SAGAR :रिटायरमेंट के बाद चढ़ा पावर लिफ्टिंग का जुनून , जीते कई मेडल
★ भगवान दास कश्यप की कहानी
सागर । मध्यप्रदेश के सागर शहर के भगवानदास कश्यप को जिम में कसरत और वेट लिफ्टिंग करते नोजवान भी शरमा जाते है।इसकी वजह है वन महकमे से रिटायर होने के बाद भगवानदास को जिम का शौक के तौर पर अपनाया। फिर जमकर मेहनत की। और अब गोल्ड मैडल जीत रहे है। पिछले महीने भगवानदास ने केरल में आयोजित पॉवर लिफ्टिंग राष्ट्रीय प्रतियोगिता में मध्यप्रदेश का प्रतिनिधित्व करते हुए 59 कि.ग्रा भार वर्ग में " मास्टर श्री" केटेगिरी में ऑल ओवर प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक अर्जित कर मध्यप्रदेश को महत्वपूर्ण उपलब्धि दिलावाई।
सागर के गोपालगंज निवासी 66 वर्ष की आयु के भगवान दास कश्यप को 8 साल पहले खेल के प्रति समर्पण भावना को देखते हुए खेल और युवा कल्याण विभाग द्वारा खेल परिसर के जिम प्रशिक्षण केन्द्र में पॉवर लिफ्टिंग के निःशुल्क अभ्यास की अनुमति दी गई थी। उन्होंने पावर लिफ्टिंग का निःशुल्क अभ्यास प्राप्त कर स्वर्ण पदक लेकर अपने परिवार के साथ-साथ जिले का नाम रोशन किया है।
66 वर्षीय श्री भगवान दास कश्यप को खेल और युवा कल्याण विभाग खेल परिसर के जिम ट्रेनर श्री सुशील ( नीलू पहलवान ) गुप्ता द्वारा मार्गदर्शन एवं नियमित प्रशिक्षण प्रदान किया गया । जिसके परिणाम स्वरूप श्री कश्यप ने विगत 8 वर्ष से नियमित प्रशिक्षण प्राप्त किया। कड़ी मेहनत कर 9 अपै्रल से 13 अपै्रल 2022 तक अलपुषा केरल में आयोजित पॉवर लिफ्टिंग राष्ट्रीय प्रतियोगिता में मध्यप्रदेश का प्रतिनिधित्व करते हुए 59 कि.ग्र भार वर्ग में मास्टर श्री केटेगिरी में ऑल ओवर प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक अर्जित कर मध्यप्रदेश को महत्वपूर्ण उपलब्धि दिलावाई। यहां स्कवायड में 110 कि.ग्रा. भार लिफ्ट गोल्ड मेडल, बॅचप्रेस में 62.5 कि.ग्रा . लिफ्ट कर ब्रांस मेडल, डेड लिफ्ट में 150 कि.ग्रा . लिफ्ट कर सिल्वर मेडल, आल ओवर में 322.5 कि.ग्रा .लिफ्ट कर . गोल्ड मेडल हसिल किया है।
श्री भगवान कश्यप द्वारा 66 वर्ष की आयु में अर्जित की गई उपलब्धि सागर तथा खेल और युवा कल्याण विभाग के लिये निश्चित ही एक महत्वपूर्ण सफलता और उपलब्धि है । उनकी इस उपलब्धि पर खेल विभाग द्वारा इन्हें सम्मानित किया गया । श्री भगवान दास कश्यप द्वारा 66 वर्ष की आयु में पॉवर लिफ्टिंग में स्वर्ण पदक अर्जित करना खेल के प्रति समर्पण भावना एवं युवाओं के लिये प्रेरणादायी है ।
गुड -चना खाते है भगवानदास
नोकरी के दौरान हॉकी खेलने वाले भगवानदास फिट रहने के लिए रोजाना दो घण्टे जिम में कसरत करते हैं। शाकाहारी भोजन के साथ ही गुड़ और चना खाते है। इस समय एशिया की ओपन चेम्पियनशिप स्पर्धा की तैयारियों में जुटे है। उसमें गोल्ड मैडल जितने का लक्ष्य है।
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