वेस्ट सेन्ट्रल रेल्वे मजदूर संघ सदैव कर्मचारियों के हितों की लड़ाई लड़ता रहेगा : अशोक शर्मा, महामंत्री
सागर। "कोरोना काल में जब डरी हुई दुनिया, अपने अपने घरों के अंदर थी ऐसे में मेरे रेल के जांबाज ट्रैक मेंटेनर कड़क ठंड में कई-कई किलोमीटर तक रेल पटरियों का निरीक्षण, परीक्षण व अनुरक्षण करते रहे। साथ ही रेल्वे के लाखों साथी अपने अपने काम पर थे । अपनी जान की परवाह किए बिना उन्होंने भारत की लाइफलाइन, भारतीय रेल को रुकने नहीं दिया। चाहे औषधि पहुंचाना हो, पेट्रोल डीजल की सप्लाई हो, अनाज की आपूर्ति हो, यात्रियों को ढोना हो, सारे काम रेल कर्मचारियों ने बदस्तूर किए। और बताते हुए बड़ा दुख हो रहा है कि इस दौरान हजारों रेल कर्मचारी संक्रमित होने के चलते काल-कलवित हो गए, बल्कि उनके,कई, परिवारजन भी संक्रमित होकर काल के गाल में समा गए। रेल के ट्रैक मेंटेनर साथी जो सर्दी, गर्मी, बरसात में जहरीले जंतुओं के बीच कई-कई किलोमीटर तक पटरियों का अनुरक्षण करते हैं ताकि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। सरहद पर शहीद होने वाले सिपाहियों से कहीं ज्यादा संख्या में ट्रैक पर रन ओवर हो जाते हैं, शहीद हो जाते हैं। किंतु अफसोस इतने के बावजूद भी सरकार ने हमें फ्रंटलाइन वर्कर का दर्जा नहीं दिया, शहीद का दर्जा देना तो दूर की बात है। एक तरफ बेतहासा होते निजीकरण से रेलवे की जहां गुणवत्ता कम हो रही है वहीं, यात्रियों की संरक्षा और सुरक्षा भी खतरे के दायरे में आ रही है। एक रेल कर्मचारी जो अपना पूरा जीवन रेल की सेवा में ईमानदारी और समर्पण से लगा देता है उसके हिस्से में एनपीएस डाल दी गई है ओल्ड पेंशन स्कीम को 1 जनवरी 2004 के बाद से, समाप्त कर दिया गया है। बड़ी विषम परिस्थितियों में काम करने वाले रेल कर्मचारी पेंशन नहीं होने की स्थिति में उनके और उनके परिवार का भविष्य क्या होगा ..?? जबकि कर्मचारी की पेंशन उसके बुढ़ापे का सहारा उसकी लाठी होती है। ऐसी अनेकानेक मजदूरों की मांगों को लेकर वेस्ट सेंट्रल रेलवे मजदूर संघ के झंडे तले हम लोग संघर्ष कर रहे हैं और हमें उम्मीद है कि हमारी मांगों को एक न एक दिन सरकार को मानना होगा क्योंकि यह उचित मांगे हमारा अधिकार है।"
रेलवे स्टेशन सागर में आयोजित पत्रकार वार्ता में वेस्ट सेंट्रल रेलवे मजदूर संघ के महामंत्री एवं एनएफआईआर के असिस्टेंट जनरल सेक्रेटरी अशोक शर्मा ने व्यक्त किए । उनके साथ ही वेस्ट सेंट्रल रेलवे मजदूर संघ के कार्यकारी अध्यक्ष श्री अनुज तिवारी भी मौजूद थे ज्ञात हो कि सागर उनका गृह नगर भी है। श्री तिवारी ने अपने वक्तव्य में कहा.." वेस्ट सेन्ट्रल रेल्वे मजदूर संघ सदैव कर्मचारियों के हितों की लड़ाई लड़ता आया है और आगे भी लड़ता रहेगा सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों के विरोध में हमारा संघर्ष सतत चलता रहेगा।" ज्ञात हो कि कोटा अधिवेशन में पुनः निर्वाचन के बाद, श्री अशोक शर्मा एक दिन के सागर प्रवास पर आए थे। इस अवसर पर दिनांक 10.12.2022 को वेस्ट सेन्ट्रल रेल्वे मजदूर संघ की सागर शाखा ने उनका भव्य स्वागत कार्यक्रम आयोजित किया। एक जुलूस की शक्ल में ढोल नगाड़ों की आवाज के साथ रेल्वे स्टेशन सागर में स्थानीय कर्मचारियों के साथ बैठक आयोजित की गई। जिसमें विस्तार से उनकी समस्याओं को सुना गया, ज्ञापन लिए गए एवं अग्र कार्यवाही हेतु आश्वासन दिया गया।
तत्पश्चात उक्त कर्मचारी नेता द्वय ने. सागर के बुद्धिजीवी एवं प्रतिष्ठित आमंत्रित ,पत्रकार जनों की प्रेस वार्ता को संबोधित किया एवं उपस्थित पत्रकारजनों के, प्रश्नों का जवाब दिया। इस अवसर पर स्वल्पाहार का भी आयोजन शाखा की तरफ से किया गया। कार्यक्रम में श्री मनोज जवार डिप्टी डिवीजनल सेक्रेटरी जबलपुर मंडल, सागर शाखा सचिव डॉ. मु. शमशाद, राघवेंद्र सिंह दीवान कोषाध्यक्ष, संजीव तिवारी संगठन सचिव, उपाध्यक्ष बीसी निरंजन, बी एस मीना, प्रभात रंजन, राजेन्द्र रैकवार, सहा. सचिव आर के कैन, अमित कुमार अग्रवाल, रामकेश, रविप्रकाश, राकेश शुक्ला, जसवंत, रमन साहू, रामेश्वर, महेंद्र, धर्मेंद्र, नीरज, बनीसिंह, विक्रम, संतोष, संदीप समेत विभिन्न विभागों के रेल कर्मचारीगण उपस्थित रहे। अंत में शाखा अध्यक्ष श्री एम के जैन द्वारा आभार प्रदर्शन किया गया।
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें