कथा सुनने से वासनाएं मिट जाती हैं- रसराजदास महाराज


कथा सुनने से वासनाएं मिट जाती हैं- रसराजदास महाराज



 सागर. पुलिस लाइन स्थित श्रीराम मंदिर प्रांगण में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के दूसरे दिन मलूक पीठाधीश्वर राजेंद्रदासजी महाराज के शिष्य कथा व्यास रसराजदास महाराज ने कहा कि जिस मनुष्य का मन भगवान् की कथा में लग जाए उसे मोक्ष मिलना निश्चित है, कथा सुनने से सभी वासनाएं मिट जाती हैं। उन्होंने कहा कि कथा श्रवण ही भगवान् की प्राप्ति करा सकती है। भागवत जी में वर्णन है कि जो सुबह शाम भगवान् के 24 अवतारों के नाम लेता है उसके सारे दुःख मिट जाते हैं।
उन्होंने कहा की कलयुग में थोड़ा सा भी भजन करने से भगवान के दर्शन संभव हैं। संत श्री नामदेव जी महाराज को 72 वार भगवान के दर्शन हुए। सभी युगों में कलयुग ही एक ऐसा युग है जिसमें थोड़ा सा भजन करने से ही भगवान की कृपा बरसने लगती है।  
महाराज ने कहा कि वेदव्यास जी ने सभी वेद लिख दिए लेकिन फिर भी उनको शांति नहीं मिली, क्योंकि उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण के गुण नहीं लिखे थे।  जब उन्होंने भागवत जी की रचना की तब जाकर उनको शांति मिली। उन्होंने कहा कि वेदव्यास जी ने सभी वेदों के सार को भागवत जी में समाहित कर दिया है। उन्होंने कहा कि यह भ्रान्ति है कि घर में महाभारत नहीं रखना चाहिए बल्कि हर घर में महाभारत ग्रन्थ रखना चाहिए। इससे घर में झगड़े झंझट समाप्त हो जाते हैं। सभी को महाभारत का अध्ययन भी करना चाहिए l उन्हाेंने कहा कि जिसके जीवन में संतो की कृपा हो जाए, उसके सभी दोष मिट जाते हैं, उसका जीवन हीरे की तरह चमक जाता है।  संत सेवा से ही मनुष्य का कल्याण होता है और साधु की संगति से कभी हानि नहीं होती। जिसके जीवन में संत आ जायें तो उसका मंगल ही मंगल है।


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