श्रमण संस्कृति संस्कार शिविरों का हुआ शंखनाद : डॉ आशीष जैन आचार्य
सागर।। श्री दिगंबर जैन श्रमण संस्कृति संस्थान सांगानेर द्वारा आयोजित श्रीमान संस्कृति संस्कार शिक्षण शिविरों का आयोजन 5 मई से प्रारंभ हो गया है। डॉ आशीष जैन आचार्य ने बताया कि शाहगढ़ हीरापुर बंडा कर्रापुर देवरी पथरिया बड़ा मलहरा आदि अनेक स्थानों पर प्रातः 8:00 बजे से एक साथ उद्घाटन का कार्यक्रम किया गया। सभी स्थानों से प्राप्त जानकारी के अनुसार इन शिविरों में अभी तक लगभग 4000 शिविरार्थियों के पंजीयन हो गए हैं। नैतिक शिक्षा भाग 1 भाग 2 छहढाला तत्वार्थ सूत्र भक्तामर जी इष्टोपदेश द्रव्य संग्रह अलाप पद्धति सर्वार्थसिद्धि आदि अनेक विषयों की कक्षाएं विधिवत प्रारंभ हो चुकी है। शिविरों के उद्घाटन में अनेक दिगंबर साधुओं का सानिध्य प्राप्त हुआ।
जिसमें शाहगढ़ नगर में विराजमान मुनि श्री विमल सागर जी महाराज ससंघ, अर्हतकुट जिनालय सागर में मुनिश्री सुप्रभसागर जी और दर्शित सागर जी महाराज,बंडा में गुरुमति माताजी ससंघ, नेहानगर सागर मेंआर्यिका अकलंक मति सिद्धमति माताजी, आर्यिका शुभमति माताजी आदि अनेक साधुओं की सन्निधि प्राप्त हुई।
ऐसा भव्य आयोजन देश में प्रथम बार हो रहा हैं जिसमें इतने साधुओं का सानिध्य एक साथ अलग अलग स्थानों पर प्राप्त हुआ हैं। इस प्रकार के शिविरो में शिविरार्थियों नैतिक मूल्यों के साथ साथ धर्म और राष्ट्र के प्रति समर्पण भाव भी सीखते हैं।
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