सागर झील: चकराघाट से गणेशघाट तक बनेगा सुन्दर बड़ा घाट
सागर। कनेरादेव फीडर कैनाल की चौड़ाई का नाप कराएं और विभिन्न स्थलों पर गहराई के माप लेकर मार्किंग कराएं। फीडर कैनाल के दोनों किनारों पर मुरम फ़िल्टर मीडिया डालकर कॉम्पेक्शन करें और स्टोन पिचिंग शुरू करें। उक्त निर्देश निगमायुक्त सह कार्यकारी निदेशक एसएससीएल श्री आरपी अहिरवार ने दिए। वे स्मार्ट सिटी सीईओ श्री राहुल सिंह राजपूत के साथ कनेरा देव फीडर कैनाल के पुनर्निर्माण कार्य का स्थल निरीक्षण कर रहे थे।
उन्होंने छोटी झील से होते हुए मसानझिरी की पहाड़ी तक पूरी फीडर कैनाल का बारीकी से निरीक्षण किया। उन्होंने कहा की कैनाल का निर्माण इस प्रकार करें की पहाड़ों से आने वाला कैचमेंट का पानी बहकर सीधे छोटी झील में पहुँचे। पानी कहीं भी रुकना नहीं चाहिए। बहता हुआ पानी हमेशा स्वच्छ रहता है। कैनाल में संजय ड्राइव रोड साइड टो-वॉल के ऊपर आवश्यकता अनुसार स्लोप बनाकर पिचिंग करें और सुन्दर ग्रिल या क्रैश बैरियर लगाएं। ताकि आगामी समय में किसी भी प्रकार की दुर्घटना की आशंका न रहे।
उन्होंने लाखा बंजारा झील में चकराघाट से किले की ओर स्टोन पिचिंग के लिए बेड निर्माण कार्य एवं वॉक-वे आदि के प्रगतिरत कार्य का भी निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि चकराघाट से गणेशघाट तक सभी मंदिरों को जोड़ते हुए पूरे घाट को एक ही सुन्दर थीम में डिजाइन करें ताकि एक सुन्दर बड़ा घाट बनने से लोगों को पूजन आदि के लिए भी यह सुविधाजनक हो।
स्मार्ट सिटी सीईओ श्री राहुल सिंह राजपूत ने कहा कि झील से लगीं किले की दीवारों और परकोटे आदि की सफाई का कार्य प्रारम्भ करें और सुन्दर हैरिटेज लुक देने के लिए म्यूरल्स, फसाड लाइट आदि लगाएं।
निरीक्षण के दौरान स्मार्ट सिटी के एसई श्री अजय शर्मा सहित इंजीनियर्स, पीएमसी के एक्सपर्ट और निर्माण एजेंसियों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
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