डॉ गौर विवि इंटेलेक्चुअल हेरिटेज सेल की बैठक में आगामी कार्ययोजना पर मंथन
सागर।"हम कुछ ऐसे क्लस्टर तैयार करने के लिए रूपरेखा बना सकते हैं, जो सभी के लिए रोल माॅडल बन सकें। शिक्षा, शोध एवं सामाजिक सरोकार से सम्बद्ध विभिन्न आयामों के माध्यम कुछ नवाचारों को अपनाने की जरूरत है।" ये विचार दिये प्रो नीलिमा गुप्ता ने अपने अध्यक्षीय उदबोधन में।आज प्रशासनिक भवन सभा कक्ष में विश्वविद्यालय बौद्धिक विरासत प्रकोष्ठ की बैठक कुलपति प्रो नीलिमा गुप्ता की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई।
कार्यक्रम संयोजक और प्रकोष्ठ के मुख्य समन्वयक प्रो दिवाकर सिंह राजपूत ने पिछले दिनों हुई बैठकों की प्रगति से अवगत कराया।
सभी क्लस्टर के समन्वयकों ने अपने विचार रखे।
डाॅ पंकज तिवारी, प्रो दिवाकर सिंह राजपूत, प्रो संजय जैन, प्रो निवेदिता मैत्रा, प्रो जी एल पुन्ताम्बेकर, प्रो आर के रावत, प्रो जे के जैन, डाॅ ललित मोहन, डाॅ धर्मेन्द्र सराफ, डाॅ सुमन पटेल, डाॅ अभिषेक जैन, प्रो आशीष वर्मा आदि ने अपने विचार, प्रगति और जिज्ञासायें रखी। जिनके संबंध में कुलपति प्रो नीलिमा गुप्ता ने संबंधित दिशा निर्देश एवं मार्गदर्शन दिया।
बैठक में प्रो जी एस गिरि, प्रो श्वेता यादव, प्रो अस्मिता गजभिये, डाॅ नीलू रावत, डाॅ ऊषा राणा, डाॅ गौतम प्रसाद, डाॅ किरण माहेश्वरी, डाॅ सुनीति वालिया, डाॅ संजय बारोलिया, डाॅ बबलू राय, डाॅ सी पी उपाध्याय, डाॅ किरण, डाॅ पूनम, डाॅ शालिनी, डाॅ देशमुख, डाॅ योगेश आदि उपस्थित रहे।प्रो नीलिमा गुप्ता ने सभी के प्रयासों की सराहना की। प्रो दिवाकर सिंह राजपूत ने आभार व्यक्त किया।
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