खुरई : वार्डों में विचार गोष्ठियों का आयोजन ,प्रधानमंत्री के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला गया

खुरई :  वार्डों में विचार गोष्ठियों का आयोजन ,प्रधानमंत्री के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला गया

खुरई। भारत का नाम आज विश्व पटल पर सम्मान से लिया जा रहा है तो उसका श्रेय देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को जाता है। जिन्होंने भारत की सबके सामने एक नई शक्ति के रूप में खड़ा किया है। प्रधानमंत्री की नई सोच ने एक नया भारत खड़ा कर दिया है। इस कारण विश्व के सभी देशों में उनका व्यक्तित्व और कृतित्व सिरमौर बना है। उक्त उद्गार बीना विधायक महेश राय ने संत रविदास वार्ड में आयोजित विचार गोष्ठी में व्यक्त किए। आज प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिवस पर खुरई के भाजपा कार्यकर्ताओं ने ग्यारह वार्डों में श्री मोदी के व्यक्तित्व और कृतित्व पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया। 

इस अवसर पर सभी 11 वार्डों में भाजपा पार्षद प्रत्याशियों ने जोर-शोर से हिस्सा लिया।

     सागर महापौर प्रतिनिधि डाॅ. सुशील तिवारी ने स्वामी विवेकानंद वार्ड में विचार गोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी देश के सौभाग्य के रूप में सामने आए हैं। उनके नेतृत्व में भारत विश्व गुरु बनने की ओर तेजी से अग्रसर है। महाराणा प्रताप वार्ड में सागर निगमाध्यक्ष वृन्दावन अहिरवार ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश के गरीब वंचित वर्गों तथा अनुसूचित जाति व जनजाति वर्गों के उत्थान के लिए जितनी योजनाएं संचालित की हैं उतनी कांग्रेस ने 60 वर्षों के शासनकाल में नहीं कीं। 

अम्बेडकर वार्ड में वरिष्ठ भाजपा नेता संतोष रोहित ने कहा कि सच्चे मायनों में बाबा साहब अम्बेडकर के सपनों को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ही साकार कर रहे हैं। कांग्रेस ने तो अनुसूचित जाति वर्ग का सदैव वोट बैंक समझकर शोषण किया है। प्रधानमंत्री के रूप श्री मोदी ने अपने पहले कार्यकाल में 70 वर्षो से जारी राजनीति के एजेंडे को बदलने का कार्य, जो पहले व्यक्ति पर आधारित था, जाति मत और मजहब पर आधारित था, आज उसकी धुरी बदली है। आज उसमें गांव, गरीब, किसान, नौजवान और महिलाएं है। राजनीति का केन्द्र बिन्दु देश बना है।
     बिरसा मुण्डा वार्ड में भाजपा जिलाध्यक्ष गौरव सिरोठिया ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने कभी स्वयं की चिंता नहीं की, देश को ही सर्वोपरि माना। चाहे सर्जिकल व एयर स्ट्राइक हो या धारा 370 को हटाना, श्री मोदी ने राष्ट्र प्रथम की सोच के साथ देशहित में अनेक साहसिक फैसले लेने का काम किया। श्री नरेंद्र मोदी स्वयं को प्रधानमंत्री नहीं बल्कि प्रधानसेवक कहते हैं। उनका जीवन अपने आप में सादगी व ईमानदारी की मिसाल है।
     टैगोर वार्ड में आयोजित विचार संगोष्ठी में भाजपा के युवा नेता अर्पित पाण्डेय ने कहा कि दूसरे कार्यकाल के दौरान 100 दिन के एक छोटे से अंतराल में ही 70 वर्षो से लम्बित मामलों को जिस त्वरित गति से निस्तारण करने का कार्य हुआ है। उन्होंने कहा कि श्री मोदी द्वारा कश्मीर में धारा 370 को समाप्त करने के सम्बंध में ऐतिहासिक और साहसिक निर्णय लिया गया। 

     शास्त्री वार्ड में भाजपा नेता अनुराग प्यासी ने कहा कि सदियो से नारी शक्ति के सशक्तिकरण की बात तो होती थी लेकिन तीन तलाक की कुप्रथा से कभी भी नारी गरिमा का सम्मान रखने का भाव जिस रूप में होना चाहिए था नहीं देखने को मिला। तीन तलाक की कुप्रथा को समाप्त करने का ऐतिहासिक निर्णय भी मोदी जी के नेतृत्व में लिया गया। 

     रानी अवंतीबाई वार्ड में आयोजित विचार संगोष्ठी कार्यक्रम में भाजपा युवा मोर्चा अध्यक्ष यश अग्रवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की एक खूबी यह भी है कि वे तुरंत ही निर्णय लेने के लिए जाने जाते हैं। यह क्षमता  भारत के नेताओं में बहुत कम पायी जाती है और इस कारण से उन नेताओं से अलग हैं जोकि किन्हीं मजबूरियों के  चलते फैसले नहीं लेते या लेने में बहुत अधिक समय लगा देते हैं।

     माता शबरी वार्ड में भाजपा के वरिष्ठ नेता शिवराज सिंह ने कहा कि श्री नरेन्द्र मोदी की सबसे बड़ी और असाधारण बात उनकी भाषण कला है और वे अपनी इस कला से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध करना जानते हैं। विकास और अन्य मुद्दों पर वे जितनी स्पष्टता और प्रभावी तरीके से अपनी बात  रखते हैं कि बिना किसी तैयारी के उनका आशु भाषण भी लोगों को प्रभावित करने की क्षमता रखता है। देश के अन्य  नेताओं की तरह से लिखा हुआ भाषण नहीं पढ़ते हैं। उनकी विशेषता है कि वे अपनी वाक शैली से किसी भी प्रकार के  श्रोता वर्ग से अपना संबंध बना लेते हैं।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर खुरई के विभिन्न वार्डों में आयोजित संगोष्ठियों में श्री मनोज दुबे, अजीत सिंह अजमानी, नीतिराज पटैल, देशराज यादव, रफीक खान, मूरत सिंह पिपरिया, राम शास्त्री, बबलू चौधरी, धर्मेन्द्र सिंह निर्तला, हेमचंद बजाज एवं रंधीर सिंह गब्बर ने अपना स्थानीय वक्ता के रूप में अपना उद्बोधन दिया।



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