17 सितंबर " नो एब्यूस डे " जन जागृति संकल्प दिवस के रूप में मनायें : डॉ वंदना गुप्ता

17 सितंबर " नो एब्यूस डे " जन जागृति संकल्प दिवस के रूप में मनायें : डॉ वंदना गुप्ता

सागर। राष्ट्रव्यापी वैचारिक स्वच्छता के लिए निरन्तर जनजागृति की और अग्रसारित चतुर्थ नो एब्यूज डे 17 सितंबर 2022 के उपलक्ष्य पर " द एसोसिएशन ऑफ दी क्लब्स ऑफ इंडिया " की 'वैचारिक स्वच्छता अभियान की बहु प्रांतीय चीफ को आर्डनिटर एवं अभियान की संस्थापक डॉ बन्दना गुप्ता ने मीडिया से चर्चा में बताया कि इस अभियान के 3 वर्ष पूर्ण कर चौथे वर्ष में प्रवेश करने पर दस दिवसीय जनजागृति अभियान "मातृ शक्ति सम्मान" के रूप में हम मना रहे है। जिसमें दस दिनों तक निरंतर जनजागृति कार्यक्रम होंगे। आने वाली नवरात्रि में हम समाज में माँ दुर्गा के सभी भक्तों से यह निवेदन करते हैं कि सभी दुर्गा पंडालों में यह संकल्प लगाया जाये कि आज से हम कभी भी माँ बहन बेटी की गालियां जीवन में नहीं देंगे। इस मौके पर एडवोकेट विजय लक्ष्मी गुप्ता, संस्था की पदाधिकारी  जागृति केशरवानी,विनिता केशवानी, संध्या सरवटे,रुकमनी केशरवानी, नम्रता फुसकेले,सीमा केशरवानी, प्रीति केशरवानी और अनिता जैन विद्यासागर आदि मोजूद रही।



सकारात्मक परिणाम निकले है अभियान के 


उन्होंने बताया कि इस जनजागृति अभियान के सतत प्रयास से हमे अब तक समाज में बहुत ही सकारात्मक परिणाम मिले है जिससे यह बात स्पष्ट है कि जागृति से ही प्रगति है। अब तक तीन वर्षों में अनेकों लोगों ने इस अभियान से प्रेरित होकर "माँ बहन बेटी को अपमानित करने वाले अपशब्दों को न बोलने का संकल्प लिया है और अपने साथ साथ घर परिवार कार्यस्थल व समाज को वैचारिक रूप से स्वच्छ बनाने में जुट चुके है। 


प्रधानमंत्री को भेजी जानकारी

प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी जी को लगातार इस अभियान की जानकारी डॉ चन्दना गुप्ता द्वारा भेजी गयी है।  जिसके फलस्वरूप 15 अगस्त को लाल किले से उन्होंने भी राष्ट्र के नागरिकों को जाने अनजाने महिलाओं को अपमानित करने वाली भाषा के प्रयोग से मुक्ति के संकल्प की बात देशवासियों से कही। देश के अनेक राज्यों में यह संकल्प दिवस मनाया जायेगा।

उन्होंने बताया कि नो एब्यूस डे के अवसर पर हम सभी शिक्षण संस्थाओं, प्राइवेट स्कूलों विश्वविद्यालय महाविद्यालयों एवं विभिन्न कार्यालयों एवं प्रतिष्ठानों में कार्यरत लोगों से अपील करते हैं कि 17 सितंबर 2022 को अपने कार्यस्थल पर सामूहिक रूप से संकल्प ले कि हम मा बहन-बेटी की गालिया जीवन में कभी भी नहीं देंगे। साथ ही समाज में भी निरन्तर इस जागृति का संकल्प लेते है "। 



इसी श्रृंखला में डॉ वंदना गुप्ता के नेतृत्व में विश्वविद्यालय सरस्वती शिशु मंदिर मोतीनगर एवं पगारा, बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज, आर्ट एंड कॉमर्स कॉलेज, एक्सीलेंस स्कूल कलेक्टर कार्यालय स्मार्ट सिटी कार्यालय आदि अनेक स्थानों पर अलग-अलग दिनांक में संकल्प दिवस मनाया जाएगा। इसके लिए लगातार सभी से संपर्क किया जा रहा है। कलेक्टर दीपक आर्य से बातचीत की है। सरकारी दफ्तरों में इसको मनाने के संबंध में। 
इस मौके पर  बुजुर्ग अधिवक्ता विजय लक्ष्मी ने इस अभियान से जुड़ी महिलाओं को शुभकामनाए देते हुए कार्यक्रम के निरंतर प्रगति की कामना की। 




1 टिप्पणी:

  1. स्वस्थ समाज के निर्माण में समाज की प्रत्येक इकाई का सहयोग अपेक्षित है।

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