भगवान चित्रगुप्त प्रकटोत्सव : धर्म संस्कार अगली पीढ़ी को सौंपना हम सभी का दायित्व- मंत्री भूपेंद्र सिंह
खुरई।हम सभी को अपने जीवन में धर्म, संस्कृति और संस्कारों की रक्षा करते हुए अगली पीढ़ी को सौंपना चाहिए। बच्चों में संस्कार आ गये तो घर ही स्वर्ग बन जाता है। बच्चों को भगवान राम की मर्यादा, भगवान कृष्ण के गीता उपदेश, वेद पुराणों के आख्यानों के बारे में पता होना चाहिए। यह प्रेरक संबोधन नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह ने खुरई में आयोजित भगवान चित्रगुप्त प्रकटोत्सव समारोह ने कही।
मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि भगवान चित्रगुप्त ब्रह्मा जी की काया से उत्पन्न हुए थे इसीलिए उनको मानने वालों को कायस्थ कहा गया। उनके हाथ में पुस्तक और कलम होती हैं। वे सभी के अच्छे बुरे कर्मों का लेखा जोखा रखते हैं जिससे स्वर्ग और नर्क का मार्ग तय होता है। मंत्री श्री सिंह ने कहा कि जीवन में हमें फल की इच्छा के बिना निस्वार्थ भाव से सेवा और कल्याण के कार्य करना चाहिए, फल देना भगवान चित्रगुप्त का काम है।
मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि अहंकार तो रावण, कंस और कौरवों का नहीं रहा जो महाबलशाली थे। हमें विनयशीलता से मंदिरों, देवालयों में जाना चाहिए जहां एकाग्रता से धर्म और ध्यान संभव होता है। श्री सिंह ने कहा कि खुरई नगर के जितने भी प्रमुख मंदिर थे उनको फिर से बना कर अच्छा और सुविधा जनक बनाया गया है। और भी जितने मंदिर शेष होंगे सब का जीर्णोद्धार और विस्तार किया जाएगा। हमारे खुरई नगर को देवालयों का नगर बन जाना चाहिए जहां चारों और धर्म और संस्कृति की प्रधानता हो। मंत्री श्री सिंह ने कहा कि जहां धर्म और संस्कृति की प्रधानता होगी वहीं विकास होगा तथा लक्ष्मी और समृद्धि का वास होगा। विकास के अलावा समृद्धि का और कोई दूसरा मार्ग नहीं है। कार्य का उद्देश्य पवित्र हो तो ईश्वर सदैव सहायता करता है।
मंत्री श्री सिंह ने समस्त कायस्थ समाज को भगवान चित्रगुप्त के प्रकटोत्सव कार्यक्रम में आमंत्रित करने के लिए आभार प्रकट किया। उन्होंने कायस्थ समाज के प्रतिभाशाली विद्यार्थियों का सम्मान भी किया। समारोह में समाज के संरक्षक दिनेश श्रीवास्तव, अध्यक्ष श्री महेशचन्द्र सक्सेना जी, जयपाल श्रीवास्तव, एड राजीव श्रीवास्तव, भूपेंद्र श्रीवास्तव सिलवानी, महेंद्र श्रीवास्तव बीना, रवि श्रीवास्तव, नीलेश श्रीवास्तव, युवा कायस्थ परिषद के सदस्य गण उपस्थित थे। युवा कायस्थ परिषद ने डायरी और कलम भेंट में देकर मंत्री जी का स्वागत किया।
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