एक ही सिरिंज से लगा , अनेक छात्र छात्राओं को वैक्सीन का डोज
★ वेक्सीनेटर के खिलाफ FIR दर्ज ,जिला टीकाकरण अधिकारी खिलाफ़ जांच की अनुशंसा
सागर। कोरोना वायरस से निपटने सरकार का वैक्सीनेशन महाअभियान चंल रहा है। इसके तहत आज जैन हाई स्कूल में वेक्सीनेशन के लापरवाही का बड़ा मामला सामने आया है।यहां कोविड वैक्सीनेशन के दौरान एक सिरिंज से 30 बच्चों को वैक्सीन लगा दी गई। मामले में जब हंगामा मचा तब मामले का खुलासा हुआ। जानकारी उजागर होने के बाद प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। इसमें लापरवाही बरतने पर वैक्सीनेटर के खिलाफ एफ.आई.आर. दर्ज की गई है। वही जिला टीकाकरण अधिकारी के खिलाफ कार्यवाई हेतु सम्भागीय कमिश्नर मुकेश शुक्ला के समक्ष अनुशंसा की गई है।
सागर जिला मुख्यालय पर स्थित जैन पब्लिक स्कूल में स्कूली बच्चों के लिए कोरोना वैक्सीनेशन का कैंप लगाया गया था। इसमें स्वास्थ्य विभाग ने निजी कॉलेज नर्सिंग कॉलेज में अध्ययनरत नर्सिंग छात्रों की ड्यूटी लगई थी। वैक्सीनेशन शुरू हुआ और छात्रों को जितेंद्र राज नाम के थर्ड ईयर के छात्र ने बच्चों को वैक्सीनेशन प्रारंभ कर दिया। एक के बाद एक उसने करीब 30 बच्चों को एक ही सीरिंज से कोविड वैक्सीन लगा दी। मामले में जब एक छात्रा के पिता की नजर पडी तो स्कूल में हंगामा हो गया। घटना के बाद छात्र को मौके से गायब भी कर दिया गया। सूचना जिला प्रशासन तक पहुंची तो हड़कंप मच गया।
एक छात्रा के पिता ने पकड़ा मामला
जैन पब्लिक स्कूल में पढने वाली छात्रा के पिता दिनेश नामदेव ने बताया कि वैक्सीनेशन के दौरान जब उन्होंने देखा तो एक ही सिरिंज से सारे बच्चों को वैक्सीन लगा रहे थे। दिनेश के अनुसार जो वैक्सीन लगा रहा था, उससे पूछा तो बताया कि एचओडी सर ने कहा है कि एक ही सिरिंज से सबको वैक्सीन लगाना है। यदि बच्चों को कुछ होता है तो इसकी जवाबदारी कौन लेगा, प्रशासन लेगा या सरकार लेगी? इतनी लापरवाही तो अंग्रेजी शासनकाल में नहीं हुई।
एक सिरिंज से 30 बच्चों को कोरोना वैक्सीन लगाने वाले थर्ड ईयर के नर्सिंग छात्र जितेंद्र राज से जब मीडिया ने सवाल-जवाब किए तो उसने साफ कहा कि उसे कॉलेज के एचओडी सर कार से लेकर गए थे, उन्होंने एक ही सिरिंज दी थी, इसलिए सभी बच्चों को एक ही सिरिंज से लगाई है।
वही इस पूरे मामले में सी एम एच् ओ का कहना है की इस पूरे मामले की जांच की जाएगी जो भी इसमें दोषी है उस पर कार्यवाही की जाएगी।
प्रशासन ने की कार्यवाही
प्रथम दृष्टया त्रुटि पाये जाने पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा गोपालगंज पुलिस थाने में वैक्सीनेटर श्री जितेंद्र अहिरवार, के विरूद्ध प्राथमिक रिपोर्ट दर्ज कराई की गई है। साथ ही जिला टीकाकरण अधिकारी द्वारा इसमें लापरवाही की गई है, जिसके कारण उनकी विभागीय जांच प्रस्तावित करने के लिए अनुशंसा की गई है।
शिकायत गम्भीर होने के कारण प्रभारी कलेक्टर श्री क्षितिज सिंघल द्वारा जांच हेतु तत्काल मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ डी के गोस्वामी को निर्देशित किया गया। शिकायत की जांच हेतु मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने टीम के साथ वैक्सीनेशन स्थल का निरीक्षण किया। वहां उपस्थित लोगों द्वारा बताया गया कि एक ही सिरिंज से वैक्सीनेशन किया गया है। निरीक्षण के दौरान वहां वैक्सीनेटर उपस्थित नहीं था। वैक्सीन एवं वैक्सीन लगाने का सामान सुबह जिला टीकाकरण अधिकारी के निर्देशन में भेजा गया था।
वैक्सीनेशन कार्य हेतु जो वैक्सीनेटर आया था, उसके द्वारा एक ही सिरिंज का उपयोग करके वैक्सीनेशन किया गया। वैक्सीनेटर से सम्पर्क करने की कोशिश की गई परंतु उसका फोन बंद पाया गया।
वैक्सीनेशन कार्य हेतु जो वैक्सीनेटर आया था, उसके द्वारा एक ही सिरिंज का उपयोग करके वैक्सीनेशन किया गया। वैक्सीनेटर से सम्पर्क करने की कोशिश की गई परंतु उसका फोन बंद पाया गया।
इस सम्बंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से प्राप्त अभिमत के आधार पर डॉ. राकेश रोशन, जिला टीकाकरण अधिकारी के खिलाफ विभागीय जांच कर कार्रवाई करने हेतु संभाग आयुक्त के समक्ष अनुशंसा की गई है।
वेक्सीनेटेड का होगा परीक्षण
सीएमएचओ डॉ गोस्वामी ने बताया कि जिन विधार्थियों को वैक्सीन का डोज लगा हसि। उनका पूरा ध्यान रखने के निःर्देश दिये है। उनका स्वास्थ्य परीक्षण भी कराया जाएगा। ताकि किसी तरह की कोई परेशानी नही हो। स्वास्थ्य विभाग इस मामले को लेकर पूरी तरह से सर्तक है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें