नौरादेही अभ्यारण्य में वाघो की तीसरी पीढ़ी की आमद,राध बाघिन बनी दादी ★ नोरादेही में बाघों के कुनबा बढ़कर आठ से हुए दस

 
नौरादेही अभ्यारण्य में वाघो की तीसरी पीढ़ी की आमद,राध बाघिन बनी दादी 
★ नोरादेही में बाघों के कुनबा बढ़कर आठ से हुए दस



★ आदेश अग्निहोत्री

सागर। टाईगर स्टेट मध्यप्रदेश में बाघों का कुनबा बढ़ रहा है। एमपी के सागर के सीमावर्ती चार जिलों की सीमा में फैला प्रदेश का सबसे बड़े क्षेत्रफल वाला नौरादेही अभ्यारण्य,वन्यप्राणियों के लिए आरामदायक और सुरक्षित आवास माना जाता है और इसी कारण अभ्यारण्य में बाघों के कुनबा लगातार बढ़ रहा है।प्रदेश को टाईगर स्टेट का तमगा दिलाने में नोरादेही अभ्यारण्य का महत्वपूर्ण योगदान है।

नोरादेही अभ्यारण्य में वाघो का कुनबा बढाने में राधा नाम की बाघिन और कान्हा नाम के बाघ को लाया गया था।पहली बार राधा ने तीन शावकों को जन्म दिया था जिनमे एक नर था तथा दो मादा थे इन्ही में से एक बाघिन N112 ने दो शावकों को जन्म दिया है।तीसरी पीढ़ी के इन दो शावकों की आमद के साथ ही नोरादेही अभ्यारण में बाघों के कुनबा बढ़कर आठ से दस हो गया है।
नोरादेही एसडीओ रहली दोनो शावकों के आमद की पुष्टि करते हुए बताया कि बाघिन N112 अपने दोनों नवजात शावक के साथ पूरी तरह से स्वस्थ है। 






नोरादेही अभ्यारण्य में लगातार बढ़ रहे वाघो के कुनबे को लेकर एसडीओ सेवाराम मलिक ने बताया कि नोरादेही में तैनात अमले के कुशल प्रबंधन के और अधिकारियों के वेहतर मार्गदर्शन के कारण अभ्यारण्य में लगातार वाघो की संख्या बढ़ रही। सुरक्षा की दृष्टि से संपूर्ण अभ्यारण में निगरानी बढ़ा दी गई है।नोरादेही में बाघों के कुनबा बढ़ने से रहली में पर्यटन को बढ़ने की संभावनाएं और बढ़ गई है जिसे लेकर अभ्यारण्य में तैनात अमले के साथ रहली क्षेत्र में खुशी का माहौल है। 




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