होम्योपेथिक दवाऍं रोग को जड़ से मिटाती हैं - डॉ. राजुल सिंघई
★ बी.एम.होम्यो सेन्टर पर धूमधाम से मनाई गयी डॉ. हैनीमैन जयंती
सागर । होम्योपैथिक दवाईयाँ न केवल रोग को जड़ से मिटाती हैं बल्कि इन दवाओं के सेवन से रोगी का शरीर दुष्प्रभाव से भ्ी मुक्त रहता है। उपरोक्त विचार होम्योपैथ्कि चिकित्सा पद्धति के जनक डॉ. फे्रडरिक सेम्युअल हैनीमैन की 267 वीं जन्म जयंती पर परकोटा स्थित होम्योपैथिक संस्थान बी.एम.होम्यो सेन्टर पर आयोजित कार्यक्रम में होम्योपैथिक चिकित्सा अध्किारी डॉ. श्रीमती राजुल सिंघई ने व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में भी शासन द्वारा पूरे देश में होम्योपैथिक दवाओं को रोग प्रतिरोधक दवा के रूप में वितरित किया गया है। और इन दवाओं के सेवन से कोरोना काल में व्यक्तियों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद मिली है।
डॉ. ओ. पी. शिल्पी ने अपने विचार व्यक्त करने हुए कहा कि डॉ. हैनिमैन स्वयं एैलोपैथी के जाने माने चिकित्सक थे परनतु वह ऐलोपैथिक दवाओं के दुष्प्रभाव से चितिंत रहते थे। यही कारण था कि उन्होंने ऐलोपैथिक चिकित्सा को छोड़कर एक ऐसी चिकित्सापैथी का अविष्कार किया जिसे हम सभी होम्योपैथी के नाम से जानते हैं और यह पैथी सस्ती, सुलभ, सुरक्षित पैथी के रूप में जानी जाती है।
डॉ. एस.एन. चटर्जी ने कहा कि असाध्य रोगों पर होम्योपैथिक दवाईयाँ पूर्ण रूप से सफल रही हैं अपने संवोधन में उन्होंने ऐसे अनेक केस हिस्ट्री का जिक्र किया जिसमें रोगी पूर्ण स्वस्थ हुआ।
कार्यक्रम को डॉ. अंकुर सिंघई, डॉ. रिचा शर्मा, डॉ. काजी बसीम, डॉ. पी.के.ताम्रकार आदि अनेक डाक्टर्स ने अपने विचार रखे।
अंत में बी.एम.होम्योपैथिक संस्थान के संचालक राजेश सैनी ने सभी उपस्थित डॉक्टर बन्धुओं का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि हमें इस चमत्कारिक पैथी को आमजन तक पहुँचाने के लिये संगोष्ठी, शिविर जैसे जागरूगता के अनेक कार्यक्रम आयोजित करने की आवश्यकता है जिससे इस सस्ती एवं दुष्प्रभव मुक्त चिकित्सा पद्धति का लाभ आमजन को मिल सके।
कार्यक्रम में डॉ. अनुराग यादव, डॉ. इल्यास खान, डॉ. राजेश् जैन, डॉ. ओ.पी.शिल्पी, डॉ. रिचा शर्मा, डॉ. अंकुर सिंघई, डॉ. भूपेन्द्र यादव, डॉ. लता अहिरवार, डॉ. हेमंत चौहान, डॉ. सी.एम.कौशिक, डॉ. एस. एन. चटर्जी, डॉ. ॠषि जैन, डॉ. फरीम दाद, डॉ. राहुल दुबे, डॉ.योगेश् दत्त तिवारी, डॉ. विकास पटैल, डॉ. एन.एम.बेग, डॉ. पी.के.ताम्रकार, डॉ. अजय सोनी, डॉ. गुरू, डॉ. राहुल दुबे, रमाकांत पवार, मनोज गुप्ता, भूपेन्द्र ठाकुर, आदि अनेक डाक्टर की उपस्थिति रही।
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