Editor: Vinod Arya | 94244 37885

विचार समिति ने मंगलगिरी में 9000 पेड़ों पर रक्षासूत्र बांधकर मनाया वृक्षाबंधन

विचार समिति ने मंगलगिरी में 9000 पेड़ों पर रक्षासूत्र बांधकर मनाया वृक्षाबंधन


सागर। विचार समिति ने मंगलगिरी में चतुर्थ वर्षगांठ के उपलक्ष्य में ए‌वं रक्षाबंधन के पावन पर्व पर 9000 पेड़ों पर रक्षासूत्र बांधकर वृक्षाबंधन किया।  समिति ने वृक्षारोपण अभियान की शुरूआत पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की स्मृति में 18 अगस्त 2018 को पहाड़ी क्षेत्र मंगलगिरी में 5000 पेड़ लगाकर की थी जिसमें वृक्षारोपण करने वाले वृक्ष मित्रोंपरिवार के सदस्य एवं स्मृति स्वरूप स्वर्गवासी लोगों के नाम की स्मृति में पौधे रोपित किए गए थेजिनके नाम की पटि्टका भी लगाई गई थी। प्रथम वर्षगांठ के अवसर पर 18 अगस्त 2019 को 2500 पौधे लगाए गए थे। 26 जून 2021 को स्व. श्रीमति आशारानी मलैया की स्मृति में मियाबाकी पद्धति द्वारा 1500 पौधे लगाए थे। जहां अब 9000 से अधिक वृक्ष लहलहा रहे हैं जिनकी देखरेख समिति स्वयं करती है।

 

हम जो भी पौधा लगाएं उसकी परवरिश करना बहुत जरूरी है : कपिल मलैया

समिति के संस्थापक अध्यक्ष कपिल मलैया ने वृक्षारोपण का महत्व बताते हुए कहा किपर्यावरण संरक्षण के लिए अधिक से अधिक पौधारोपण करने पर जोर रहता हैलेकिन लगाए गए पौधों की देखभाल बेहद जरूरी है। हर साल बड़ी संख्या में पौधे देखभाल के अभाव में दम तोड़ देते हैं। पर्यावरण के प्रति चिंतित लोगों का मानना है कि हमें पेड़-पौधों की देखभाल के प्रति जागरूक होने की जरूरत है। अगर हम पांच पौधे लगाने जा रहे हैं तो भले ही दो लगा लेंलेकिन उनकी पूरी देखभाल की जिम्मेदारी अच्छे से निभाएं। उन्होंने एक रिपोर्ट के आधार पर बताया कि हरियाली कम होने से ग्लोबल वार्मिग की समस्या बढ़ रही है। भूगर्भीय जल स्तर कम हो रहा हैहवा भी दूषित हो रही है। अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए पेड़ों का अंधाधुंध कटान किया जा रहा है। अपने भविष्य के बारे में कोई चिंता नहीं है। पर्यावरण का बिगड़ता संतुलन खतरे की घंटी है। जागरूकता के लिए काफी अभियान चलाए जाते रहे हैं और चल भी रहे हैं। जागरूकता बढ़ी भी हैलेकिन अधिक पौधे लगाने के स्थान पर ये जरूरी है कि हम जो भी पौधा लगाएं उसकी परवरिश करें।

 

इस अवसर पर विनय मलैया ने कहा कि जैसा 4 पहले हम लोगों ने जो जंगल कि परिकल्पना की थी वह साकार हो रही है ।इस अवसर पर कार्यकारी अध्यक्ष सुनीता अरिहंत ने बताया कि धर्मशास्त्रों में पौधारोपण को पुण्य का कार्य कहा गया है। क्योंकि वृक्षों का हमारे जीवन में विशेष स्थान है। यह हमें अनाज जड़ी-बूटीफल-फूल और ईधन उपलब्ध करवाते है. सबसे बड़ी बात पेड़ प्राणियों को शुध्द वायु प्रदान करते हैप्रदूषण को रोक पर्यावरण के संतुलन को बनाने में सहायक होते है। इसीलिए भारत में आदि काल से लोग तुलसीपीपलकेलाबरगद आदि की पूजा करते चले रहे है। आज विज्ञान भी सिद्ध कर चुका है की पेड़ पौधे हमारे लिए उपयोगी है इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को पौधारोपण की ओर विशेष ध्यान देना चाहिए

 

उपाध्यक्ष सौरभ रांधेलिया ने बताया कि विश्व में प्रत्येक वर्ष लगभग 1500 करोड़ पेड़ नष्ट हो रहे हैं क्योंकि हमने आधुनिक जीवन और विलासिता हेतु पेड़ों को काटना शुरू कर दिया। अत: आओ हम सब मिलकर पौधे लगाएं।

कोरोनाकाल ने पूरे विश्व को ऑक्सीजन का महत्व सिखाया – नितिन पटैरिया

मुख्य संगठक नितिन पटैरिया ने कहा कि कोरोनाकाल ने पूरे विश्व को ऑक्सीजन का महत्व सिखाया। अगर हम वास्तव में जीवित रहना चाहते हैं और अच्छे जीवनयापन करना चाहते हैं तो अधिक से अधिक पेड़ लगाए जाने चाहिए। ऑक्सीजन लेने और कार्बन डाइऑक्साइड को छोड़ने के अलावा पेड़ पर्यावरण से अन्य हानिकारक गैसों को अवशोषित करते हैं जिससे वायु शुद्ध और ताज़ी बनती है। जितने हरे-भरे पेड़ होंगे उतना अधिक ऑक्सीजन का उत्पादन होगा और अधिक विषैली गैसों को यह अवशोषित करेंगे।

 

मार्ग दर्शक श्रेयांश जैन ने वृक्ष का महत्व बहाते हुए कहा कि एक पेड़ की मदद से सालाना 3500 लीटर पानी की बरसात होती है एवं 3700 लीटर पानी सोखकर जमीन के अंदर पहुंचाता हैशहरों में एक पेड़ 521 लीटर पानी रोककर शहर को बाढ़ से बचाता है।

 

मार्गदर्शक अंशुल भार्गव ने बताया कि जनसहयोग से कई ऐसे महत्वपूर्ण सामाजिक कार्य संपन्न होते हैं। विचार समिति पर्यावरण के क्षेत्र में कई कार्य कर रही है।

भारतीय शैली कुश्ती संघ के कौशल सोनी (पहलवान) ने कहा कि विचार समिति द्वारा सामाजिक हित में कार्य अनुकरणीय होते हैं जो जमीन से जुड़े हुए होते हैं। मैंने अभी तक पाया है कि समिति ने जो भी कार्य समाज के लिए लिया है वह पूर्ण किया है।

इस अवसर पर विनय मलैयामार्गदर्शक राजेश सिंघईमीडिया प्रभारी अखलेश समैयामनोज रायरजनी जैन विचार सहायकजय कुमार जैनमनीष मलैयाविनोद विश्वकर्माआकाश जैन हार्डवेयरआशीष पाठकरामकृष्ण मिश्राविनीता केशरवानीआदेश जैनविचार सहायक राहुल अहिरवार,   माधव यादवपूजा प्रजापति,  पूजा लोधीविनय चौरसियाअरविंद अहिरवारजवाहर दाऊश्रीकांतभाग्यश्री राय आदि उपस्थित थीं । इसके अलावा भारतीय शैली कुश्ती संघअपराजिता मददगार योद्धा ग्रुपधर्म रक्षा संगठनवैश्य महासम्मेलन महिला इकाईसागर जैन संस्थाविचार मोहल्ला विकास योजना के सदस्यविचार स्व सहायता समूहपार्श्वनाथ शाखाज्ञान ज्योति शाखाजैन मिलन आदि शाखाओं के पदाधिकारी उपस्थित थे।

 


Share:

Related Posts:

0 comments:

एक टिप्पणी भेजें

www.Teenbattinews.com