डॉ गौर विवि: प्रबंधन एवं इंजीनियरिंग के चार नए पाठ्यक्रम स्वीकृत, शीघ्र ही प्रारम्भ होगी प्रवेश प्रक्रिया

डॉ गौर विवि: प्रबंधन एवं इंजीनियरिंग के चार नए पाठ्यक्रम स्वीकृत, शीघ्र ही प्रारम्भ होगी प्रवेश प्रक्रिया


सागर. डॉक्टर हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय में अब इंजीनियरिंग की पढ़ाई भी प्रारम्भ होगी. साथ ही  ‘हेल्थ केयर एंड हॉस्पिटल मैनेजमेंट’ और ‘ट्रेवेल एंड टूरिज्म मैनेजमेंट’ पाठ्यक्रम भी शुरू किये जा रहे हैं. आल इण्डिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (एआईसीटीई), शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार ने विश्वविद्यालय में इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम प्रारम्भ करने की स्वीकृति दे दी है. कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता की अध्यक्षता में नए स्वीकृत पाठ्यक्रमों को लेकर एक बैठक संपन्न हुई जिसमें उन्होंने इंजीनियरिंग के दो नए पाठ्यक्रमों ‘कम्प्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग’ एवं ‘इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग’ में प्रवेश दिए जाने की कार्ययोजना तैयार करने संबंधी दिशा निर्देश दिए. साथ ही उन्होंने मैनेजमेंट के दो नए पीजी पाठ्यक्रमों ‘हेल्थ केयर एंड हॉस्पिटल मैनेजमेंट’ तथा ‘ट्रेवेल एंड टूरिज्म मैनेजमेंट’ में भी प्रवेश दिए जाने की भी रूपरेखा तैयार करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में ‘इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग’ का सृजन किया जा चुका है. अभी इंजीनियरिंग के दो पाठ्यक्रमों से शुरुआत हो रही है. भविष्य में इंजीनियरिंग की अन्य शाखाओं के पाठ्यक्रम भी शुरू किये जायेंगे.

 “यह हर्ष का विषय है कि विश्वविद्यालय को इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट के चार नए पाठ्यक्रम संचालित करने की स्वीकृति मिली है. पर्यटन उद्योग की दृष्टि से बुंदेलखंड एक महत्त्वपूर्ण ऐतिहासिक और सांस्कृतिक केंद्र है. उत्तम स्वास्थ्य हमारे लिए अपरिहार्य है. कोरोना काल ने हॉस्पिटल एंड हेल्थ केयर मैनेजमेंट की आवश्यकता महसूस कराई. विश्वविद्यालय में पहली बार इंजीनियरिंग के पाठ्यक्रम शुरू किये जा रहे हैं. रोजगार की दृष्टि से यह चारों ही पाठ्यक्रम महत्त्वपूर्ण हैं जो विद्यार्थियों के लिए काफी लाभकारी सिद्ध होंगे.”

प्रो. नीलिमा गुप्ता, कुलपति, डॉ. हरीसिंह गौर विवि, सागर     

प्रबंधन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. श्री भागवत ने बताया कि मैनेजमेंट के दोनों नए पीजी पाठ्यक्रमों में 60-60 सीटों की स्वीकृति मिली है. आगामी अकादमिक सत्र से प्रवेश दिए जाने संबंधी आवश्यक तैयारी की जा रही है. ‘इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग’ के प्रभारी निदेशक प्रो. आशीष वर्मा ने बताया कि इंजीनियरिंग के दोनों यूजी पाठ्यक्रमों में 60-60 सीटों की स्वीकृति मिली है जिसमें प्रवेश दिए जाने संबंधी आवश्यक तैयारी की जा रही है. बैठक में कुलसचिव संतोष सोहगौरा, निदेशक अकादमिक अफेयर्स प्रो. नवीन कानगो एवं प्रभारी मीडिया अधिकारी डॉ. विवेक जायसवाल उपस्थित रहे.

 

 

 

 

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