लोकायुक्त पुलिस ने जिला पंचायत के डाटा आपरेटर को 20 हजार की रिश्वत लेते पकड़ा
रायसेन। जिला पंचायत रायसेन में पदस्थ लिपिक / डाटा आपरेटर आशीष श्रीवास्तव को भोपाल लोकायुक्त पुलिस ने आज बीस हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा है। लिपिक ने रोजगार सहायक को पंचायत सचिव का कार्यभार देने के एवज में रिश्वत ली थी। जिला पंचायत कार्यालय में हुई इस कार्यवायी से हड़कंप मचा हुआ है। इस कांड में जिला पंचायत सीईओ का नाम भी आया है।
रायसेन जिला के गैरतगंज जनपद के अंतर्गत ग्राम पंचायत टेहरी मुरपार में सरपंच प्रतिनिधि हरनाम सिंह लोधी आत्मज गुलाब सिंह लोधी ने 28 दिसम्बर को पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त कार्यालय भोपाल को शिकायत की थी कि उसकी मां प्रभा बाई ग्राम पंचायत टेहरीमुरपार की सरपंच हैं और वह सरपंच प्रतिनिधि का कार्य करता है।
यह भी पढ़े : MP: रिटायर्ड डीएसपी से रिश्वत लेते निगम का टैक्स कलेक्टर गिरफ्तार, लोकायुक्त पुलिस की कार्यवाही
उसकी ग्राम पंचायत में सचिव की पदस्थापना नहीं होने से ग्राम पंचायत का कार्य प्रभावित होता है। जिस पंचायत में सचिव नहीं होता, वहां नियमअनुसार कार्य ग्राम रोज़गार सहायक को दिया जा सकता है। इसी सम्बन्ध में पंचायत का कार्यभार ग्राम रोज़गार सहायक मनोज यादव को सचिव का प्रभार दिलाने के लिए मुख्य कार्यपालन अधिकारी ज़िला पंचायत रायसेन के कार्यालय में पदस्थ लिपिक आशीष श्रीवास्तव से मिलने पर उसके द्वारा 25 हज़ार रुपये सचिव का प्रभार दिलाने के एवज़ में रिश्वत मांग की गई। उक्त शिकायत का सत्यापन के दौरान आशीष श्रीवास्तव ने 29 दिसम्बर को 20 हज़ार रुपये रिश्वत मांगने की पुष्टि होने पर आज धारा 7 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 (संशोधित 2018) का प्रकरण पंजीबद्ध कर 20 हज़ार रुपये की रिश्वत लेते हुए आरोपित आशीष श्रीवास्तव आत्मज ओपी श्रीवास्तव डाटा ऑपरेटर मुख्य कार्यपालन अधिकारी ज़िला पंचायत रायसेन को रंगे हाथों पकड़ा गया। करवाई जारी है।
लोकायुक्त डीएसपी एसके शुक्ला ने बताया कि आरोपित के बयान को रिकार्ड किया गया है। जिसमें आरोपित ने कहा है कि उन्होंने रिश्वत की मांग जिला पंचायत सीईओ पीसी शर्मा के कहने पर की थी। विवेचना के बाद ही इस मामले में शामिल अन्य आरोपितों पर प्रकरण दर्ज किया जाएगा।
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें