श्रावण मास : शिव की भक्ति और संकटो को हरने का पवित्र महीना★ पण्डित अनिल पांडेय

श्रावण मास : शिव की भक्ति और संकटो को हरने  का पवित्र महीना

★ पण्डित अनिल पांडेय


हम सभी जानते हैं कि श्रावण मास अत्यंत पवित्र महीना है । यह महीना साल में एक बार आता है और अगर हम इसका भरपूर उपयोग करें तो हम अपने अधिकांश परेशानियों से दूर हो सकते हैं । कुछ परेशानियों को दूर करने का उपाय हम आपको बता रहे हैं।

प्रमोशन के लिए सावन के किसी भी शनिवार को सुबह स्नान आदि के बाद तांबे के लोटे में तीन बेलपत्र डालकर शिव जी यह जल अर्पित करें। इसी शाम पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपर जलाएं। दीपक जलाने के बाद ‘ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः’ मंत्र का 11,21 या 108 बार जाप करें। जाप के बाद खाने पीने की चीजें दान करें।

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परेशान हैं या नई नौकरी की तलाश में हैं तो सावन के किसी भी शनिवार की शाम भगवान शिव के मंदिर में शिवलिंग पर अपनी आयु के बराबर बेलपत्र अर्पित करें और हर बेलपत्र को अर्पित करते समय ‘ॐ नमः शिवाय’ का जाप करें। इसके बाद पीपल के पेड़ के नीचे सरसों का दीपक जलाएं और ‘ॐ शं शनैश्चराय नमः’ मंत्र का कम से कम 108 बार जाप अवश्य करें। वही शिव और शनिदेव का ध्यान करके जल्दी नौकरी मिलने की प्रार्थना करें।


जीवन में आ रही बाधाओं से अत्यधिक परेशान हैं और अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव चाहते हैं तो सावन के शनिवार को सुबह भगवान शिव को लाल फूल अर्पित करें। शाम को पीपल के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं। इसके बाद पीपल के वृक्ष की नौ बार परिक्रमा करें। परिक्रमा के समय मन में ‘ॐ शं शनैश्चराय नमः’ बोलें। परिक्रमा के बाद निर्धन को सिक्कों का दान करें।

सावन में रोज 21 बिल्वपत्रों पर चंदन से 'ऊं नम: शिवाय' लिखकर शिवलिंग पर चढ़ाएं। इस एक उपाय से आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी होंगी।
अगर घर में किसी भी प्रकार की परेशानी हो तो सावन में रोज सुबह घर में गोमूत्र का छिड़काव करने के साथ ही गुग्गुल धूप जलाएं।
सावन में रोज नंदी (बैल) को हरा चारा खिलाएं। इससे जीवन में सुख-समृद्धि आएगी और मन प्रसन्न रहेगा।
सावन माह में गरीबों को भोजन कराने से आपके घर में कभी अन्न की कमी नहीं होती और साथ ही पितरों को भी शांति मिलती है।


सावन में रोज सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निपट कर मंदिर जाएं और भगवान शिव का जल से अभिषेक करने के साथ ही काले तिल अर्पण करें। इसके बाद मंदिर में कुछ देर बैठकर मन ही मन में 'ऊं नम: शिवाय' मंत्र का जाप करें। इससे मन को शांति मिलेगी।
सावन में किसी नदी या तालाब पर जाकर आटे की गोलियां मछलियों को खिलाएं और साथ ही साथ मन में भगवान शिव का ध्यान करते रहें। यह धन प्राप्ति का सबसे आसान उपाय है। 
आमदनी बढ़ाने के लिए सावन के महीने में किसी भी दिन घर में पारद शिवलिंग की स्थापना करें और उसकी यथा विधि पूजन करें और इस मंत्र का 108 बार जाप करें।

ऐं ह्रीं श्रीं ऊं नम: शिवाय: श्रीं ह्रीं ऐं
. प्रत्येक मंत्र के साथ बिल्वपत्र पारद शिवलिंग पर चढ़ाएं। बिल्वपत्र के तीनों दलों पर लाल चंदन से क्रमश: ऐं, ह्री, श्रीं लिखें। अंतिम 108 वे बिल्वपत्र को शिवलिंग पर चढ़ाने के बाद विनय पूर्वक उठा लें और उसे घर के पूजन स्थान पर रखकर प्रतिदिन पूजा करें।

आशा है आप उपरोक्त बाय कर के उपाय करके अपनी परेशानियों से मुक्त होंगे मां शारदा से प्रार्थना है या आप सदैव स्वस्थ सुखी और संपन्न रहें।

जय मां शारदा।
 निवेदक:-
पण्डित अनिल कुमार पाण्डेय
सेवानिवृत्त मुख्य अभियंता
प्रश्न कुंडली  और वास्तु शास्त्र विशेषज्ञ
साकेत धाम कॉलोनी, मकरोनिया
 सागर। 470004
 मो 7566503333 /8959594400
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