स्वस्तिवाचन से होगा गौर दिवस समारोह का आगाज:- डा.सुशील तिवारी

 स्वस्तिवाचन से होगा गौर दिवस समारोह का आगाज:- डा.सुशील तिवारी


सागर । डा. हरिसिंह गौर सागर  की आन बान और शान थे 26नवंबर को उनकी जन्म जयंती को गौरव दिवस के रूप में मनाया जा रहा है उनका प्रत्येक सागर वासी के ऊपर अघोषित ऋण है सागर शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी तब बना जब अपने जीवन की पूरी पूंजी शिक्षाविद डा गौर ने शिक्षा के लिए दान कर दी।ये शिक्षा रूपी ऋण प्रत्येक सागर वासी के ऊपर है इसलिए सबको इस गौरव दिवस को अपना विशिष्ठ त्योहार समझकर उत्सव मनाना है सागर के पितृ पुरुष को ये हमारी सच्ची श्रद्धांजलि होगी।  प्रत्येक घर और मंदिर में दीप प्रज्वलन हो दरवाजे पर रंगोली बनाई जाए। साथ ही सागर धर्म नगरी के नाम से जाना जाता है इसलिए गौरव दिवस का मुख्य कार्यक्रम जो मुख्यमंत्री जी के आतिथ्य के रूप में संपन्न होगा।


 उसमे सबसे पहले नगर के पुरोहित पुजारियों द्वारा स्वस्ति वाचन कराया जायेगा वैदिक मंत्रोचार के साथ कार्यक्रम संपन्न होगा यह बात बुधवार को वृंदावाग बाग मठ में संपन्न हुई पुजारी पुरोहित विद्वत संघ की बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए महापौर प्रतिनिधि डा सुशील तिवारी जी ने कही।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ शिक्षाविद जे पी पांडेय ने कहा गौर विश्विद्यालय के विद्यार्थी देश में नाम रोशन कर रहे है भारत के कोने कोने में डा हरि सिंह गौर को याद किया जाता है उनका बनाया विश्वविद्यालय सबसे पुराने विश्वविद्यालय के रूप में जाना जाता है और वो संविधान निर्माण सभा के सदस्य भी रहे है इसलिए भारत रत्न दिया ही जाना चाहिए। 


विशिष्ठ अतिथि के रूप में विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष पं.अजय दुबे ने कहा पूरा सागर जिला बीड़ी मजदूरी के नाम से पिछड़ा हुआ जाना जाता था किंतु डा गौर ने विश्वविद्यालय स्थापित करके वो दाग भी मिटाया आज बीड़ी मजदूर नही देखे जाते सागर में तो वो डा गौर का उपकार है। शिवसेना के उपराज्य प्रमुख पं.पप्पू तिवारी ने कहा की कोई भी व्यक्ति हो सबसे पहले अपनी स्वयं की आवश्यकता पूर्ति करता है किंतु डा हरिसिंग गौर ने अपनी परिवार की आवश्यकताओं को दरकिनार करते हुए अपनी सम्पूर्ण पूंजी दान कर दी ऐसे दान बीर या तो महाभारत काल में कर्ण थे या हमारे यहां आधुनिक काल के गौर थे। सागर में दानवीर कर्ण की उपमा डा गौर को दी जाए तो कोई अति सयोक्ति नही लगती। संघ के संभागीय अध्यक्ष पं.राजेंद्र प्रसाद पांडेय सानौधा ने कहा  जितने भी नेता आज सागर में प्रतिष्ठित पदों में दिख रहे हैं इन सबकी राजनीति विश्वविद्यालय के छात्रसंघ चुनाव से शुरू हुई थी अब उन सबका कर्तव्य है डा गौर को भारत रत्न दिलाने का  कार्य करें। बैठक को सुशील पांडे ढाना, पं.अतुल प्रेमजी महाराज,पं.रामचरण शास्त्री श्रीहरि,विनोद पंडा रानगिर, पं.रमाकांत त्रिवेदी आदि ने भी संबोधित किया। संचालन युवा  सर्व ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष पं.भरत तिवारी ने किया,आभार संघ के अध्यक्ष पं.शिवप्रसाद तिवारी ने व्यक्त किया।इस अवसर पर पं.बालमुकुंद तिवारी, पं.इंद्रजीत दुबे,पं.पंकज तिवारी,श्रीमति संध्या दुबे, पं.रामगोविंद शास्त्री, पं.मनोज पांडेय,पं.बृजेश शुक्ला,पं.रघु शास्त्री,पं.योगेश दीक्षित, पं.विनोद शुक्ला,पं.सुरेंद्र मिश्रा,पं.भगवतकृष्ण शास्त्री, पं.केशव गोस्वामी,पं.चंद्रभान तिवारी,पं.पुरषोत्तम गर्ग,पं.शिवनारायण शास्त्री,पं.अमित कटारे, पं.राजाकृष्ण शास्त्री, पं.कुंजबिहारी शुक्ला, पं.पुरषोत्तम गौतम,पं.अनिल दुबे,पं.विजय तिवारी, पं.श्रीराम दुबे,पं.रानू जी तिवारी,पं.विवेक गोतम,पं.कपिल स्वामी,पं.संजय शर्मा सहित बड़ी संख्या में पुजारी पुरोहित और कथावाचक उपस्थित थे ।


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एडिटर: विनोद आर्य
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+91 94244 37885

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