नगर निगम के किरायेदार व्यापारियो ने बेतहाशा किराया वृद्धि पर जताया विरोध, 31 मई से अनिश्चितकालीन धरना
★ सागर में है 2300 व्यापारी किरायेदार
सागर। नगरनिगम सागर के शहर के व्यापारियों ने बेतहाशा बढ़ते किराए और असुविधाओं को लेकर विरोध जताया है। करीब 2300 व्यापारी नगरनिगम की असवैधानिक वसूली से त्रस्त है। अब अगर आंदोलन की चेतावनी दी है।
नया बाजार व्यपारी संघ और सिंधी पूज्य पंचायत के अध्यक्ष भीष्म राजपूत, सचिव सचिन सँगतानी, शिवसेना नेता पप्पू तिवरी, सचिंव सुरेश पिंजवानी, व्यापारी ,विजय छतानी और राजेश मनवानी ने मीडिया को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि विगत लगभग 4 वर्षों से सागर व्यापारी संघ के द्वारा नगर पालिक निगम द्वारा की गई असंवैधानिक विधि विरुद्ध दस गुना किराया वृद्धि का विरोध कर रहा है । जिसमें चुनावी वर्ष 2018 में नगर विधायक शैलेन्द्र जैन ने भरी पंचायत एवं समाज के सामने वादा किया था कि किराया वृद्धि नहीं होगी एवं निरस्त करके पूर्व अनुसार ही किराया जमा कराया गया था । जिसमें सभी व्यापारियों ने 2016 से 2018-19 तक का किराया जमा किया था । चुनाव के कुछ समय बाद ही निगम द्वारा उक्त किराये को पार्ट पेमेन्ट करार दिया गया।
मंत्री से भी की थी शिकायत
उन्होंने बताया कि इसकी शिकायत कुछ समय बाद नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह से की गई । जिससे मंत्री श्री सिंह ने भी शिकायत को सही माना एवं व्यापारियों के पक्ष में निर्णय देकर किराया वृद्धि को निरस्त करते हुये पत्र क्र. 429 के माध्यम से निर्देशित किया था । एवं सचिवालय भोपाल के आदेश क्रमांक 6799 द्वारा किराया वृद्धि संशोधन कर एक माह में किराया वापिस करने का आदेश दिया था । एवं हाई कोर्ट ने भी किराया संबंधी शिकायत का समय सीमा में निराकरण करने का आदेश दिया था । व्यापारियों द्वारा जानकारी देने पर भी निगम
सं निरस्ती की जानकारी नहीं दी गई । चूंकि शासन का अभिमत व्यापारी के पक्ष में है ।
निगम कर्मी धमकाते है और वसूली करते है
उन्होंने बताया कि उसको भी अनदेखा कर निगम के राजस्व एवं बाजार विभाग के अधिकारी, कर्मचारी दुकानकुर्की का भय दिखाकर व्यापारियों से अवैध वसूली कर रहे हैं। जिसके संबंध में विगत एक माह पहले संभागीय आयुक्त से भी व्यापारी मिले । उन्होंने भी माना किराया संबंधित आज
दिनांक तक निराकरण नहीं हुआ । उन्होने भी एक दो दिन में निराकरण करने का आश्वासन दिया । जो कि आज दिनांक तक उनके द्वारा भी निराकरण नहीं किया गया । इसी से आहत होकर दिनांक 12 मई को सिटी मजिस्ट्रेट से धरना प्रदर्शन की अनुमति मांगी जो उनके द्वारा नहीं दी गई ।अतः आपके माध्यम से पुनः ये सूचना पत्र भेज रहा हूं कि 31 मई को नगर निगम मार्केट के सामने गुजराती बाजार में व्यापारियों की किराया वृद्धि का निराकरण व्यापारियों के पक्ष में होने तक अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन किया जायेगा । एवं उक्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों पर जब तक सख्त कार्यवाही नहीं होगी तब तक धरना प्रदर्शन जारी रहेगा ।
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