सीएम राइज स्कूल में विज्ञान शिक्षकों का दूसरे चरण का प्रशिक्षण शुरू
सागर। स्थानीय सीएम राईज एमएलबी स्कूल में विज्ञान शिक्षकों का संभाग स्तरीय द्वतीय चरण का तीन दिवसीय "नवोन्मेष" प्रशिक्षण कार्यक्रम का संयुक्त संचालक डॉ. मनीष वर्मा, उप संचालक श्री प्राचीश जैन, सहायक संचालक डॉ. आशुतोष गोस्वामी, हरिसिंह गौर सेंट्रल यूनिवर्सिटी के प्रो. संजय शर्मा, सीएम राइस एमएलबी के प्रभारी प्राचार्य राकेश मिश्रा, पिरामिल फाउंडेशन के इमरान अहमद के आतिथ्य में किया गया।
संयुक्त संचालक डॉ. मनीष वर्मा जी ने प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित करते हुए कहा सी एम राईज एक महत्वाकांक्षी योजना है जिसकी सफलता का भार आप शिक्षकों के कंधे पर है, उन्होंने ये भी कहा की विज्ञान डरने का विषय नही बल्कि अनुभूति व समझने का विषय है, आप सभी शिक्षकों की जिम्मेदारी छात्रों में विज्ञान के प्रति लगाव पैदा करना और प्रयोगशालाओं में बेहतर प्रदर्शन कर वैज्ञानिक दृष्टिकोण पैदा करना है। उप संचालक एवं प्रशिक्षण के नोडल अधिकारी श्री प्राचीश जैन ने प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित करते हुए कहाकि विद्यालयों में प्रयोगिक व परियोजना आधारित कार्य पर जोर देना होगा। डॉ. आशुतोष गोस्वामी जी ने कार्यक्रम की रूपरेखा पर प्रकाश डालते हुए कहा बच्चों में वैज्ञानिक सोच, रुचि व उत्सुकता विकसित करना आवश्यक है।
प्रशिक्षण के द्वतीय सत्र में हरिसिंह गौर यूनिवर्सिटी के प्रो. संजय शर्मा समन्वयक टी एल सी ने नई शिक्षा नीति के बिभिन्न पहलुओं पर व्याख्यान देते हुए 21वी शदी के कौशल, लर्निग स्किल की विस्तार से जानकारी दी उन्होंने कहाकि भारत को विद्यालयीन शिक्षा ही विश्वगुरु बना सकती है द्वतीय सत्र में मास्टर ट्रेनर लखन पटेल, महेन्द्र कुमार लोधी, शैलेन्द्र जैन, अरविंद गोस्वामी, संतोष चौरसिया इत्यादि ने विज्ञान आधारित अनेक रोचक मॉडल्स व कवाड़ से बनाये विज्ञान उपकरणों व मॉडल्स के माध्यम से गतिविधि आधारित विज्ञान की शिक्षा दी।
दोपहर बाद सभी प्रशिक्षणार्थी शिक्षकों को बिभिन्न विषयों के लेब में ले जाकर मास्टर ट्रेनर्स ने प्रेक्टिकल सम्पन्न कराए। जिसमे बॉयलाजी में महेंद्र कुमार लोधी, नीतू सिंघई व वर्षा रैकवार, केमेस्ट्री में शैलेन्द्र जैन, संतोष चौरसिया, शैलेन्द्र सिंह राजपूत एवं फिजिक्स लेब में अरविंद गोस्वामी, लखन पटेल, शैलेन्द्र सिंह दांगी, अंकित शुक्ला ने विविध प्रयोग सम्पन्न कराए। इस प्रायोगिक कार्य मे लेब सहायकों सहित पिरामिल फाउंडेशन के इमरान अहमद, मानसी, परसमोनी का भी सहयोग रहा।
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