भक्ति प्राप्त करने की प्रथम शीड़ी है भाव- महाराज किशोरदास जी महाराज★ मंत्री भूपेंद्र सिंह ने लिया आशीर्वाद

भक्ति प्राप्त करने की प्रथम शीड़ी है भाव- महाराज किशोरदास जी महाराज
मंत्री भूपेंद्र सिंह ने लिया आशीर्वाद


सागर। मकरोनिया दीनदयाल नगर स्थित एस.वी.एन कॉलेज परिसर में चल रही श्री भक्तमाल कथा संत समागम के छटवें दिवस पर कथा के शुभारंभ के पूर्व व्यास पीठ पर कथा की आरती पूजन पाठ किया गया। श्री 1008 स्वामी श्री किषोरदास जी महाराज ने अपनी अमृतमयी वाणी से कहा कि भगवान भाव को ही स्वीकार करते हैं तुम्हारे पास संसार की पूरी सम्पत्ति हि क्यों न हो और उस सम्पत्ति को परमात्मा को देने पर उस से कुछ होने वाला नहीं जब आप के मन मंदिर में भाव उत्पन्न नहीं होगा तब तक भगवान कुछ भी स्वीकार नहीं करते भाव से ही इस भव से बेड़ा पार हो पाएगा। महाराज जी ने कहा जब जीव को परमात्मा को प्राप्त करने के लिए अतिउतकण्ठा, उत्पन्न होती तभी भाव जाग्रत होता है भक्ति प्राप्त करने की प्रथम शीड़ी है भाव हमारे ठाकुर जी भाव के ही भूखे होते हैं उन्होंने कहा कि भक्ति कहां विराजमान है ऐसे हृदय में जहां-जहां भक्ति है वहां भगवान हैं ऐसा भी कहा जाएं कि भक्ति कौन है भक्ति साक्षात् हमारी राधाजु की चरणों में है नरसिंह बैठे प्रति खम्ब में पहलाद जैसा भक्त आ जाए तो खम्ब-खम्ब नहीं रहेगा उसमें ठाकुर जी दर्षन देने निकल आयगें। बुंदेलखण्ड से प्रियता क्यों है सागर नगरी में ठाकुर जी से आस्था है प्रेम बड़ा अटुट है सागर की तहसील गढ़ाकोटा का नाम सब जानते हैं वहां कि पावन धरा को पवित्र करने वाले स्वामी अपनी भावनाओं और आराधना के कारण अपने हृदय में धारण कर लिया। गढ़कोटा छोड़कर जब आप छतरपुर रहे आप अपनी करूणा से छतरपुर के लोगों को सिंगारी नदी के द्वारा यमुना जी के स्वामी श्री हरिदास जी की परम्परा में स्वामी भगवतदास जी महाराज जिन्होंने अपनी साध्या से भक्ति के द्वारा साक्षात् दर्षन करा दिए। गढ़ाकोटा धाम 5 से 12 दिसम्बर तक यह विषाल कार्य होने जा रहा है। इस आनावरण कार्य में मलूक पीठाधीष्वर जगत गुरू डॉ. राजेन्द्रदास जी महाराज उपस्थित रहेगें। ओरछा धाम जी महाराज जो साक्षात् विषाखा जी के अवतार हैं जिनकी परम साध्ना से प्रसन्न होकर ठाकुर जी की कृपा से पन्ना में जुगल सरकार विराजमान है। हिम्मतलाल जी जो पन्ना के पास गावं है उनके जुगल सरकार ने स्वयं प्रकृट होकर दर्षन दिए ऐसे अनेक-अनेक परम पूज्य गुरूदेव बुंदेलखण्ड में हुए हैं जिन्होंने साक्षात् ठाकुर जी के दर्षन हुए हैं।
        जगतगुरू द्वाराचार्य मलूक पीठाधीष्वर डॉ. श्री राजेन्द्रदास देवाचार्य जी महाराज कथा में कहा कि भारत वर्ष की पवित्र भूमि पर जन्म लेने वाले ऐसा कैसा पुण्य किया कि हम सबकों भारतवर्ष में जन्म मिला। हरि ने स्वयं कृपा करके भारतवर्ष में जन्म दे दिया। भारतवर्ष में जन्म देने से ही संत सेवा का भाव पैदा होता है हम तो कहें गर्व में ही जब हम रहते हैं तभी भक्ति का भाव आ जाता है। बुंदेलखण्ड वासी इतने परम सौभाग्यषाली हैं उन्हें गुरूपुर्णिमा का महामहोत्सव सागर में मिल रहा है। गुरूपुर्णिमा पर स्वामी श्री के दर्षन वृंदावन में हों और आप धन्य धन्य है कि आपको गुरूपुर्णिमा महोत्सव यहां मिला है। सत्य को छिपा नहीं जा सकता संतों की वाणी में जिन अल्कतों का दर्षन हमकों हो रहा है वह आसामान्य बात है जिनके हृदय में युगल सरकार हरदम वाष करते हैं तब यह वाणी से हमें कथा सुनने मिलती है। 
गुरूपुर्णिमा महोत्सव 13 जुलाई को मनाया जा रहा है अभी तक हजारों की संख्या में षिष्य जन अनेक राज्यों से पधार चुके हैं। कथा में संत सेवा, आवास सेवा, भोजन प्रसादी, मंच व्यवस्था, स्वागत व्यवस्था, कथा पंडाल में सेवा व्यवस्था में लगभग 300 धर्मप्रेमीबन्धु सुबह से रात्रि तक अपनी सेवा दे रहें है। प्रतिदिन रात्रि 8 बजे से भजन संध्या निरन्तर चल रही है और पूज्य स्वामी जी के भी दर्षन हो रहें है। राधे-राधे मंडली द्वारा सकीर्तन भजन संध्या की गई।
कैबीनेट मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह जी, पं. श्री अभिषेक भार्गव(दीपू), डॉ. सुषील तिवारी ने श्री 1008 किषोरदास महाराज जी को साल श्रीफल पुष्प माला पहनाकर गुरूवर से आषीर्वाद लिया।


कथा की आरति महंत श्री हरिदास जी गढ़ाकोटा, महंत श्री रामआश्रयदास जी केरवना, पं. श्री अभिषेक भार्गव, लता वानखेड़े, आशा अषोक तिवारी, रेनु अजय तिवारी, प्रतिभा अनिल तिवारी, सुनीता प्रमोद उपाध्याय, प्रमिला अनुराग प्यासी, राखी भरत नेमा, पूजा अंकुर नायक, गीतेष अग्रवाल, राजीव हजारी, भरत पंडा, अनिल दुबे, रामकुमार प्यासी, प्रभात सिंह, राजेष ठाकुर, गजानन कटारे, मानवेन्द्र सिंह छतरपुर, विनय मिश्रा, आदित्य पाण्डेय, वीरू दुबे, हिमांषु कटारे।
कथा में श्रद्धालुजन उपस्थित रहे बसंत बाबा चौरसिया, इंद्रजीत सिंह ठाकुर, जय नारायण तिवारी बंडा, अभि कटारे बंडा, एम.डी. त्रिपाठी, राहुल खरे, सचिन शुक्ला, आषुतोष नेमा, मनीष दुबे, आर.एन. शुक्ला, ठा. शैलेन्द्र सिंह गंभीरिया, विशाल मिश्रा, पवन गौतम, मुकेश नायक, गिरीषकान्त तिवारी।
प्रतिदिन गुरू दीक्षा एवं स्वामी जी के दर्शन सुबह 10 से 12 बजे तक होगें। आप सभी सादर आमत्रिंत हैं। बृजवासी ब्रॉडकास्ट चैनल द्वारा सीधा प्रसारण आप यूट्यूब के माध्यम से भी देख सकते हैं।



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