सागर - मकरोनिया के बीच 135 किलोमीटर की रफ्तार से विद आउट एरर फर्राटे से दौड़ी ट्रैन। ★ साढ़े सात किलोमीटर में तीसरी लाइन को मिली हरी झंडी

सागर - मकरोनिया के बीच 135 किलोमीटर की रफ्तार से विद आउट एरर फर्राटे से दौड़ी ट्रैन।  
★ साढ़े सात किलोमीटर में तीसरी लाइन को मिली हरी झंडी
★ 6 ब्रिजों और 4 रेलवे फाटकों का किया निरीक्षण 
★ नरयावली से लिधौरा तक 44 किलोमीटर का ट्रायल कंप्लीट
सागर। सागर क्षेत्र के लिए बड़ी सौगात और विकास की प्रमुख कड़ी रेलवे की तीसरी लाइन बुधवार को सागर से मकरोनिया स्टेशन के बीच का परीक्षण सफल रहा। अब कटनी बीना रेल लाइन तीसरी लाइन की कवायद पूरी होती दिखाई देने लगी है। इससे मालगाड़ियों की रेल ट्रैफकिंग में सुगमता आएगी। अधिकारियों ने काम की जमकर सराहना की और चुनौतीपूर्ण काम को पूरा करने के लिए कंस्ट्रक्शन टीम की तारीफ की। यहां बता दें कि सागर से मकरोनिया के बीच शहरी क्षेत्र की बड़ी आबादी निवास करती है साथ ही केंट आर्मी व सिविलियन क्षेत्र होने के चलते बीच मे आने वाले रेलवे फाटक और ब्रिज सबसे बड़ी चुनौती थे। जिसे लेकर अधिकारियों ने काम की गुणवत्ता के साथ-साथ पब्लिक के बीच हुए निर्माण में वर्किंग पॉलिसी की भी सराहना की है। 


पश्चिम मध्य रेलवे अंतर्गत कटनी - बीना रेल लाइन के बीच लिधौरा - नरयावली 44 किलोमीटर रेल लाइन का तीसरे चरण का परीक्षण सागर से मकरोनिया स्टेशन के बीच आला अधिकारियों द्वारा किया गया। इसके अंतर्गत आने वाले 6 ब्रिजों और 4 रेलवे फाटकों का भी निरीक्षण करते हुए अधिकारियों नें संतुष्टि जताई है। सुबह 8.30 बजे डीआरएम, चीफ सिक्योरिटी कमिश्नर एस मित्रा, सीओसी वीके अग्रवाल, सीई प्रभात कुमार, डिप्टीसीई संजीव कुमार xen ओमकर लवासिया, Iow ss मीना  ने त्रिशूल कंस्ट्रक्शन के मनीष अग्रवाल, नीरज तिवारी और आशीष शुक्ला की मौजूदगी में मकरोनिया स्टेशन पहुंचकर विधिवत पूजन अर्चन किया इसके बाद ट्राली से निरीक्षण शुरु किया गया। इस दौरान रेलवे फाटक 25,26,27 और 29 का भी निरीक्षण बारीकी से किया गया। वहीं साढे सात किलोमीटर में आने वाले 6 ब्रिजों की भी गुणवत्ता चेक की गई। सुबह से दोपहर दो बजे तक पहले ट्रॉली से बारीकियां देखी गईं तो बाद में आला अधिकारियों की स्पेशल ट्रेन से हुआ स्पीड ट्रायल। 




अर्थवर्क से हुए संतुष्ट

तीसरी लेनिन के निरीक्षण में स्पीड ट्रायल से पहले भी कई बड़ी और प्रमुख चीजों की गुणवत्ता की बारीकी से जांच की जाती है। इसमें फाटकों, ब्रिजों के अलावा अर्थवर्क भी देखा जाता है। सागर मकरोनिया के बीच अर्थवर्क की गुणवत्ता और सटीकता के विषय मे रेलवे के आला अधिकारियों ने थोक बजाकर जांच की और बाद में इसकी प्रशंसा की। 



सीआरएस ने ताली बजाकर दी हरी झंडी

स्पीड ट्रायल के लिए आला अधिकारियों ने सपेशल ट्रैन से ट्रेक की बारीकियां देखी। फुल स्पीड से रेल दौड़ाने के लिए दोपहर एक बजे अधिकारी लिधौरा स्टेशन पहुंचे जहां से मकरोनिया तक 100 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से रेल दौड़ाई गयी। मकरोनिया से सागर के बीच 130 से 35 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से ट्रेन दौड़ी यहां बता दें कि ट्रायल के दौरान एक भी बार एरर बीप नहीं बजी इसपर सीआरएस ने सागर स्टेश पर ताली बजाकर परीक्षण को हरी झंडी दी।

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