
01 सब्बीर पिता सत्तार आकूकाड़ा उम्र 37 वर्ष नि. सूरत गुजरात
02 रियाज पिता लाला भाई पटेल उम्र 28 वर्ष नि. सूरत गुजरात
03 रईस पिता रफीक मिया उम्र 41 वर्ष नि. सूरत गुजरात
दो फरार आरोपी दुबई में
इस मामले में दो आरोपी दुबई भाग निकले।
1. आवेश आगाडी नि. सूरत हाल पता दुबई (यूएई)
2. सुनील नि. सूरत हाल पता दुबई (यूएई)
वारदात का तरीका
यह गिरोह काफी चालाकी से धोखाधड़ी से निवेश के नाम पर पैसे जमा कराते थे तथा उन पैसो को विभिन्न बैंक खातों एवं फर्जी कंपनियों के माध्यम से दुबई ट्रांस्फर किये जाते थे। जो पुनः क्रिप्टोकरंसी (बिटकाईन) के माध्यम से घूमफिरकर सूरत तथा गुजरात के विभिन्न खातों तथा वॉलेट में प्राप्त होते थे तथा इन पैसो को हवाला के माध्यम से पैसे प्राप्त किये जाते थे ।
आरोपियों से बरामद मशरूका -:
उक्त अरोपीगणों से 21 सिम कार्ड, 28 एटीएम कार्ड, पासबुक 9, चेकबुक 17 व 05 चेक एवं 108 मोबाइल, 04 कंपनी के बैनर, 06 सील जप्त किये गये। इसी क्रम में अरोपियों के विभिन्न बैंक खातों में 163 खाता धारकों से कुल करीबन पांच करोड़ पच्चीस लाख तीन हजार पांच सौ बत्तीस रूपये रुपये जमा कराये गये है। संबंधित बैंक के खातों को सील कराया जाकर कार्यवाही की जा रही है।
पुलिस टीम द्वारा सराहनीय कार्य -:
उक्त गिरोह को पकड़नें हेतु निरीक्षक अनूप सिंह, प्रभारी सायबर सेल, निरीक्षक मानस द्विवेदी याना प्रभारी मोतीनगर, कार्य. सउनि सोहन मरावी कार्य प्र. आर रविन्द्र सिंह, आर. अखिलेश, सायबर सेल से आर अमित शुक्ला, कार्य. प्र. आर अमर तिवारी आर. अरूणेन्द्र सिंह, आर.हेमन्द्र सिंह, मआर सोनम यादव की सराहनीय भूमिका रही
सायबर क्राईम से सावधान व बचने के उपाय,
▪️बिना जांच परीक्षण के कसी अज्ञात व्यक्ति के बताये अनुसार शेयर मार्केट में इन्वेसट नाम पर पैसे जमा न करें। सोशल मी डया पर अनजान लोगों की फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार न करें।
▪️अपने पैन / पासवर्ड आदि कभी भी कसी के साथ साझा न करें, और न ही कहीं लखकर रखें । अनजान नंबरों से आए वी डयो कॉल रिसीव न करें।
▪️ऑनलाइन चैट पर आप तजनक अंतरंग फोटो ची डयो आदि साझा न करें।
▪️अपने मोबाइल, कंप्यूटर आदि पर कभी भी अंतरंग निजी फोटो वीडियो आदि न पोस्ट नही करे।
▪️सोशल मीडया पर किसी के द्वारा मजबूरी बताकर पैसों की मांग करने पर तुरंत पैसे जमा न करें, पहले अन्य वश्वसनीय माध्यम से पुष्टि कर लें।
▪️किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें।
• ▪️ऑनलाइन द्वारा भेजा गया महंगा गिफ्ट आदि प्राप्त करने के लालच में कस्टम ड्यूटी, एक्सचेंज चार्ज आदि के नाम पर कभी भी पैसा जमा न करें।
▪️कसी व्यक्ति के कहने पर कोई एप्लीकेशन जैसे एनीडेस्क, टीम व्यूअर, क्विक सपोर्ट आदि अपनी डवाइस पर इंस्टॉल न करें।
▪️सायबर काईम संबं धत घटना घटित होने पर तत्काल सायबर क्राइम के राष्ट्रीय हेल्पलाईन नंबर 1930 पर डायल कर रिर्पोट करें तथा आनलाइन वेबसाइड ww.cybercrime.gov.in पर शकायत दर्ज करें।
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