श्रीलंका में आम चुनाव ही अंतिम हल होगा: समाजवादी चिंतक रघु ठाकुर
नई शिक्षा नीति पर केंद्र सरकार पुर्नविचार करे, खाद्यान्न पर से जीएसटी हटाया जाए
सागर 29 जुलाई. लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी के संरक्षक रघु ठाकुर ने कहा कि श्रीलंका में आम चुनाव ही अंतिम हल होगा, भले ही वहाँ संसदीय बहुमत से सरकार बन गई परंतु आंतरिक हलचल रूकने वाली नहीं है और लोकतांत्रिक हल भी वही है.
श्री ठाकुर आज सागर प्रवास के दौरान अपने निवास पर पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे. उन्होने कहा कि एशिया को सबक सीखना चाहिए कि अंतराष्ट्रीय मुद्राकोष और विश्व बैंक का कर्ज दीर्घकाल में देश की व्यवस्था को बिगाड़ सकती है. उन्होने कहा कि नई शिक्षा नीति शिक्षा के निजीकरण का रास्ता है और आत्मनिर्भरता के नाम पर शिक्षण संस्थाओं को बाजार बनाया जा रहा है, इससे न केवल शिक्षा, छात्रों के चरित्र जीवन शैली पर प्रभाव पड़ेगा बल्कि राष्ट्र की योग्यता पर भी प्रभाव पड़ेगा. भारत सरकार को इस शिक्षा नीति पर पुर्नविचार करना चाहिए. आश्चर्यजनक है कि संघ जैसी संस्थाएं और विद्यार्थी परिषद अब मौन धारण करें हैं.
रेवड़ी कल्चर पर उपदेश देने वाले सबसे बड़े उपयोगकर्ता स्वत: भाजपा है. 50 हजार के ऋण माफी की घोषणा, 50 क्विंटल राशन मुफ्त यह सब केंद्र सरकार रही है. समाजवादी विचारधारा ने जो जनहित की बात उठाई थी उसे वह कमजोर गरीब तबकों के लिए मदद का लक्ष्यता: परंतु अब सरकारों ने वोट बैंक का माध्यम बना लिया है, जिससे राज्यों की आर्थिक व्यवस्था पर विपरीत असर पड़ रहा है. लोसपा की राय में आर्थिक रूप से समर्थ बनाना चाहिए. विसमता को सीमित करना चाहिए. खाद्यान्न पर लगाए गए जीएसटी को समाप्त किया जाना चाहिए. श्री ठाकुर ने कहा कि खाद्यान्न के ऊपर जीएसटी लगाना इस सदी का सबसे बड़ा पाप है, वहीं कारर्पोरेट जगत पर जीएसटी बडऩा चाहिए. संसद में कुछ शब्दों के प्रयोग पर प्रतिबंध लगाए जाने पर उन्होने कहा कि अलोकतांत्रिक है.
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