सागर झील : कितनी सिल्ट निकली, कमेटी कर रही है लेवल्स से तय
★ कलेक्टर के आदेश पर बनी थी कमेटी
सागर 18 मई। सागर झील में सिल्ट कितनी निकली इसको लेकर अक्सर सवाल खड़े होते है। अब एक कमेटी तकनीकी तरीके से इसकी जांच कर रही हसि। लाखा बंजारा झील में की गई डिसिल्टिंग के प्रमाणीकरण के लिए कलेक्टर दीपक आर्य द्वारा बनाई गई समिति ने बुधवार को वैज्ञानिक तरीके से झील में फाइनल लेवल्स लेने का काम शुरू किया। टोटल स्टेशन मशीन डीजीपीएस से लिए गए लेवल्स के आधार पर ही तय होगा कि झील में कितनी डिसिल्टिंग हुई है। समिति अपनी रिपोर्ट कलेक्टर श्री आर्य को सौंपेगी।
कलेक्टर ने 16 अप्रैल 2022 को आदेश जारी कर छह सदस्यीय समिति का गठन किया था। इस समिति में अजय शर्मा अधीक्षण यंत्री स्मार्ट सिटी, अखिल बिरथरे कार्यपालन यंत्री जल संसाधन विभाग सागर, विजय दुबे कार्यपालन यंत्री नगर पालिक निगम सागर, पूरनलाल अहिरवार कार्यपालन यंत्री स्मार्ट सिटी, पुष्पेंद्र द्विवेदी सहायक यंत्री स्मार्ट सिटी और राजेन्द्र शुक्ला टीम लीडर पीएमसी को शामिल किया गया। कलेक्टर श्री आर्य ने आदेश में कहा था कि सागर स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा लाखा बंजारा झील का पुनर्विकास एवं जीर्णोद्धार का कार्य करवाया जा रहा है। इसके तहत डिसिल्टिंग के कार्य का फाइनल लेवल 15 मई 2022 के पश्चात मानसून पूर्व लिया जाना आवश्यक है। यह समिति 15 मई के बाद एक सप्ताह के अंदर कार्यवाही कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करे। इसी आदेश के पालन में समिति ने बुधवार से झील के फाइनल लेवल्स लेने का काम शुरू कर दिया है। ये लेवल्स पूर्णतः वैज्ञानिक तरीके से टोटल स्टेशन मशीन डीजीपीएस से रिकार्ड किए जा रहे हैं। जीपीएस पर आधारित यह मशीन लेवल्स के साथ यह भी रिकार्ड करती है कि किस स्थान पर और किस समय लेवल्स लिए गए हैं। फाइनल लेवल्स के आधार पर तय हो जाएगा कि निर्माण एजेंसी ने झील में से कितनी सिल्ट निकाली है।।
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