परिवहन मंत्री गोविंद राजपूत के भतीजे जिला पंचायत सदस्य का चुनाव हारे
★ स्टंट राईडर्स है जीतने वाले युवा सर्वजीत सिंह
सागर। मध्यप्रदेश में पंचायत चुनाव का तीसरा और अंतिम चरण खत्म हो गया। इसमे भी कई दिग्गज नेताओं के परिजन चुनाव हार गए। सिंधिया समर्थक और शिवराज सरकार के परिवहन और राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के भतीजे अरविंद सिंह राजपूत सागर में जिला पंचायत सदस्य का चुनाव हार गए है। केबिनेट मंत्री को इस हार से करारा झटका लगा है। जबकि मंत्री गोविंद राजपूत के बड़े भाई हीरासिंह राजपूत जिला पंचायत सदस्य का निर्विरोध चुनाव जीते चुके है।
केबिनेट मंत्री गोविंद राजपूत के भतीजे अरविंद सिंह टिंकू राजा सागर जिला पंचायत के वार्ड क्रमांक 5 से चुनाव लड़े थे। उनको जिला पंचायत उपाध्यक्ष तृप्ति सिंह लोधी के भतीजे सर्वजीत सिंह ने करीब 5 हजार से अधिक वोट के अंतर से हराया। 24 साल के युवा सर्वजीत सिंह भाजपा से जुड़े है। स्टंट राईडर्स के शौकीन सर्वजीत सिंह सबसे कम उम्र के पंचायत प्रतिनिधियों में अब शुमार हो गए है। हालांकि अधिकृत परिणामो की घोषणा 14 जुलाई को होगी। मंत्री गोविंद राजपूत के विधानसभा क्षेत्र सुरखी का एक बड़ा हिस्सा 5 नम्बर वार्ड में आता है।
अपने भतीजे को जिताने मंत्री गोविंद राजपूत और उनके समर्थकों ने पूरी ताकत झोंकी थी। फिर भी नतीजा विपरीत आया। यही सुरखी क्षेत्र में मंत्री गोविंद राजपूत के सनर्थक कई नेता पंचायत का चुनाव हार गए। इनमे जैसीनगर मंडल के भाजपा अध्यक्ष जितेंद सिह और अनुसूचित जाति मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष नरेंद्र आठ्या सरपँच का चुनाव हारे। अनिल पीपरा भी चुनाव हारे ।
मंत्री गोविंद राजपूत के बड़े भाई और बहू जीती है निर्विरोध
परिवहन मंत्री गोविंद राजपूत इसके पहले अपने बड़े भाई हीरासिंह को जिला पंचायत सदस्य का निर्विरोध चुनाव जीता चुके है। जिला पंचायत सदस्य का चुनाव हारे अरविंद सिंह राजपूत की पत्नी साधना नीतू सिंह जनपद सदस्य का निर्विरोध चुनाव जीती। हालांकि अरविंद सिंह को भी निर्विरोध जिताने मंत्री गोविंद राजपूत ने भरपूर कोशिश की थी। लेकिन उनके विरोधी भाजपाईयों ने ही यह गणित फेल कर दिया था।
जिला पंचायत अध्यक्ष का गणित बिगड़ा
दरअसल केबिनेट मंत्री गोविंद राजपूत अपने बड़े भाई हीरासिंह को जिला पंचायत सागर का अध्यक्ष बनाने पूरी रणनीति बनाई हुए थी । इसी के चलते उन्होंने अपने भाई को निर्विरोध जिताने और अध्यक्ष पद का रास्ता साफ करने कई दावेदारों से चर्चा कर नाम वापिसी कराई। जिनमे नगरीय विकास मंत्री भूपेंद्र सिंह के भतीजे अशोक सिंह, पूर्व विधायक हरवंश सिंह राठौर आदि है। लेकिन अरविंद सिंह की हार ने सारे समीकरण बिगाड़ दिए है। केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल के समर्थक सर्वजीत सिंह सहित कुछ सदस्य चुनाव जीते है। इससे जिला पंचायत अध्यक्ष की तस्वीर पर अंतर आ सकता है।
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