जानकी रमण मंदिर का मामला : फर्जी महंत के खिलाफ ग्राम वासियों ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन , सख्त कार्रवाई की मांग
सागर दिनांक 15 दिसम्बर 2022। कुछ दिनों पहले कथित बरखेड़ा महंत ग्राम के श्री जानकी रमण मंदिर के महंत जगदीश दास द्वारा राजस्व एवं परिवहन मंत्री तथा उनके परिवार पर श्री देव जानकी रमण मंदिर ग्राम बरखेड़ा की जमीन पर कब्जा के आरोप लगाए गए थे । इन गलत आरोपों के खिलाफ गुरुवार को सैकड़ों ग्रामवासी फर्जी महंत जगदीश दास के खिलाफ कलेक्टर को ज्ञापन देने पहुंचे। ग्राम वासियों में फर्जी महंत के खिलाफ आक्रोश है उन्होंने ज्ञापन देकर फर्जी महंत के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की कलेक्टर से गुहार लगाई। ग्राम वासियों का कहना है खुद को महंत और संत कहने वाला जगदीश दास कभी मंदिर नहीं गया अपने दलालों से माध्यम मंदिर की जमीन से होने वाली उपज को खाता रहा। मंदिर की दशा देखकर ग्राम वासियों ने प्रशासनिक अधिकारियों जनप्रतिनिधियों के उपस्थिति में कमेटी बनाने का निर्णय लिया। कमेटी बनाए जाने के बाद मंदिर की स्थिति में सुधार आया लेकिन कमेटी बनने से इस फर्जी महंत की कमाई रुक गई जिसको लेकर अब यह फर्जी महंत कतिपय राजनैतिक विरोधियों से साठ गांठ कर राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत तथा राजपूत परिवार पर मनगढ़ंत व अनर्गल आरोप लगा रहा है ग्रामवासियों ने ज्ञापन में कहा है कि इस फर्जी महंत पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए।
यह दिया ज्ञापन
ज्ञापन में कहा गया कि यह कि श्री देव जानकी रमण मंदिर स्थित ग्राम बरखेड़ा महंत तहसील जैसीनगर जिला सागर म.प्र. में स्थित है। इस धार्मिक न्यास के महंत बालकदास शिष्य बल्देव दास थे महंत बालकदास बाल ब्रम्हचारी थे महंत बालकदास का स्वर्गवास सन 1996 को हो गया था। यह कि महंत बालकदास के स्वर्गवास के पश्चात अनुविभागीय अधिकारी सागर के प्रकरण क्र. 50बी/113 वर्ष 1996-97 ग्राम बरखेड़ामहंत पटवारी ह.नं.46 तहसील व जिला सागर के आदेश दिनांक 25/05/1998 में बनाई गई कमेटी में आंशिक संसोधन करते हुये नायाब तहसीलदार सुरखी, राजस्व निरीक्षक सुरखी, पटवारी ह, ग्राम पंचायत सरपंच एवं रामाधार तथा साकेतराम ग्राम पंचायत जमुनिया की नई कमेटी बनाई गई थी। यह कि उक्त कमेटी के द्वारा उक्त धार्मिक न्यास की संपत्ति, कृषि भूमि, मंदिर की पूजा अर्चना भोग प्रसादी की देखभाल की जाती रहेगी। उक्त कमेटी में शासकीय कर्मचारी अधिक होने से उक्त धार्मिक न्यास की संपत्ति की व्यवस्था हेतु पर्याप्त समय न दिये जाने पर अनुविभागीय अधिकारी द्वारा समय समय पर उक्त न्यास के लिये कमेटी में परिवर्तन किया जाता रहा है। विगत 16-17 वर्षों से यह हालात हो गये थे कि मंदिर की जमीन फर्जी बाबा बनकर दलालों के माध्यम से जमीन से प्राप्त होने वाली आय हड़प ली जाती थी प्राप्त आय से मंदिर का कोई भी कार्य अथवा मरम्मत तक नहीं करायी गई। मंदिर के देव स्थान में मंदिर सिंघासन से लेकर परिसर में खड़े चंदन सागौन के पेड़ काटकर तथा कृषि कार्य हेतु उपयोग में लाये गये ट्रेक्ट्रर लोग उठाकर ले गये जो मंदिर धार्मिक आस्था का केन्द्र था वह भूचढ़खाना बनकर रह गया था कुछ पंचायत के लोग महंत के साथ दलाली में मजा ले रहे थे और मंदिर अपनी दशा पर आंसू बहा रहा था।
सभी क्षेत्र के लोगों द्वारा दिनांक 11/06/2021 को मंदिर परिसर में एक धर्मसभा आयोजन करने का निर्णय लिया गया। जिसकी सूचना सरपंच द्वारा अनुविभागीय अधिकारी को भी दी गई। अनुविभागीय अधिकारी द्वारा धर्मसभा की बैठक में उपस्थित होने हेतु नायाब तहसीलदार वैभव बैरागी, थाना प्रभारी जैसीनगर को निर्देशित किया गया। इस धर्मसभा में हम लोगों के विशेष आग्रह पर हीरासिंह राजपूत भी शामिल हुये। सभी लोगों ने मंदिर की दशा के संबंध में उपस्थित अधिकारियों एवं सैकड़ों की संख्या में पधारे क्षेत्र के जनप्रतिनिधि एवं ग्रामवासियों को बताया गया तब आयोजित ग्राम सभा की बैठक में एक निर्णय सर्व सम्मति से लिया गया कि मंदिर के संचालन हेतु समिति बनाई जाये जो मंदिर की संपूर्ण व्यवस्थाओं पूजा पाठ अर्चना आदि की देखरेख करेगी जिसका अनुमोदन अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सागर से कराया जाये। तदर्थ कमेटी बनाई जाकर अनुविभागीय अधिकारी सागर के अनुमोदन हेतु वरिष्ठ अधिवक्ता श्री अनिल सिंह द्वारा ग्राम सभा के कार्यवाही विवरण सहित कमेटी बनाये जाने हेतु आवेदन प्रस्तुत किया। जिसका अनुमोदन अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सागर द्वारा दिया गया। यह कि वर्तमान में अनुविभागीय अधिकारी सागर द्वारा रा.प्र.क्र. 730-बी/121/वर्ष 2021-22 के आदेश दिनांक 28/03/2022 से नई कमेटी बनाई गई है। जिसमें अध्यक्ष राजकिशोर तिवारी कोषाध्यक्ष राघेश्याम शुक्ला ग्राम बदबदी सचिव माखन पटैल निवासी बरखेड़ामहंत एवं अन्य 17 विभिन्न ग्रामांे के सदस्यों की नई कमेटी बनाई गइ है। उक्त कमेटी के द्वारा उक्त धार्मिक न्यास का कार्य किया जा रहा है। यह कि अनावेदक जगदीशदास फर्जी शिष्य महंत रामविकास दास निवासी रीवा म.प्र. के द्वारा पूर्व में अनुविभागय अधिकारी के समक्ष उक्त धार्मिक न्यास का महंत बनाये जाने के संबंध में आवेदन पत्र प्रस्तुत किया गया था जिसका राजस्व प्रकरण क्र. 8-बी/113/वर्ष 2021-21 है जो दिनांक 30/01/2021 को निरस्त किया जा चुका है उक्त आदेश के विरूद्ध अनावेदक के द्वारा माननीय महोदय के समक्ष अपील प्रस्तुत की गई थी जिसका प्रकरण क्र. 4 अपील वर्ष 2021-22 है जो दिनांक 19/04/2022 को निरस्त की जा चुकी है। यह कि अनावेदक उक्त धार्मिक न्यास की संपत्ति हड़पने का प्रयास कई वर्षों से कर रहा है। उसके द्वारा राजस्व न्यायालय एवं सिविल न्यायालय के समक्ष कई कार्यवाहियां की गई हैं जो सम्मानीय न्यायालय द्वारा निरस्त की जा चुकी हैं।
यह कि अनावेदक न्यायालयों से पराजित होने के पश्चात उक्त धार्मिक संपत्ति को हड़पने के उद्देश्य से कई अनैतिक कार्यों से प्रयास कर रहा है। अनावेदक समय समय पर हमारे क्षेत्र के लोकप्रिय विधायक एवं म.प्र. शासन के केबिनेट मंत्री सम्मानीय श्री गोविंद सिंह राजपूत एवं उनके परिवार के सदस्यों एवं उक्त धार्मिक न्यास की कमेटी के सदस्यों के विरूद्ध आवैधानिक कार्यवाही एवं प्रोपोजेंड़ा कर रहा है। ग्रामवासियों ने ज्ञापन के माध्यम से कलेक्टर से फर्जी महंत के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की है।
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें