कला की अभिव्यक्ति के लिए प्रतिभाएँ संसाधनों की मोहताज नहीं होती : विधायक◾दो दिवसीय युवा उत्सव का समापन

कला की अभिव्यक्ति के लिए प्रतिभाएँ संसाधनों की मोहताज नहीं होती : विधायक
◾दो दिवसीय युवा उत्सव का समापन

सागर 21.10.2022: शासकीय स्वशासी कन्या स्नातकोत्तर उत्कृष्टता महाविद्यालय, सागर में आज दो दिवसीय जिला स्तरीय युवा उत्सव का आयोजन समापन हुआ। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में सागर विधायक माननीय श्री शैलेन्द्र जैन सम्मिलित हुए। उन्होंने कार्यक्रम के दौरान अपने उद्बोधन में कहा कि ‘‘कला की अभिव्यक्ति के लिए प्रतिभाएँ संसाधनों की मोहताज नहीं होती। यदि प्रतिभाओं को अपनी कला को दिखाने के लिए उचित मंच मिल जाये तो वह बहुत आगे जा सकती हैं। उन्होंने आगे कहा कि युवा उत्सव का यह मंच विद्यार्थियों को अपनी प्रतिभा दिखाने का सबसे अच्छा साधन है।
 महाविद्यालय के टाउन हॉल के जीर्णोद्धार के विषय में बताया कि जनभागीदारी के माध्यम से इसका जीर्णोद्धार कर रहे हैं शुरुआती तौर पर विधायक निधि से ₹3 लाख रुपए की राशि देने की घोषणा की।
 सिटी बस के संचालन के संबंध में विधायक जैन ने बताया कि 2 माह के अंदर बसों का संचालन प्रारंभ हो जाएगा और इससे नवीन कन्या महाविद्यालय भवन तक छात्राओं को पहुंचने में कोई असुविधा नहीं होगी।

 महाविद्यालय की प्राचार्य डाॅ. इला तिवारी ने कहा कि ‘‘छात्राओं द्वारा इस आयोजन की विभिन्न प्रतियोगिताओं में प्रदर्शन उनमें आत्मविश्वास बढ़ाता है।’’ डाॅ. रश्मि दुबे ने कहा कि ‘‘युवा उत्सव विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियों के प्रदर्शन का एक साझा मंच है।
कार्यक्रम की संयोजक डाॅ. अंजना चतुर्वेदी ने कार्यक्रम की विस्तृत रूप रेखा प्रस्तुत की। इस दौरान उन्होंने युवाओं के बारे में बताया कि ‘‘योवन, मन की एक अवस्था है, इसका शरीर से कोई संबंध नहीं है।’आज के कार्यक्रम की प्रथम विधा के रूप में समूह गायन भारतीय का आयोजन हुआ। इस विधा में निर्णायक के रूप में श्रीमती मालती सेन, श्री शिवरतन यादव एवं श्री प्रवीण श्रीवास्तव उपस्थित रहे। 
इसके पश्चात् एकल नृत्य शास्त्रीय एवं समूह लोक नृत्य विधाओं का रंगारंग आयोजन हुआ। इन विधाओं के निर्णायक के रूप में सुश्री तृप्ति गुप्ता, श्री बाबूलाल साहू, श्री नवीन सोनी एवं राहुल स्वर्णकार उपस्थित रहे। 


आज के युवा उत्सव समापन कार्यक्रम में श्री लक्ष्मण सिंह, उच्च शिक्षा विभाग से विशेष कत्र्तव्यस्थ अधिकारी डाॅ. नीरज दुबे, डाॅ. आर.के. गोस्वामी, डाॅ. विशाल खटीक, श्री वीरेन्द्र खटीक महाविद्यालय के पूर्व प्राध्यापक डाॅ. अनिल शर्मा, डाॅ. रेखा बख्शी एवं महाविद्यालय परिवार से डाॅ. सुनील श्रीवास्तव, डाॅ. सुनीता सिंह, डाॅ. नरेन्द्र सिंह ठाकुर, डाॅ. अरविंद बोहरे,


 डाॅ. प्रतिमा खरे, डाॅ. सुनीता त्रिपाठी, डाॅ. संजय खरे, डाॅ. ए.एच. अंसारी, डाॅ. शैलेष आचार्य, डाॅ. अंजना नेमा, डाॅ. पद्मा आचार्य, डाॅ. हरिओम सोनी, डाॅ. अपर्णा चाचोंदिया, डाॅ. शीतांषु राजौरिया, डाॅ. श्वेता ओझा, श्री आशीष रैकवार, कु. प्रगति बिल्थरे, डाॅ. बिप्पू रजक, डाॅ. प्रहलाद अहिरवार, कु. शुभांजलि रैकवार आदि उपस्थित रहे। 



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